अप्रैल-सितंबर 2012 के दौरान भारत में विदेशी मुद्रा भंडार में घट-बढ़ के स्रोत - आरबीआई - Reserve Bank of India
अप्रैल-सितंबर 2012 के दौरान भारत में विदेशी मुद्रा भंडार में घट-बढ़ के स्रोत
31 दिसंबर 2012 अप्रैल-सितंबर 2012 के दौरान भारत में विदेशी मुद्रा भंडार में घट-बढ़ के स्रोत आज सुबह, भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर 2012-13 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2012) के भुगतान संतुलन के आंकड़े जारी किये। इन आंकड़ों के आधार पर, अप्रैल-सितंबर 2012 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में घट-बढ़ के स्रोतों का समेकन किया गया है। विदेशी मुद्रा भंडार में घट-बढ़ के स्रोत : अप्रैल-सितंबर 2012 अप्रैल-सितंबर 2012 के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार में थोड़ी सी वृद्धि हुई। विदेशी मुद्रा भंडार में घट-बढ़ के स्रोत सारणी 1 में दिये गये हैं।
भुगतान संतुलन (अर्थात मूल्यन प्रभाव को छोड़कर) के आधार पर, अप्रैल-सितंबर 2012 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 0.4 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान इसमें 5.7 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई थी। अप्रैल-सितंबर 2012 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार (मूल्यन प्रभाव को छोड़कर) में 0.4 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान इसमें 6.6 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई थी (सारणी II)।
मूल्यन लाभ ,जो प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमरीकी डॉलर के मूल्य में कमी को दर्शाता है, अप्रैल-सितंबर 2012 के दौरान 0.05 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 0.9 बिलियन अमरीकी डॉलर का मूल्यन लाभ हुआ था। आर. आर. सिन्हा प्रेस प्रकाशनी : 2012-2013/1097 |