RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

पृष्ठ
भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट

Press Releases Marquee

आरबीआई की घोषणाएं
आरबीआई की घोषणाएं

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

असेट प्रकाशक

136316115

बैंक ऋण का क्षेत्रवार अभिनियोजन – अक्‍तूबर 2025

वर्ष 2025 के अक्‍तूबर माह1 के लिए 41 चुनिंदा अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) से जुटाए गए बैंक ऋण के क्षेत्रवार अभिनियोजन संबंधी आंकड़े, जो सभी एससीबी के कुल खाद्येतर ऋण का लगभग 95 प्रतिशत होता है, विवरण I और II में दिए गए हैं।

वर्ष-दर-वर्ष (व-द-व) आधार पर, खाद्येतर बैंक ऋण2 31 अक्‍तूबर 2025 को समाप्त पखवाड़े की स्थिति के अनुसार 11.1 प्रतिशत की दर से बढ़ा3, जबकि पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में यह 11.7 प्रतिशत था (अर्थात, 01 नवंबर 2024)।

31 अक्‍तूबर 2025 को समाप्त पखवाड़े की स्थिति के अनुसार बैंक ऋण3 के क्षेत्रवार अभिनियोजन की मुख्य बातें नीचे दी गई हैं :

  • कृषि और संबद्ध कार्यकलापों हेतु प्रदत्त ऋण में वर्ष-दर-वर्ष 8.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई (पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में 15.5 प्रतिशत)।

  • उद्योग क्षेत्र को प्रदत्त ऋण में वर्ष-दर-वर्ष 10.0 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में यह 8.1 प्रतिशत थी। ‘सूक्ष्म एवं लघु’, और ‘ मध्यम’ उद्योगों को प्रदत्त ऋण में दो अंकों में वृद्धि जारी रही। बड़े उद्योगों में, ‘सभी अभियांत्रिकी’, ‘आधारभूत संरचना’, ‘निर्माण’, ‘ वस्त्र’, और ‘वाहन, वाहन कलपुर्जे एवं परिवहन उपकरण’  के  बकाये ऋण में वर्ष-दर-वर्ष  उत्प्लवित वृद्धि दर्ज की गई।

  • सेवा क्षेत्र को प्रदत्त ऋण में वर्ष-दर-वर्ष 13.0 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई (पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में 12.5 प्रतिशत)। ‘गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों’ (एनबीएफसी) और ‘व्‍यापार’ खंड हेतु प्रदत्त ऋण  के वृद्धि में तेजी आई, जबकि ‘वाणिज्यिक स्थावर संपदा’ खंड में स्थिर वृद्धि दर्ज की गई। 

  • ‘वैयक्तिक ऋण’ खंड हेतु प्रदत्त ऋण में वर्ष-दर-वर्ष 14.0 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि एक वर्ष पहले यह 12.9 प्रतिशत थी। वृद्धि में यह सुधार मुख्‍यत: ‘आवास’, ‘स्‍वर्ण आभूषणों पर ऋण’, और ‘वाहन ऋण’ द्वारा संचालित था।

 

 

अजीत प्रसाद      
उप महाप्रबंधक (संचार)

प्रेस प्रकाशनी: 2025-2026/1578


1आंकड़े माह के अंतिम रिपोर्टिंग शुक्रवार से संबंधित हैं, जो क्षेत्रवार और उद्योगवार बैंक ऋण (एसआईबीसी) विवरणी पर आधारित हैं।

2खाद्येतर ऋण के आंकड़े माह के अंतिम रिपोर्टिंग शुक्रवार हेतु धारा-42 विवरणी पर आधारित हैं, जिसमें सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी) शामिल हैं।

3आंकड़ों में बैंक के साथ गैर-बैंक के विलय के प्रभाव को शामिल किया गया है।

RbiTtsCommonUtility

प्ले हो रहा है
सुनें

संबंधित एसेट

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

RbiSocialMediaUtility

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

हमारा ऐप इंस्टॉल करने के लिए QR कोड स्कैन करें

RbiWasItHelpfulUtility

पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया:

क्या यह पेज उपयोगी था?