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सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड योजना 2018-19

8 अक्टूबर 2018

सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड योजना 2018-19

भारत सरकार ने भारतीय रिज़र्व बैंक के परामर्श से सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड 2018-19 जारी करने का निर्णय लिया है। सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड अक्टूबर 2018 से फरवरी 2019 तक हर महीने नीचे निर्दिष्ट कैलेंडर के अनुसार जारी किए जाएंगे :

क्र.सं. श्रृंखला का नाम अभिदान की अवधि जारी करने की तारीख
1 2018-19 श्रृंखला II अक्‍तूबर 15-19, 2018 अक्‍तूबर 23, 2018
2 2018-19 श्रृंखला III नवंबर 05-09, 2018 नवंबर 13, 2018
3 2018-19 श्रृंखला IV दिसंबर 24-28, 2018 जनवरी 01, 2019
4 2018-19 श्रृंखला V जनवरी 14–18, 2019 जनवरी 22, 2019
5 2018-19 श्रृंखला VI फरवरी 04-08, 2019 फरवरी 12, 2019

बॉन्डों की बिक्री बैंको, भारतीय स्टॉक होल्डिंग निगम लिमिटेड (एसएचसीआईएल) और विनिर्दिष्ट डाकघरों तथा मान्यताप्राप्त शेयर बाजारों जैसे भारतीय राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड और बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड के माध्यम से की जाएगी।

बॉन्ड की विशेषताएं नीचे दी गई हैं:

क्र.सं. मद ब्यौरे
1 उत्पाद का नाम सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड 2018-19
2 निर्गम भारत सरकार की ओर से भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी किया जाएगा।
3 पात्रता ये बॉन्ड निवासी व्यक्तियों, अविभक्त हिंदू परिवारों, न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जाएंगे।
4 मूल्यवर्ग इन बॉन्डों को 1 ग्राम की मूल यूनिट के साथ ग्राम (ग्रामों) के गुणजों के मूल्यवर्ग में वर्गीकृत किया जाएगा।
5 अवधि बॉन्ड की अवधि 8 वर्ष की होगी और 5वें, 6ठें, 7वें वर्ष से इससे हटने का विकल्प होगा जिसका प्रयोग ब्याज संदाय तारीखों पर किया जा सकेगा।
6 न्यूनतम मात्रा न्यूनतम अनुमत निवेश 1 ग्राम सोना होगा।
7 अधिकतम मात्रा अभिदान की अधिकतम सीमा व्यक्ति के लिए 4 किग्रा, एचयूएफ के लिए 4 किग्रा और न्यासों तथा ऐसी ही समान संस्थाओं के लिए 20 किग्रा प्रति वित्तवर्ष (अप्रैल-मार्च) होगी जिसे समय-समय पर भारत सरकार द्वारा अधिसूचित किया जाएगा। इस आशय की स्वतः घोषणा प्राप्त की जाएगी। वार्षिक अधिकतम सीमा में सरकार द्वारा प्रारंभिक निर्गम के दौरान विभिन्न किश्तों में अभिदत्त बॉन्ड और द्वितीय बाजार से खरीदे गए बॉन्ड शामिल होंगे।
8 संयुक्त धारक संयुक्त धारिता के मामले में, 4 किलोग्राम की निवेश सीमा केवल पहले आवेदक पर लागू होगी।
9 निर्गम मूल्य बॉन्ड का मूल्य, अभिदान अवधि से पहले के सप्ताह के अंतिम तीन कार्यदिवसों के लिए इंडियन बुलियन एंड जूलर्स एसोशिएशन लि. (आईबीजेए) द्वारा प्रकाशित 999 शुद्धता वाले सोने के बंद भाव के सामान्य औसत के आधार पर भारतीय रुपया में तय किया जाएगा। स्वर्ण बॉन्ड का निर्गम मूल्य उन लोगों के लिए प्रतिग्राम 50 कम होगा जो आवेदन ऑनलाइन करेंगे और डिजिटल मोड से भुगतान करेंगे।
10 भुगतान विकल्प बॉन्डों के लिए भुगतान नकदी में (अधिकतम 20,000 रुपए तक) या मांग ड्राफ्ट या चेक या इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग के माध्यम से होगा।
11 निर्गम का प्रकार जीएस अधिनियम, 2006 के अंतर्गत भारत सरकार स्टॉक निवेशकों के अनुसार स्वर्ण बॉन्ड जारी किए जाएंगे। इसके लिए निवेशकों को धारिता प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा। ये बॉन्ड डिमेट रूप में रूपांतरण के पात्र होंगे।
12 उन्मोचन मूल्य उन्मोचन मूल्य आईबीजेए द्वारा प्रकाशित 999 की शुद्धता वाले सोने के पिछले तीन कार्यदिवसों के बंद भाव के साधारण औसत के आधार पर भारतीय रुपया में होगा।
13 बिक्री के चैनल बॉन्डों की बिक्री बैंकों,स्टॉक होल्डिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया (एससीएचआईएल) और यथा अधिसूचित विनिर्दिष्ट डाकघरों और मान्यताप्राप्त शेयर बाजारों जैसे भारतीय राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड और बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से सीधे या एजेंटों के माध्यम से की जाएगी जैसे अधिसूचित किया जाए।
14 ब्याज दर निवेशकों को निवेश की प्रतिपूर्ति आरंभिक मूल्य पर 2.50 प्रतिशत प्रतिवर्ष की निर्धारित दर पर अर्थवार्षिक रूप से की जाएगी।
15 संपार्श्विक बॉन्डों को ऋण के लिए संपार्श्विक के रूप मे प्रयोग किया जा सकता है। मूल्य की तुलना में ऋण (एलटीवी) का अनुपात भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समय-समय पर अधिदेशित साधारण स्वर्ण ऋण के बराबर निर्धारित किया जाएगा।
16 केवाईसी प्रलेखन अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) मानदंड वहीं होंगे जो वास्तविक सोने की खरीद के लिए होते हैं। केवाईसी दस्तावेज जैसे मतदाता कार्ड, आधार कार्ड/पैन या टैन/पासपोर्ट जरूरी होंगे। प्रत्येक आवेदन के साथ आयकर विभाग द्वारा निवेशक/ निवेशकों को जारी 'पैन नंबर' होना चाहिए।
17 कर उपचार आयकर अधिनियम, 1961 (1961 का 43) के उपबंधों के अनुसार स्वर्ण बॉन्ड पर मिलने वाले ब्याज पर कर लगेगा। किसी व्यक्ति को एसजीबी के उन्मोचन पर लगने वाले पूंजी लाभकर में छूट दी गई है। बॉन्ड के अंतरण पर किसी व्यक्ति दिए जाने वाले दीर्घकालिक पूंजी लाभ में सूचकांकन लाभ प्रदान किए जाएंगे।
18 विक्रेयता बॉन्ड, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अधिसूचित निर्गम की तारीख से 15 दिनों की अवधि में शेयर बाजारों में विक्रेय होगें।
19 एसएलआर पात्रता लियन/हाइपोथिकेशन/प्लेज़ की इन्वोकिंग प्रक्रिया के माध्यम से अधिगृहीत किए गए बॉन्डों को सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) के लिए गिना जाएगा।
20 कमीशन बॉन्ड के वितरण के लिए कमीशन प्राप्तकर्ता कार्यालयों द्वारा प्राप्त कुल अभिदान की राशि पर प्रत्‍येक 100 के लिए 1 की दर से अदा किया जाएगा और इस प्रकार से प्राप्त प्रत्‍येक 100 के लिए कम से कम 50 पैसे कमीशन एजेंटों और उप एजेंटों के साथ साझा किया जाएगा जिनके माध्यम से कारोबार किया गया हो।

अनिरुद्ध डी. जाधव
सहायक प्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी: 2018-2019/819

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