भारत में विदेशी मुद्रा के भंडार में घटबढ़ के स्रोत : अप्रैल-जून 2009-10 - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारत में विदेशी मुद्रा के भंडार में घटबढ़ के स्रोत : अप्रैल-जून 2009-10
30 सितंबर 2009 भारत में विदेशी मुद्रा के भंडार में घटबढ़ के स्रोत : अप्रैल-जून 2009-10 इसके पहले, भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर 2009-10 की पहली तिमाही (ति.1) (अर्थात् अप्रैल-जून) के भुगतान संतुलन के आंकड़े जारी किए। इन आँकड़ों के आधार पर अप्रैल-जून 2009 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में घटबढ़ के स्रोतों के संबंध में यह नोट संकलित किया गया है।
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि (+)/ विदेशी मुद्रा भंडार में कमी (-)
विदेशी मुद्रा भंडार (मूल्यन प्रभाव सहित) में अप्रैल-जून 2008 के 2,364 मिलियन अमरीकी डॉलर वृद्धि की तुलना में अप्रैल-जून 2009 में 13,157 मिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई (सारणी 2)। भुगतान संतुलन आधार पर (मूल्यन प्रभाव को छोड़कर) विदेशी मुद्रा भंडार अप्रैल-जून 2008 की 2,235 मिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि की तुलना में अप्रैल-जून 2009 में 115 मिलियन अमरीकी डॉलर बढ़ा। मूल्यन लाभ जो प्रमुख करेंसियों के विरुद्ध अमरीकी डॉलर में गिरावट को दर्शाता है, अप्रैल-जून 2008 के 129 मिलियन अमरीकी डॉलर के मूल्यन लाभ की तुलना में अप्रैल-जून 2009 के दौरान 13,042 मिलियन अमरीकी डॉलर रहा। तदनुसार, अप्रैल-जून 2009 के दौरान मूल्यन लाभ विदेशी मुद्रा भंडार में कुल वृद्धि का 99.1 प्रतिशत रहा। विदेशी प्रत्यक्ष निवेश, निवेश संविभाग और अनिवासी जमाराशियों के अंतर्गत होने वाले अंतर्वाह विदेशी मुद्रा भंडार की वृद्धि में योगदान देने वाले प्रमुख स्रोत थे। अप्रैल-जून 2009 के दौरान यह वृद्धि अधिकांशतः चालू खाते घाटे और पूंजी खाते की अन्य मदों के अंतर्गत होनेवाले बहिर्वाहों द्वारा संतुलित हो गयी थी।
अजीत प्रसाद |