विनिर्माण क्षेत्र के लिए औद्योगिक परिदृश्य सर्वेक्षण-दूसरी तिमाही 2020-21 (Q2) के लिए - आरबीआई - Reserve Bank of India
विनिर्माण क्षेत्र के लिए औद्योगिक परिदृश्य सर्वेक्षण-दूसरी तिमाही 2020-21 (Q2) के लिए
जुलाई-सितंबर 2020 के दौरान संचालित किए गए औद्योगिक परिदृश्य सर्वेक्षण(आइओएस) के 91वें चक्र का परिणाम आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने जारी किया। इस सर्वेक्षण में क्यू2:2020-21 के लिए भारतीय विनिर्माण कंपनियों द्वारा किए जानेवाले कारोबार के परिवेश और क्यू3:2020-211 के लिए उनकी प्रत्याशाओं का गुणात्मक मूल्यांकन किया जाता है। सर्वेक्षण के इस चक्र में कुल 959 कंपनियों ने प्रत्युत्तर दिए। कोविद 19 महामारी के कारण व्याप्त अनिश्चितता की स्थिति को देखते हुए आगे की दो और तीन तिमाहियों के लिए प्रमुख मानदंडों के आधार पर विनिर्माता के परिदृश्य का मूल्यांकन करने के लिए सर्वेक्षण के इस चक्र में एक अतिरिक्त ब्लॉक सम्मिलित किया गया। विशेष: क. दूसरी तिमाही (Q2) का मूल्यांकन: 2020-21
ख. तीसरी तिमाही (Q3) 2020-21 के लिए अपेक्षाएं
ग. तीसरी तिमाही (Q4):2020-21 और पहली तिमाही (Q1):2021-22 के लिए अपेक्षाएं
1 सर्वेक्षण के परिणाम उत्तरदाताओं के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करते हैं, जो भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अनिवार्यतः साझा नहीं किए जाते। सर्वेक्षण का यह चक्र 7 अगस्त 2020 को प्रारंभ किया गया और 23 सितंबर 2020 तक प्राप्त डेटा के साथ परिणामों का समेकन किया गया है। सर्वेक्षण के 90वें चक्र (Q1:2020-21) के परिणाम को 6 अगस्त 2020 को भारिबैं की वेबसाइट RBI’s website पर प्रकाशित किया गया है। 2 सर्वेक्षण के प्रत्येक चक्र में दो सूचकांकों की गणना की जाती है-एक जो सूल्यांकन आधारित [अर्थात, कारोबार मूल्यांकन सूचकांक (BAI)] और दूसरा जो अपेक्षाओं पर आधारित [अर्थात,कारोबार अपेक्षाओं का सूचकांक(BEI)] होता है। प्रत्येक संकेतक की गणना नौ कारोबारी संकेतकों के भारित विशुद्ध प्रत्युत्तरों के रूप में की जाती है, सकल मूल्य योजित (GVA) में उद्योग समूहों का भाग ही भार है। स्वीकृत नौ संकेतक हैं-(1) समग्र कारोबार की स्थिति; (2) उत्पादन; (3) ऑर्डर बुक्स; (4) कच्ची सामग्री की माल सूची; (5) तैयार वस्तुओं की माल सूची;(7) रोज़गार; (8) निर्यात; और (9) क्षमता उपयोग। बीएआइ/ बीईआइ प्रत्येक तिमाही में कारोबार परिदृश्य का स्नैपशॉट देता है और 0 तथा 200 के बीच मूल्य ग्रहण करता है जिसमें 100 थ्रेशहोल्ड है जो संकुचन से प्रसारण को अलग करता है। 3 Net Response (NR) is the difference between the percentage of respondents reporting optimism and those reporting pessimism. It ranges between -100 to 100. Any value greater than zero indicates expansion/optimism and any value less than zero indicates contraction/pessimism. In other words, NR = (I – D), where, I is the percentage response of ‘Increase/optimism’, and D is the percentage response of ‘Decrease/pessimism’ and E is the percentage response as ‘no change/equal’ (i.e., I+D+E=100). For example, increase in production is optimism whereas decrease in cost of raw material is optimism. |