नवप्रवर्तन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने की “भुगतान प्रणाली नवप्रवर्तन पुरस्कार” की शुरुआत - आरबीआई - Reserve Bank of India
नवप्रवर्तन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने की “भुगतान प्रणाली नवप्रवर्तन पुरस्कार” की शुरुआत
22 दिसंबर 2015 नवप्रवर्तन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने की भारत में भुगतान और निपटान प्रणाली के क्षेत्र में नवप्रवर्तकों (इनोवेटर) को बढ़ावा देने की दृष्टि से भारतीय रिज़र्व बैंक ने “भुगतान प्रणाली नवप्रवर्तन पुरस्कार” की घोषणा की है। इस पुरस्कार के लिए नवप्रवर्तन (इनोवेशन) के निम्नलिखित व्यापक क्षेत्रों पर विचार किया जा सकता है :
यह प्रतियोगिता बैंकिंग प्रौद्योगिकी विकास एवं अनुसंधान संस्थान (आईडीआरबीटी), जो कि रिज़र्व बैंक की पूर्णत: स्वाधिकृत सहायक संस्था है, द्वारा आयोजित की जाएगी। आईडीआरबीटी नवप्रवर्तकों से आवेदन-पत्र आमंत्रित कर शीघ्र ही इस प्रक्रिया की शुरुआत करेगा। प्रविष्टियों का मूल्यांकन विशेषज्ञों के पैनल द्वारा किया जाएगा। सर्वोत्तम तीन नवप्रवर्तकों को प्रमाण-पत्र/पुरस्कार से नवाजा जाएगा। उन्हें उद्योग के प्रतिनिधियों के सम्मुख अपने विचार प्रकट करने का अवसर भी दिया जाएगा। ऐसे पुरस्कार देने के पीछे रिज़र्व बैंक का मानना है कि सही नवप्रवर्तन किसी भी देश के भुगतान क्षेत्र में परिवर्तन लाने की क्षमता रखता है। रिज़र्व बैंक एक ऐसी भुगतान प्रणाली विकसित करने में नवप्रवर्तन की भूमिका को अंगीकार करता है जो वहनीय, अंतर-परिचालन-योग्य, समावेशी और सुरक्षित हो। सुरक्षित, सुदृढ़, प्रभावी और पहुंच-योग्य भुगतान प्रणाली उपलब्ध कराने की दृष्टि से रिज़र्व बैंक अपनी ओर से कई नीतिगत पहलें करता रहा है। अल्पना किल्लावाला प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/1468 |