RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

पृष्ठ
भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

FAQ DetailPage Breadcrumb

RbiFaqsSearchFilter

सामग्री प्रकार:

श्रेणी पहलू

केटेगरी

कस्टम पहलू

ddm__keyword__26256231__FaqDetailPage2Title_en_US

खोज परिणाम

Clarifications relating to remittance for advertisement on foreign television, print media and Internet (As on May 31, 2003)

No. General permission has been given to authorised dealers to allow such collectivised remittances, on a periodic basis.
Travellers are allowed to purchase foreign currency notes/coins only up to US$ 2000. Balance amount can be taken in the form of traveller’s cheque or banker’s draft. Exceptions to this are (a) travellers proceeding to Iraq and Libya can draw foreign exchange in the form of foreign currency notes and coins not exceeding US$ 5000 or its equivalent; (b) travellers proceeding to the Islamic Republic of Iran, Russian Federation and other Republics of Commonwealth of Independent States can draw entire foreign exchange released in form of foreign currency notes or coins.
  • आईआईबी पर ब्याज भुगतान और पूंजीगत लाभों पर वर्तमान कर प्रावधान लागू होंगे।

  • इन बॉन्डों के लिए कोई विशेष कर-उपाय नहीं होंगे।

  • इन प्रतिभूतियों को बॉन्ड लेजर खाता के रूप में जारी किया जाएगा।

  • बीएलए के रूप में प्रतिभूतियाँ जारी की जाएगी और आरबीआई के पास व्यवस्थित होगी और इस प्रकार, आरबीआई केंद्रीय डिपॉज़टरी के रूप में कार्य करेगा।

  • धारिता प्रमाणपत्र बीएलए में प्रतिभूतियों के धारक को जारी किए जाएंगे।

उत्तर: नहीं। अधिग्रहणकर्ता बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों के अलावा) अपने बोर्ड के अनुमोदन के आधार पर पीओएस टर्मिनलों पर नकद निकासी की सुविधा प्रदान कर सकते हैं। स्थानीय क्षेत्र के बैंकों को यह सुविधा प्रदान करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के अनुमोदन की आवश्यकता होगी।
Only an Indian Company engaged in financial sector activities can make investment in the financial services sector provided it fulfills the following norms besides complying with the parameters indicated at Answers to the Question Nos. 14 and 28.has earned net profit during the preceding three financial years from the financial services activities;is registered with the appropriate regulatory authority in India for conducting financial services activities;has a minimum net worth of Rs.15 crores as on the date of the last audited balance sheet; andhas fulfilled the prudential norms relating to capital adequacy as prescribed by the concerned regulatory authority in India.
गैर-प्रतिस्पर्धी बोलीदाता एग्रीगेटर या फैसिलिटेटर को भुगतान करेगा जिसके माध्यम से उसने बोली लगाई है और जिनसे उनकी प्रतिभूतियां प्राप्त की हैं।

उत्तर. आरटीजीएस प्रणाली सहभागियों को अंतर-बैंक / गैर-बैंक / ग्राहक लेनदेनों के लिए भुगतान शुरू करने और प्राप्त करने में सक्षम बनाती है। एनईएफटी प्रणाली सदस्यों को खुदरा प्रकृति के लेनदेन इलेक्ट्रॉनिक रूप से भेजने और प्राप्त करने की अनुमति देती है। तथापि, एनईएफटी की सदस्यता केवल गैर-बैंक पीपीआई जारीकर्ताओं के लिए प्रासंगिक है।

आरटीजीएस प्रणाली पात्र सदस्यों को एमएनएसबी लेनदेनों को पोस्ट करने, आरटीजीएस में चालू खाते और निपटान खाते के बीच अपने खाते में अंतरण (ओएटी) करने में सक्षम बनाती है। उपरोक्त प्रश्न 7 के संदर्भ में, एमएनएसबी लेनदेन केवल कार्ड नेटवर्क के लिए प्रासंगिक हैं।

उत्तर : i) अनुमत चालू खातेगत लेनदेन [विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 के उपबंधों के अनुसार)] तथा अनुमत पूँजी खातेगत लेनदेन [विदेशी मुद्रा प्रबंध (अनुमत पूँजी खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 के उपबंधों के अनुसार)] के लिए भारत से बाहर किए गए भुगतान।

ii) 100 प्रतिशत निर्यातोन्मुख इकाई अथवा (ए) निर्यात प्रसंस्करण क्षेत्र अथवा (बी) सॉफ्टवेयर टेक्नॉलॉजी पार्क अथवा (सी) इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेअर टेक्नॉलॉजी पार्क की ईकाई से खरीदी गयी वस्तुओं की लागत के लिए विदेशी मुद्रा में किये गये भुगतान।

iii) भारत सरकार की उस समय प्रचलित विदेश व्यापार नीति के उपबंधों के अनुसार सीमा शुल्क का भुगतान ।

iv) विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और उधार देना) नियमावली, 2000 के अनुपालन की शर्त पर इस प्रकार का खाता धारित करने वाले निर्यातक द्वारा भारत से बाहर के उसके आयातक ग्राहक को प्रदान किए गए व्यापार संबद्ध ऋण/अग्रिम।

v) भारत के निवासी व्यक्ति को माल/ सेवाओं की आपूर्ति, जिसमें हवाई शुल्क और होटल व्यय का भुगतान शामिल है, के लिए विदेशी मुद्रा में किए गए भुगतान ।

हाँ। कूलिंग अवधि वह अवधि है जिसमें बैंक यूएस विधि के उपबंधों के अंतर्गत अदाकर्ता बैंक द्वारा चेक को संभावित रूप से वापस किए जाने की दृष्टि से अपने नोस्ट्रो खाते में चेक की राशि के लिए अनंतिम जमा-राशि की प्राप्ति से लेकर अपने ग्राहकों को क्रेडिट दिए जाने तक प्रतीक्षा करते हैं। कूलिंग अवधि तत्संबंधी व्यवस्था व वसूली के क्षेत्र पर निर्भर करती है। यह न्यूयॉर्क क्षेत्र के लिए 5-8 दिन के बीच की हो सकती है, जबकि अन्य शहरों के लिए सीएलए पद्धति के माध्यम से की जाने वाली वसूली के लिए 15-21 दिन की हो सकती है। किंतु एफसीएस पद्धति के अंतर्गत बैंकों को वापसी के विकल्प के बिना अपने नोस्ट्रो खाते में अंतिम क्रेडिट प्राप्त होता है। इसमें कोई कूलिंग अवधि उपलब्ध नहीं होती है, क्योंकि अंतिम क्रेडिट के विमोचन से पहले ही प्रतिनिधि बैंक उसे फैक्टर कर चुके होते हैं।

Web Content Display (Global)

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

हमारा ऐप इंस्टॉल करने के लिए QR कोड स्कैन करें

RbiWasItHelpfulUtility

पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: दिसंबर 11, 2022

क्या यह पेज उपयोगी था?