भारतीय बैंकों को अपनी समुद्रपारीय शाखाओं/सहायक बैंकों के लिए विदेशी मुद्रा चलनिधि उपलब्ध कराने के लिए स्वैप सुविधा - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय बैंकों को अपनी समुद्रपारीय शाखाओं/सहायक बैंकों के लिए विदेशी मुद्रा चलनिधि उपलब्ध कराने के लिए स्वैप सुविधा
7 नवंबर 2008
भारतीय बैंकों को अपनी समुद्रपारीय शाखाओं/सहायक बैंकों के लिए
विदेशी मुद्रा चलनिधि उपलब्ध कराने के लिए स्वैप सुविधा
वैश्विक हलचल से संबंधित हो रही गतिविधियों तथा अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बाज़ार पर उसके प्रभाव की प्रतिक्रिया में विश्व भर की केंद्रीय बैंकों ने चलनिधि परिस्थितियों को सरल बनाने के लिए अंतर-केंद्रीय बैंक स्वैप लाईन्स, संपार्श्विक उधार और विदेशी मुद्रा स्वैप जैसे उपायों के माध्यम से चलनिधि परिस्थिति को सरल बनाने की कार्रवाई की है।
वैश्विक गतिविधियों के संदर्भ में और भारतीय बैंकों को उनकी समुद्रापारीय कार्यालयों में अपनी अल्पावधि निधीयन की आवश्यकताओं के प्रबंधन में लचीलापन लाने करने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक तीन महीने तक की अवधि के विदेशी मुद्रा स्वैप के माध्यम से भारतीय सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की बैंक जिनकी विदेशी शाखाएं और सहायक बैंक है, को विदेशी मुद्रा चलनिधि उपलब्ध कराएगा। यह सुविधा अगली सूचना मिलने तक अनुरोध करने पर उपलब्ध कराई जाएगी। स्वैप का मूल्य निर्धारण अमरीकी डॉलर-भारतीय रुपया विनिमय दर के लिए रिज़र्व बैंक के संदर्भ दर का प्रयोग करते हुए घरेलू तथा समुद्रपारीय बाज़ारों में ब्याज दरों के आधार पर किया जाएगा।
साथ ही, स्वैप के निधीयन के लिए बैंक मौजूदा रिपो दर पर तदनुरूपी अवधि के लिए चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत उधार भी ले सकते है। भारतीय रिज़र्व बैंक इस प्रयोजन के लिए सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) के किसी भी प्रकार की विशेष छूट के बारे में विचार करने के लिए तैयार है।
इस सुविधा का लाभ लेने के इच्छुक बैंक अधिक जानकारी के लिए कृपया मुख्य महाप्रबंधक, वित्तीय बाज़ार विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, केंद्रीय कार्यालय, 23वीं मंज़िल, फोर्ट, मुंबई-400001 (टेलिफोन नं.22 610642/22 610650) को संपर्क कर सकते है।
अल्पना किल्लावाला
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2008-2009/647