पिछले कार्यपालक निदेशकों की सूची - आरबीआई - Reserve Bank of India
पिछले कार्यपालक निदेशकों की सूची
श्री चंदन सिन्हा
- अप्रैल 25, 2014 - मई 31, 2017
श्री यू.एस. पालीवाल
- अप्रैल 25, 2014 - दिसंबर 30, 2016
श्री एन.एस. विश्वनाथन
- अप्रैल 25, 2014 - जुलाई 3, 2016
डॉ. दीपाली पंत जोशी
डॉ. दीपाली पंत जोशी ने आज भारतीय रिज़र्व बैंक में नए कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। वे ग्राहक सेवा विभाग और ग्रामीण आयोजना और ऋण विभाग का कार्य देखेंगी। डॉ. जोशी सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत वैकल्पिक अपीलीय अधिकारी भी रहेंगी।
कार्यपालक निदेशक के रूप में अपनी नियुक्ति के पूर्व डॉ. जोशी राजस्थान की क्षेत्रीय निदेशक थी।
उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया 1975-1980 के विकास की राजनीतिक अर्थव्यवस्था में डॉक्टर डिग्री प्राप्त की है। डॉ. जोशी ने प्रशासनिक विधि में विशेषता के साथ विधि में स्नातक डिग्री भी प्राप्त की है।
उन्होंने ग्रामीण ऋण और वित्तीय समावेशन पर व्यापक रूप से लिखा है।
श्री जसबीर सिंह
श्री जसबीर सिंह ने 13 अगस्त 2012 से भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यग्रहण किया। कार्यपालक निदेशक के रूप में श्री जसबीर सिंह निक्षेप बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम का कार्यभार संभाल रहे हैं।
कार्यपालक निदेशक के रूप में उनकी नियुक्ति से पूर्व श्री जसबीर सिंह भारतीय रिज़र्व बैंक के चंड़ीगढ़ कार्यालय के क्षेत्रीय निदेशक थे।
श्री सिंह स्नातकोत्तर डिग्री (एम.एससी), बैंकिंग और वित्त में डिप्लोमा (डीबीएफ) और भारतीय बैंकर संस्थान का प्रमाणपत्रित असोसिएट (सीएआईआईबी) पदवी धारक है।
श्री जी. पद्मनाभन
श्री जी. पद्मनाभन ने आज भारतीय रिज़र्व बैंक में नए कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। कार्यपालक निदेशक के रूप में श्री पद्मनाभन सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, भुगतान और निपटान प्रणाली विभाग तथा विदेशी मुद्रा विभाग का कार्य देखेंगे।
कार्यपालक निदेशक के रूप में अपनी नियुक्ति के पूर्व श्री पद्मनाभन मार्च 2005 से बैंक में भुगतान और निपटान प्रणाली विभाग के अध्यक्ष थे।
उन्होंने केरल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर डिग्री (प्रथम श्रेणी - प्रथम) प्राप्त की है तथा वे बर्मिघम विश्वविद्यालय, युनाईटेड किंग्डम से एमबीए (अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग और वित्त) किया है।
श्री पी. विजया भास्कर
श्री पी. विजय भास्कर ने 13 जून 2011 को भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यग्रहण किया। कार्यपालक निदेशक के रूप में श्री भास्कर केंद्रीय सुरक्षा कक्ष, बैंकिंग पर्यवेक्षण विभाग और गैर-बैंकिंग पर्यवेक्षण विभाग का कार्य देखेंगे।
कार्यपालक निदेशक के रूप में अपनी नियुक्ति के पहले श्री भास्कर कर्नाटक के क्षेत्रीय निदेशक थे।
श्री भास्कर के पास वाणिज्य में स्नातकोत्तर डिग्री, व्यापार प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा है और उनके पास पाज्ञ एवं सीएआइआइबी की उपाधि है।
श्री बी. महापात्रा ने 13 जून 2011 को भारतीय रिज़र्व बैंक कार्यपालक निदेशक के रूप कार्यग्रहण किया। कार्यपालक निदेशक के रूप में श्री बी. महापात्रा बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग, सरकारी और बैंक लेखा विभाग, निरीक्षण विभाग और विधि विभाग का कार्य देखेंगे।
कार्यपालक निदेशक के रूप में अपनी नियुक्ति के पहले श्री महापात्रा बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग के प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक थे।
श्री महापात्रा के पास अँग्रेजी में स्नातकोत्तर डिग्री है और उनके पास एमबीए (वित्त), एमएसएम (वित्त), प्राज्ञ और सीएआइआइबी की उपाधि है।
श्री बी महापात्रा
श्री पी. विजय भास्कर ने 13 जून 2011 को भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यग्रहण किया। कार्यपालक निदेशक के रूप में श्री भास्कर केंद्रीय सुरक्षा कक्ष, बैंकिंग पर्यवेक्षण विभाग और गैर-बैंकिंग पर्यवेक्षण विभाग का कार्य देखेंगे।
कार्यपालक निदेशक के रूप में अपनी नियुक्ति के पहले श्री भास्कर कर्नाटक के क्षेत्रीय निदेशक थे।
श्री भास्कर के पास वाणिज्य में स्नातकोत्तर डिग्री, व्यापार प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा है और उनके पास पाज्ञ एवं सीएआइआइबी की उपाधि है।
श्री बी. महापात्रा ने 13 जून 2011 को भारतीय रिज़र्व बैंक कार्यपालक निदेशक के रूप कार्यग्रहण किया। कार्यपालक निदेशक के रूप में श्री बी. महापात्रा बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग, सरकारी और बैंक लेखा विभाग, निरीक्षण विभाग और विधि विभाग का कार्य देखेंगे।
कार्यपालक निदेशक के रूप में अपनी नियुक्ति के पहले श्री महापात्रा बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग के प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक थे।
श्री महापात्रा के पास अँग्रेजी में स्नातकोत्तर डिग्री है और उनके पास एमबीए (वित्त), एमएसएम (वित्त), प्राज्ञ और सीएआइआइबी की उपाधि है।
श्री आर. गांधी
श्री आर. गाँधी ने आज भारतीय रिज़र्व बैंक के नये कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। कार्यपालक निदेशक के रूप में श्री गाँधी बैकिंग परिचालन और विकास विभाग, प्रशासन और कार्मिक प्रबंध विभाग (राजभाषा सहित), मानव संसाधन विकास विभाग तथा सूचना प्रौद्यगिकी विभाग का कार्य देखेंगे।
कार्यपालक निदेशक के रूप में नियुक्ति के पूर्व श्री गाँधी मुद्रा प्रबंध विभाग के प्रभारी थे। भारतीय रिज़र्व बैंक में वर्ष 1980 में कार्य ग्रहण करने के पूर्व श्री गाँधी रिज़र्व बैंक के हैदराबाद और नई दिल्ली कार्यालयों तथा सूचना प्रौद्यगिकी विभाग के प्रभारी थे। उन्होंने अल्प अवधि के लिए बैकिंग प्रौद्यगिकी में विकास और अनुसंधान संस्थान(आइडीआरबीटी) के निदेशक के रूप में भी कार्यभार ग्रहण किया था।
श्री गाँधी अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर डिग्री धारण करते हैं, भारतीय बैकिंग और वित्त संस्थान (आइआइबीएफ) के प्रमाणित सदस्य हैं, प्रबंध सूचना प्रणाली (एमआइएस), प्रणाली प्रोग्रामिंग और पूँजी बाजार में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र प्राप्त कर चुके हैं।
श्री सी. कृष्णन कार्यपालक निदेशक के रूप में रिज़र्व बैंक से 28 फरवरी 2011 को सेवानिवृत्त हो गए।
श्री एस. करुप्पसामी
श्री एस. करुप्पासामी ने आज भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यग्रहण किया। कार्यपालक निदेशक के रूप में श्री करूप्पासामी व्यय और बज़ट नियंत्रण विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, विधि विभाग और शहरी बैंक विभाग का कार्यभार संभालेंगे।
श्री करूप्पासामी कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यग्रहण करने से पूर्व रिज़र्व बैंक के कोलकाता कार्यालय के क्षेत्रीय निदेशक थे। श्री करूपसामी ने दो केंद्रीय कार्यालय विभागों अर्थात् बैंकिंग पर्यवेक्षण विभाग और शहरी बैंक विभाग के प्रमुख भी रहे हैं।
श्री करूप्पासामी वर्ष 1975 में भारतीय रिज़र्व बैंक से जुड़े। श्री करूप्पासामी ने अपनी विभन्न क्षमताओं में विभिन्न विभागों का कार्यभार संभाला है। इनमें निर्गम विभाग, आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग, बैंकिंग विभाग, कृषि ऋण विभाग, ग्रामीण आयोजना और ऋण विभाग, बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग और शहरी बैंक विभाग रहे हैं। उन्होंने रिज़र्व बैंक के विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों में भी कार्य किया है। वे कृषि बैंकिंग महाविद्यालय, पुणे में सदस्य संकाय तथा रिज़र्व बैंक स्टाफ प्रशिक्षण महाविद्यालय, चेन्नै के प्रधानाचार्य भी रहे हैं।
श्री करूप्पासामी कतिपय क्षेत्रों में कार्यकारी दलों से भी जुड़े रहे है, जैसेकि शहरी सहकारी बैंकों पर उच्चाधिकार समिति, शहरी सहकारी बैंकों के लिए रेटिंग संरचना, सीमापार पर्यवेक्षण और सतर्कता के लिए समेकित प्रणाली।
श्री करूप्पासामी अर्थशास्त्र में स्नातोक्तर है, भारतीय बैंक संस्था के प्रमाणित एसोसिएट हैं, बैंक प्रबंधन (एनआइबीएम) में स्नातोक्तर डिप्लोमा हैं और प्राज्ञ हैं।
क्षेत्रीय निदेशक के रूप में श्री करूप्पासामी भारतीय बैंक के निदेशक बोर्ड के भारतीय रिज़र्व बैंक के नामित सदस्य थे।