श्री हारून रशीद खान ने भारतीय रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर के रूप में कार्यभार ग्रहण किया
4 जुलाई 2011 श्री हारून रशीद खान ने भारतीय रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर के रूप में कार्यभार ग्रहण किया श्री हारून रशीद खान ने आज भारतीय रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। उप गवर्नर के रूप में उनकी नियुक्ति तीन वर्षों की अवधि के लिए की गई है। वे केंद्रीय सुरक्षा कक्ष, बाह्य निवेश और परिचालन विभाग, सरकारी और बैंक लेखा विभाग, भुगतान और निपटान प्रणाली विभाग, विदेशी मुद्रा विभाग, आंतरिक ऋण प्रबंध विभाग और निरीक्षण विभाग का कार्य देखेंगे। उप गवर्नर के रूप में अपनी नियुक्ति के पूर्व श्री खान अक्टूबर 2007 से भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्यपालक निदेशक थे तथा बाह्य निवेश और परिचालन विभाग, विदेशी मुद्रा विभाग, आंतरिक ऋण प्रबंध विभाग तथा सरकारी और बैंक लेखा विभाग का कार्य देखते थे। पूर्व में वह बैंक के नई दिल्ली कार्यालय के क्षेत्रीय निदेशक थे तथा इसके पहले पुणे में कृषि बैंकिंग महाविद्यालय के प्रधानाचार्य थे। श्री खान के केंद्रीय बैंकिंग का कैरियर 32 वर्षों का रहा है जिसके दौरान उन्होंने ग्रामीण ऋण, मुद्रा प्रबंध, बैंकिंग पर्यवेक्षण और विनियमन, ऋण प्रबंध, प्रारक्षित निधि प्रबंध, विदेशी मुद्रा नियंत्रण, कार्मिक प्रशासन और बैंक के आंतरिक खाते के क्षेत्र में भारतीय रिज़र्व बैंक में विविधतापूर्ण दायित्वों का निर्वाह किया है। श्री खान कई आंतरिक और बाह्य समितियों जैसेकि प्रौद्योगिकी निर्यात समिति, राज्य सरकारों के लिए अर्थोपाय अग्र्रिमों पर समिति (सदस्य सचिव के रूप में), लिखतों की निष्क्रीयता पर समिति (संयोजक के रूप में), केंद्रीय काउंटर पार्टियों (सीसीपी) पर कार्यदल, राज्यों के लिए आदर्श राजकोषीय दायित्व और बजट प्रबंध बिल पर कार्यदल (संयोजक के रूप में) से जुड़े रहे हैं। वे ग्रामीण ऋण और माइक्रो वित्त (जिसे खान समिति कहा जाता है) पर भारतीय रिज़र्व बैंक के आंतरिक कार्यदल के अध्यक्ष के रूप में भी निकट से शामिल रहे हैं। खान समिति की अनुशंसाओं के आधार पर रिज़र्व बैंक ने कारोबारी सुविधा प्रदाताओं और कारोबारी संवाददाताओं के माध्यम से देश में वित्तीय समावेशन की अग्रणी भूमिका के लिए आइसीटी सहायता के साथ बैंकिंग पहुँच के विस्तार के लिए दिशानिर्देश जारी किया। कार्यपालक निदेशक के रूप में श्री खान ने ''अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और बाजार समेकन'' पर जी-20 पर कार्यदल और अंतर्राष्ट्रीय निपटान बैंक (बीआइएस) की वैश्विक वित्तीय प्रणालियों पर समिति (सीजीएफएस) में रिज़र्व बैंक का प्रतिनिधित्व किया। श्री खान देना बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, पंजाब और सिंध बैंक, बैंक ऑफ राजस्थान तथा ओडि़सा राज्य वित्त निगम (ओएसएफसी) के बोर्ड में भारतीय रिज़र्व बैंक के नामित निदेशक भी थे। श्री खान ने उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री तथा अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन विद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने के बाद वर्ष 1978 में बैंक में योगदान किया। श्री खान भारतीय बैंकिंग और वित्त संस्थान (सीएआइआइबी) के प्रमाणित एसोसिएट हैं तथा व्यापार प्रबंधन में डिप्लोमा (डीबीएम) भी धारण करते हैं। उनका विवाह रोजी से हुआ है और उन्हें सारा नाम की एक पुत्री है। उप गवर्नरों के पोर्टफोलियों निम्न प्रकार हैं -
अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी : 2011-2012/15 |