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भारतीय गणतंत्र के निर्गम
सिक्का ढलाई और मुद्रा का अधिकार तथा संप्रभुता का विषय ऐतिहासिक काल से एक-दूसरे से तार्किक रूप से न सही परंतु भावनात्मक रूप से जुड़ा रहा है और आज भी इन मामलों पर चर्चा छिड़ जाती है।
मुद्रा प्रबंध का कार्य उपनिवेश से स्वतंत्र भारत को अंतरित होना बिल्कुल सरल कार्य था। 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि को औपनिवेशिक साम्राज्य की समाप्ति और भारतीय स्वतंत्रता का बिगुल बजा । तथापि 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र की स्थापना की गई। मध्यावधि में रिजर्व बैंक ने विद्यमान नोटों के निर्गम को जारी रखा।
भारत सरकार ने 1 रुपए के नोट का नया डिजाइन 1949 में जारी किया।
स्वतंत्र भारत के लिए प्रतीकों का चयन करना था। एक बार यह महसूस किया गया कि राभा के चित्र को हटाकर महात्मा गांधी का चित्र लाया जाए। इस आशय का डिजाइन तैयार किया गया। परंतु अंतिम विश्लेषण के समय गांधी के चित्र के स्थान पर सारनाथ के सिंह की आकृति के लिए आम राय बनी नोटों का नया डिजाइन आम तौर पर पहले जैसा ही था।
In 1950, the first Republic India banknotes were issued in the denominations of Rs. 2, 5, 10 and 100. There was slight variation in colour and design in case of Rs. 2, 5 and 100 notes. The ship motif on the reverse of Rs. 10 note was kept intact for the sake of continuity.
1953 में नए नोटों पर मुख्य रूप से हिंदी प्रदर्शित की गई। रुपया के बहुवचन पर हुई चर्चा का समाधान रुपए के पक्ष में किया गया। उच्च मूल्यवर्ग के नोट ( 1,000 रुपए, 5,000 रुपए, 10,000 रुपए) 1954 में पुनः आरंभ किए गए।
The small denomination of Rs. 2 and 5 of the early series depicted the fauna motifs such as tiger, bucks and doe, Sambar deers and gazelles. In 1975, a collage of motifs explaining India’s agricultural endeavour towards attaining self-sufficiency in food production found represented on Rs. 100 note depicting the activities of farming and plucking of tea leaves.
छठें दशक की मंदी की प्रारंभिक अवधि के कारण मितव्ययिता अपनानी पड़ी और 1967 में नोटों का आकार छोटा किया गया। 1969 में महात्मा गांधी की जन्मशताब्दी समारोह के सम्मान में स्मारक डिजाइन शृंखला शुरु की गई जिसकी पृष्ठभूमि में सेवाग्राम आश्रम में बैठे गांधी का चित्र था।
लागत लाभ पर विचार करने पर बैंक ने 1972 में 20 रुपए और 1975 में 50 रुपए के मूल्यवर्ग के नोटों की शुरुआत की।
उच्च मूल्यवर्ग के नोटों का 1946 में जिन कारणों से विमुद्रीकरण किया गया था, उन्हीं कारणों से दुबारा 1978 में उनका विमुद्रीकरण किया गया। अस्सी के दशक में पूर्णतः नये नोटों के सेट जारी किए गए। इन नोटों पर अंकित अवधारणा पहले के नोटों पर अंकित की जानेवाली अवधारणाओं से सर्वथा भिन्न थी। इन अवधारणाओं में विज्ञान और प्रौद्योगिकी (2 रुपए के नोट पर आर्यभट्ट), प्रगति (1 रुपए के नोट पर तेल रिंग और 5 रुपए के नोट पर फार्म मशीनीकरण) को दर्शाने के अलावा 20 रुपए और 10 रुपए के नोटों पर भारतीय कला को (कोणार्क चक्र, मोर) प्रमुखता दी गई थी।
मुद्रा प्रबंध करने में विकास की ओर अग्रसर अर्थव्यवस्था की मांग और उसके साथ गिरती जा रही क्रयशक्ति दोनों का ही ध्यान रखना था। 500 रुपए का नोट महात्मा गांधी के चित्र के साथ अक्तूबर 1987 में जारी हुआ इन नोटों पर वाटरमार्क में सिंह और अशोक स्तंभ को दर्शाया जाना जारी रहा।
महात्मा गांधी शृंखला
रिप्रोग्राफी तकनीक की प्रगति के साथ परंपरागत सुरक्षा विशेषताएं अपर्याप्त समझी गईं। यह आवश्यक था कि नयी विशेषताएं लाई जाएं और 1996 में नयी महात्मा गांधी शृंखला' आरंभ की गई। नयी विशेषताओं में बदला हुआ वाटरमार्क, खिड़कीद्वार सुरक्षा धागा, अव्यक्त चित्र और नेत्रहीनों के लिए उत्कीर्णन विशेषताएं शामिल हैं।
The new series also witnessed the introduction of Rs. 1000 denomination on October 09, 2000. Subsequently, on November 18, 2000, Rs. 500 denomination note was issued in changed colour and incorporating colour-shifting ink in the numeric value at the centre as an additional security feature.
In 2006, “Star Series” was introduced on the banknotes to avoid re-printing of the defective notes with same serial number to maintain the sequence.
In 2011, the Rupee symbol (₹), the identity mark of Indian rupee was introduced. The Bank and the Government of India together had formalised a unique symbol (₹) for Indian Rupee in 2010 and thus acquired a place in the select club of countries with a symbol for their currency. In 2011, the new Rupee symbol was incorporated in banknotes and coins.
Central banks worldwide adopt a standardised practice of periodic up-gradation of security features of banknotes to stay ahead of counterfeiters. In India, the last such up-gradation was done in 2005. In 2015, certain new features such as bleed lines on higher denominations and exploding numbers were introduced. The intaglio printing on the ₹ 50 and 20 was withdrawn in 2016.
In 2015, Re. 1 was re-introduced by the Government of India.
Security features enhanced
In 2005, the Mahatma Gandhi series notes witnessed enhanced security features such as wide colour shifting machine readable magnetic windowed security thread in Rs. 100 and above, denomination note numeric back to back registration in place of flower design as identification mark. No change was made to the ID mark in Rs. 5. Year of printing on the banknotes was introduced for the first time in 2005.
Star Series
In 2006, “Star Series” was introduced on the banknotes to avoid re-printing of the defective notes with same serial number to maintain the sequence.
Rupee Symbol (₹)
In 2011, the Rupee symbol (₹), the identity mark of Indian rupee was introduced. The Bank and the Government of India together had formalised a unique symbol (₹) for Indian Rupee in 2010 and thus acquired a place in the select club of countries with a symbol for their currency. In 2011, the new Rupee symbol was incorporated in banknotes and coins.
Security features enhanced
Central banks worldwide adopt a standardised practice of periodic up-gradation of security features of banknotes to stay ahead of counterfeiters. In India, the last such up-gradation was done in 2005. In 2015, certain new features such as bleed lines on higher denominations and exploding numbers were introduced. The intaglio printing on the ₹ 50 and 20 was withdrawn in 2016.
Rupee One denomination re-introduced
In 2015, Re. 1 was re-introduced by the Government of India.
Mahatma Gandhi (New) Series
The Republic of India witnessed the second major monetary reforms in November 2016 when it withdrew the legal tender status of ₹ 500 and ₹ 1,000 denominations of banknotes of the Mahatma Gandhi Series issued by the Reserve Bank of India till November 8, 2016.
The new banknotes were introduced in the Mahatma Gandhi (New) Series, highlighting the cultural heritage and scientific achievements of the country. Distinct colours were used for different denomination and sizes reduced. Two new denominations viz. ₹ 2000 on November 08, 2016 and ₹ 200 on August 23, 2017 were introduced in the Mahatma Gandhi (New) Series.