प्रेस प्रकाशनियां - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 572,514.96 6.70 4.00-7.00 I. मांग मुद्रा 12,363.72 6.72 5.10-6.85 II. ट्राइपार्टी रेपो 392,211.65 6.71 6.60-6.80 III. बाज़ार रेपो 167,050.84 6.68 4.00-7.00 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 888.75 6.95 6.94-7.00
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 572,514.96 6.70 4.00-7.00 I. मांग मुद्रा 12,363.72 6.72 5.10-6.85 II. ट्राइपार्टी रेपो 392,211.65 6.71 6.60-6.80 III. बाज़ार रेपो 167,050.84 6.68 4.00-7.00 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 888.75 6.95 6.94-7.00
वर्तमान और उभरती चलनिधि स्थितियों की समीक्षा के बाद, 28 जून 2024, शुक्रवार को निम्नानुसार परिवर्ती दर रेपो (वीआरआर) नीलामी आयोजित करने का निर्णय लिया गया है: क्रम संख्या अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) अवधि (दिन) समयावधि प्रत्यावर्तन की तारीख 1 50,000 3 पूर्वाह्न 10:00 बजे से पूर्वाह्न 10:30 बजे 1 जुलाई 2024 (सोमवार) 2. दिनांक 28 जून 2024 को कोई मुख्य परिचालन, अर्थात्, 14-दिवसीय परिवर्ती दर रेपो (वीआरआर) / परिवर्ती दर प्रतिवर्ती रेपो (वीआरआरआर) नीलामी आयोजित नहीं की जाएगी। 3. भारतीय रिज़र्व बैंक की दिनांक 20 जनवरी 2022 की प्रेस प्रकाशनी 2021-2022/1572 में दिए गए नीलामी के लिए परिचालन संबंधी दिशानिर्देश यथावत् रहेंगे।
वर्तमान और उभरती चलनिधि स्थितियों की समीक्षा के बाद, 28 जून 2024, शुक्रवार को निम्नानुसार परिवर्ती दर रेपो (वीआरआर) नीलामी आयोजित करने का निर्णय लिया गया है: क्रम संख्या अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) अवधि (दिन) समयावधि प्रत्यावर्तन की तारीख 1 50,000 3 पूर्वाह्न 10:00 बजे से पूर्वाह्न 10:30 बजे 1 जुलाई 2024 (सोमवार) 2. दिनांक 28 जून 2024 को कोई मुख्य परिचालन, अर्थात्, 14-दिवसीय परिवर्ती दर रेपो (वीआरआर) / परिवर्ती दर प्रतिवर्ती रेपो (वीआरआरआर) नीलामी आयोजित नहीं की जाएगी। 3. भारतीय रिज़र्व बैंक की दिनांक 20 जनवरी 2022 की प्रेस प्रकाशनी 2021-2022/1572 में दिए गए नीलामी के लिए परिचालन संबंधी दिशानिर्देश यथावत् रहेंगे।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारत सरकार की सहमति से 2024 से 2027 की अवधि के लिए सार्क देशों के लिए मुद्रा स्वैप व्यवस्था पर एक संशोधित ढांचा लागू करने का निर्णय लिया है। इस ढांचे के अंतर्गत, भारतीय रिज़र्व बैंक, सार्क केंद्रीय बैंकों, जो स्वैप सुविधा का लाभ लेना चाहते हैं, के साथ द्विपक्षीय स्वैप करार करेगा। विदित हो है कि सार्क मुद्रा स्वैप सुविधा 15 नवंबर 2012 को परिचालन में आई थी, जिसका उद्देश्य सार्क देशों की अल्पकालिक विदेशी मुद्रा चलनिधि आवश्यकताओं या भुगतान संतुलन संकटों के लिए दीर्घकालिक व्यवस्था होने तक निधीयन की बैकस्टॉप सुविधा प्रदान करना था।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारत सरकार की सहमति से 2024 से 2027 की अवधि के लिए सार्क देशों के लिए मुद्रा स्वैप व्यवस्था पर एक संशोधित ढांचा लागू करने का निर्णय लिया है। इस ढांचे के अंतर्गत, भारतीय रिज़र्व बैंक, सार्क केंद्रीय बैंकों, जो स्वैप सुविधा का लाभ लेना चाहते हैं, के साथ द्विपक्षीय स्वैप करार करेगा। विदित हो है कि सार्क मुद्रा स्वैप सुविधा 15 नवंबर 2012 को परिचालन में आई थी, जिसका उद्देश्य सार्क देशों की अल्पकालिक विदेशी मुद्रा चलनिधि आवश्यकताओं या भुगतान संतुलन संकटों के लिए दीर्घकालिक व्यवस्था होने तक निधीयन की बैकस्टॉप सुविधा प्रदान करना था।
भारत सरकार ने 28 जून 2024 को आयोजित की जाने वाली नीलामियों के माध्यम से निम्नलिखित विवरण के अनुसार सरकारी प्रतिभूतियों की बिक्री (पुनर्निर्गम) की घोषणा की है।
दिनांक 14 नवंबर 2007 को अधिसूचित वर्तमान हामीदारी योजना के अनुसार, प्रत्येक प्राथमिक व्यापारी (पीडी) के लिए लागू हामीदारी नीलामियों में न्यूनतम हामीदारी वचनबद्धता (एमयूसी) तथा अतिरिक्त प्रतिस्पर्धात्मक हामीदारी (एसीयू) के अंतर्गत न्यूनतम बोली वचनबद्धता की राशियाँ निम्नानुसार हैं:
भारत सरकार ने 28 जून 2024 को आयोजित की जाने वाली नीलामियों के माध्यम से निम्नलिखित विवरण के अनुसार सरकारी प्रतिभूतियों की बिक्री (पुनर्निर्गम) की घोषणा की है।
दिनांक 14 नवंबर 2007 को अधिसूचित वर्तमान हामीदारी योजना के अनुसार, प्रत्येक प्राथमिक व्यापारी (पीडी) के लिए लागू हामीदारी नीलामियों में न्यूनतम हामीदारी वचनबद्धता (एमयूसी) तथा अतिरिक्त प्रतिस्पर्धात्मक हामीदारी (एसीयू) के अंतर्गत न्यूनतम बोली वचनबद्धता की राशियाँ निम्नानुसार हैं:
आज, रिज़र्व बैंक ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) का 29वां अंक जारी किया, जो वित्तीय प्रणाली की आघात सहनीयता और वित्तीय स्थिरता के जोखिमों पर वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति के सामूहिक मूल्यांकन को दर्शाता है। मुख्य बातें: • वैश्विक अर्थव्यवस्था को लंबे समय से चले आ रहे भू-राजनीतिक तनाव, बढ़े हुए सार्वजनिक ऋण और अवस्फीति के अंतिम पड़ाव में धीमी प्रगति से बढ़ते जोखिमों का सामना करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों के बावजूद, वैश्विक वित्तीय प्रणाली आघात-सह बनी हुई है और वित्तीय स्थितियाँ स्थिर हैं।
आज, रिज़र्व बैंक ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) का 29वां अंक जारी किया, जो वित्तीय प्रणाली की आघात सहनीयता और वित्तीय स्थिरता के जोखिमों पर वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति के सामूहिक मूल्यांकन को दर्शाता है। मुख्य बातें: • वैश्विक अर्थव्यवस्था को लंबे समय से चले आ रहे भू-राजनीतिक तनाव, बढ़े हुए सार्वजनिक ऋण और अवस्फीति के अंतिम पड़ाव में धीमी प्रगति से बढ़ते जोखिमों का सामना करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों के बावजूद, वैश्विक वित्तीय प्रणाली आघात-सह बनी हुई है और वित्तीय स्थितियाँ स्थिर हैं।
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 589,788.00 6.54 5.10-7.00 I. मांग मुद्रा 13,845.66 6.59 5.10-6.75 II. ट्राइपार्टी रेपो 412,647.50 6.54 6.44-6.73 III. बाज़ार रेपो 162,369.13 6.54 5.50-6.85 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 925.71 6.78 6.75-7.00
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 589,788.00 6.54 5.10-7.00 I. मांग मुद्रा 13,845.66 6.59 5.10-6.75 II. ट्राइपार्टी रेपो 412,647.50 6.54 6.44-6.73 III. बाज़ार रेपो 162,369.13 6.54 5.50-6.85 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 925.71 6.78 6.75-7.00
नीलामी का परिणाम 91 दिवसीय 182 दिवसीय 364 दिवसीय I. अधिसूचित राशि ₹ 4000 करोड़ ₹ 4000 करोड़ ₹ 4000 करोड़ II. प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 78 84 99 (ii) राशि ₹ 21345.420 करोड़ ₹ 16912.650 करोड़ ₹ 15036.100 करोड़ III. कट-ऑफ मूल्य/ प्रतिफल 98.3321 96.6650 93.5101 (परिपक्वता प्रतिफल:6.8034%) (परिपक्वता प्रतिफल:6.9191%) (परिपक्वता प्रतिफल:6.9594%) IV. स्वीकृत प्रतिस्पर्धी बोलियां
नीलामी का परिणाम 91 दिवसीय 182 दिवसीय 364 दिवसीय I. अधिसूचित राशि ₹ 4000 करोड़ ₹ 4000 करोड़ ₹ 4000 करोड़ II. प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 78 84 99 (ii) राशि ₹ 21345.420 करोड़ ₹ 16912.650 करोड़ ₹ 15036.100 करोड़ III. कट-ऑफ मूल्य/ प्रतिफल 98.3321 96.6650 93.5101 (परिपक्वता प्रतिफल:6.8034%) (परिपक्वता प्रतिफल:6.9191%) (परिपक्वता प्रतिफल:6.9594%) IV. स्वीकृत प्रतिस्पर्धी बोलियां
I. खज़ाना बिल 91 दिवसीय 182 दिवसीय 364 दिवसीय II. अधिसूचित कुल अंकित मूल्य ₹4,000 करोड़ ₹4,000 करोड़ ₹4,000 करोड़ III. कट-ऑफ मूल्य और कट-ऑफ मूल्य पर निहित प्रतिफल 98.3321 (परिपक्वता प्रतिफल: 6.8034%) 96.6650 (परिपक्वता प्रतिफल: 6.9191%) 93.5101 (परिपक्वता प्रतिफल: 6.9594%) IV. स्वीकृत कुल अंकित मूल्य ₹4,000 करोड़ ₹4,000 करोड़ ₹4,000 करोड़
I. खज़ाना बिल 91 दिवसीय 182 दिवसीय 364 दिवसीय II. अधिसूचित कुल अंकित मूल्य ₹4,000 करोड़ ₹4,000 करोड़ ₹4,000 करोड़ III. कट-ऑफ मूल्य और कट-ऑफ मूल्य पर निहित प्रतिफल 98.3321 (परिपक्वता प्रतिफल: 6.8034%) 96.6650 (परिपक्वता प्रतिफल: 6.9191%) 93.5101 (परिपक्वता प्रतिफल: 6.9594%) IV. स्वीकृत कुल अंकित मूल्य ₹4,000 करोड़ ₹4,000 करोड़ ₹4,000 करोड़
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 21 मई – 24 मई 2024 तक की अवधि के लिए विदेशी मुद्रा में दैनिक व्यापारी और अंतर-बैंक लेनदेन दर्शाने वाले आंकड़े आज जारी किए।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 21 मई – 24 मई 2024 तक की अवधि के लिए विदेशी मुद्रा में दैनिक व्यापारी और अंतर-बैंक लेनदेन दर्शाने वाले आंकड़े आज जारी किए।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 13 मई - 17 मई 2024 तक की अवधि के लिए विदेशी मुद्रा में दैनिक व्यापारी और अंतर-बैंक लेनदेन दर्शाने वाले आंकड़े आज जारी किए। सभी आंकड़े मिलियन अमेरिकी डॉलर में स्थिति तारीख व्यापारी अंतर-बैंक एफ़सीवाई/ आईएनआर एफ़सीवाई / एफ़सीवाई एफ़सीवाई/ आईएनआर एफ़सीवाई / एफ़सीवाई स्पॉट वायदा वायदा रद्द स्पॉट वायदा वायदा रद्द स्पॉट स्वैप वायदा स्पॉट स्वैप वायदा खरीद
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 13 मई - 17 मई 2024 तक की अवधि के लिए विदेशी मुद्रा में दैनिक व्यापारी और अंतर-बैंक लेनदेन दर्शाने वाले आंकड़े आज जारी किए। सभी आंकड़े मिलियन अमेरिकी डॉलर में स्थिति तारीख व्यापारी अंतर-बैंक एफ़सीवाई/ आईएनआर एफ़सीवाई / एफ़सीवाई एफ़सीवाई/ आईएनआर एफ़सीवाई / एफ़सीवाई स्पॉट वायदा वायदा रद्द स्पॉट वायदा वायदा रद्द स्पॉट स्वैप वायदा स्पॉट स्वैप वायदा खरीद
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 6 मई - 10 मई 2024 तक की अवधि के लिए विदेशी मुद्रा में दैनिक व्यापारी और अंतर-बैंक लेनदेन दर्शाने वाले आंकड़े आज जारी किए। सभी आंकड़े मिलियन अमेरिकी डॉलर में स्थिति तारीख व्यापारी अंतर-बैंक एफ़सीवाई/ आईएनआर एफ़सीवाई / एफ़सीवाई एफ़सीवाई/ आईएनआर एफ़सीवाई / एफ़सीवाई स्पॉट वायदा वायदा रद्द स्पॉट वायदा वायदा रद्द स्पॉट स्वैप वायदा स्पॉट स्वैप वायदा खरीद 06-05-2024 4,599 1,216 913 371 433 434 13,289 13,581 747 6,542 1,712 338 07-05-2024 4,060 1,062 481 427 186 164 12,659 10,887 1,983 8,482 2,168 315
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 6 मई - 10 मई 2024 तक की अवधि के लिए विदेशी मुद्रा में दैनिक व्यापारी और अंतर-बैंक लेनदेन दर्शाने वाले आंकड़े आज जारी किए। सभी आंकड़े मिलियन अमेरिकी डॉलर में स्थिति तारीख व्यापारी अंतर-बैंक एफ़सीवाई/ आईएनआर एफ़सीवाई / एफ़सीवाई एफ़सीवाई/ आईएनआर एफ़सीवाई / एफ़सीवाई स्पॉट वायदा वायदा रद्द स्पॉट वायदा वायदा रद्द स्पॉट स्वैप वायदा स्पॉट स्वैप वायदा खरीद 06-05-2024 4,599 1,216 913 371 433 434 13,289 13,581 747 6,542 1,712 338 07-05-2024 4,060 1,062 481 427 186 164 12,659 10,887 1,983 8,482 2,168 315
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 29 अप्रैल- 3 मई 2024 तक की अवधि के लिए विदेशी मुद्रा में दैनिक व्यापारी और अंतर-बैंक लेनदेन दर्शाने वाले आंकड़े आज जारी किए।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 29 अप्रैल- 3 मई 2024 तक की अवधि के लिए विदेशी मुद्रा में दैनिक व्यापारी और अंतर-बैंक लेनदेन दर्शाने वाले आंकड़े आज जारी किए।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 21 जून 2024 को समाप्त सप्ताह के लिए आरक्षित मुद्रा और 14 जून 2024 को समाप्त पखवाड़े के लिए मुद्रा आपूर्ति पर आंकड़े आज जारी किए।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 21 जून 2024 को समाप्त सप्ताह के लिए आरक्षित मुद्रा और 14 जून 2024 को समाप्त पखवाड़े के लिए मुद्रा आपूर्ति पर आंकड़े आज जारी किए।
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 589,693.74 6.52 5.10-6.85 I. मांग मुद्रा 15,147.06 6.59 5.10-6.75 II. ट्राइपार्टी रेपो 408,238.65 6.50 6.25-6.64 III. बाज़ार रेपो 165,438.03 6.54 5.50-6.85 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 870.00 6.75 6.73-6.80
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 589,693.74 6.52 5.10-6.85 I. मांग मुद्रा 15,147.06 6.59 5.10-6.75 II. ट्राइपार्टी रेपो 408,238.65 6.50 6.25-6.64 III. बाज़ार रेपो 165,438.03 6.54 5.50-6.85 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 870.00 6.75 6.73-6.80
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने मार्च 2024 के अंत के लिए भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति से संबंधित आंकड़े जारी किए[1]। मुख्य बातें जनवरी-मार्च 2024 के दौरान आईआईपी: भारत पर अनिवासियों के निवल दावे 2023-24 की चौथी तिमाही के दौरान 6.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर मार्च 2024 के अंत तक 361.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गए। भारतीय निवासियों की विदेशी वित्तीय आस्तियों में, भारत में विदेशी स्वामित्व वाली आस्तियों (31.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की तुलना में उच्चतर वृद्धि (38.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर) दर्ज की गई, जिसके कारण तिमाही के दौरान अनिवासियों के निवल दावों में गिरावट आई (तालिका 1)।
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने मार्च 2024 के अंत के लिए भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति से संबंधित आंकड़े जारी किए[1]। मुख्य बातें जनवरी-मार्च 2024 के दौरान आईआईपी: भारत पर अनिवासियों के निवल दावे 2023-24 की चौथी तिमाही के दौरान 6.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर मार्च 2024 के अंत तक 361.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गए। भारतीय निवासियों की विदेशी वित्तीय आस्तियों में, भारत में विदेशी स्वामित्व वाली आस्तियों (31.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की तुलना में उच्चतर वृद्धि (38.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर) दर्ज की गई, जिसके कारण तिमाही के दौरान अनिवासियों के निवल दावों में गिरावट आई (तालिका 1)।
मार्च 2024 के अंत में बाह्य ऋण संबंधी स्टॉक तथा पहले की तिमाहियों के संशोधित आंकड़े विवरण I (आईएमएफ फार्मेट[1]) और II (पुराना फार्मेट) में दिए गए हैं। मार्च 2024 के अंत में भारत के बाह्य ऋण से संबंधित प्रमुख गतिविधियां नीचे प्रस्तुत हैं। मुख्य बातें मार्च 2024 के अंत में, भारत का बाह्य ऋण 663.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जिसमें मार्च 2023 के अंत में अपने स्तर से 39.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई (सारणी 1)। सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में बाह्य ऋण का अनुपात मार्च 2023 के अंत में 19.0 प्रतिशत से घटकर मार्च 2024 के अंत में 18.7 प्रतिशत हो गया।
भारतीय रुपया और अन्य प्रमुख मुद्राओं, जैसे येन, यूरो और एसडीआर[2] की तुलना में अमेरिकी डॉलर की मूल्यवृद्धि के कारण मूल्यन प्रभाव 8.7 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया। मूल्यन प्रभाव को छोड़कर, बाह्य ऋण में मार्च 2023 के अंत में 39.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में मार्च 2024 के अंत में 48.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई थी। मार्च 2024 के अंत में, दीर्घावधि ऋण (एक वर्ष से अधिक की मूल परिपक्वता वाले) 541.2 बिलियन अमरीकी डॉलर था, जिसमें मार्च 2023 के अंत में इसके स्तर से 45.6 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई थी। कुल बाह्य ऋण में अल्पावधि ऋण (एक वर्ष तक मूल परिपक्वता वाले) की हिस्सेदारी मार्च 2023 के अंत में 20.6 प्रतिशत से घटकर मार्च 2024 के अंत में 18.5 प्रतिशत रह गई। इसी प्रकार विदेशी मुद्रा आरक्षित निधि की तुलना में अल्पावधि ऋण (मूल परिपक्वता) का अनुपात मार्च 2024 के अंत में घटकर 19.0 प्रतिशत (मार्च 2023 के अंत में 22.2 प्रतिशत) हो गया।
मार्च 2024 के अंत में बाह्य ऋण संबंधी स्टॉक तथा पहले की तिमाहियों के संशोधित आंकड़े विवरण I (आईएमएफ फार्मेट[1]) और II (पुराना फार्मेट) में दिए गए हैं। मार्च 2024 के अंत में भारत के बाह्य ऋण से संबंधित प्रमुख गतिविधियां नीचे प्रस्तुत हैं। मुख्य बातें मार्च 2024 के अंत में, भारत का बाह्य ऋण 663.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जिसमें मार्च 2023 के अंत में अपने स्तर से 39.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई (सारणी 1)। सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में बाह्य ऋण का अनुपात मार्च 2023 के अंत में 19.0 प्रतिशत से घटकर मार्च 2024 के अंत में 18.7 प्रतिशत हो गया।
भारतीय रुपया और अन्य प्रमुख मुद्राओं, जैसे येन, यूरो और एसडीआर[2] की तुलना में अमेरिकी डॉलर की मूल्यवृद्धि के कारण मूल्यन प्रभाव 8.7 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया। मूल्यन प्रभाव को छोड़कर, बाह्य ऋण में मार्च 2023 के अंत में 39.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में मार्च 2024 के अंत में 48.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई थी। मार्च 2024 के अंत में, दीर्घावधि ऋण (एक वर्ष से अधिक की मूल परिपक्वता वाले) 541.2 बिलियन अमरीकी डॉलर था, जिसमें मार्च 2023 के अंत में इसके स्तर से 45.6 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई थी। कुल बाह्य ऋण में अल्पावधि ऋण (एक वर्ष तक मूल परिपक्वता वाले) की हिस्सेदारी मार्च 2023 के अंत में 20.6 प्रतिशत से घटकर मार्च 2024 के अंत में 18.5 प्रतिशत रह गई। इसी प्रकार विदेशी मुद्रा आरक्षित निधि की तुलना में अल्पावधि ऋण (मूल परिपक्वता) का अनुपात मार्च 2024 के अंत में घटकर 19.0 प्रतिशत (मार्च 2023 के अंत में 22.2 प्रतिशत) हो गया।
25 जून 2024 को आयोजित राज्य सरकार प्रतिभूतियों की नीलामी का परिणाम निम्नानुसार है: (राशि ₹ करोड़ में) आंध्र प्रदेश 2035 आंध्र प्रदेश 2044 हरियाणा 2036 जम्मू और कश्मीर यूटी 2054 अधिसूचित राशि 1000 1000 1500 500 अवधि 11 20 12 30 प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 85 22 94 12 (ii) राशि 6060 2725 6548 1350.50 कट-ऑफ प्रतिफल (प्रतिशत) 7.34 7.31 7.33 7.28 स्वीकृत प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 14 11 11 3 (ii) राशि 900 984.945 1350 499.925
25 जून 2024 को आयोजित राज्य सरकार प्रतिभूतियों की नीलामी का परिणाम निम्नानुसार है: (राशि ₹ करोड़ में) आंध्र प्रदेश 2035 आंध्र प्रदेश 2044 हरियाणा 2036 जम्मू और कश्मीर यूटी 2054 अधिसूचित राशि 1000 1000 1500 500 अवधि 11 20 12 30 प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 85 22 94 12 (ii) राशि 6060 2725 6548 1350.50 कट-ऑफ प्रतिफल (प्रतिशत) 7.34 7.31 7.33 7.28 स्वीकृत प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 14 11 11 3 (ii) राशि 900 984.945 1350 499.925
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 56 के साथ पठित धारा 35ए के अंतर्गत दिनांक 25 सितंबर 2023 के निदेश सं. AMD.DOS.SSM.No.S1053/11-03-039/2023-2024 द्वारा कलर मर्चेंट्स को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, अहमदाबाद को 25 मार्च 2024 को कारोबार की समाप्ति तक छह माह की अवधि के लिए सर्वसमावेशी निदेश जारी किए थे जिन्हें पिछली बार दिनांक 18 मार्च 2024 के निदेश DOR.MON/D-141/12.21.039/2023-24 द्वारा 25 जून 2024 तक बढ़ाया गया था।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 56 के साथ पठित धारा 35ए के अंतर्गत दिनांक 25 सितंबर 2023 के निदेश सं. AMD.DOS.SSM.No.S1053/11-03-039/2023-2024 द्वारा कलर मर्चेंट्स को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, अहमदाबाद को 25 मार्च 2024 को कारोबार की समाप्ति तक छह माह की अवधि के लिए सर्वसमावेशी निदेश जारी किए थे जिन्हें पिछली बार दिनांक 18 मार्च 2024 के निदेश DOR.MON/D-141/12.21.039/2023-24 द्वारा 25 जून 2024 तक बढ़ाया गया था।
Sr. No. State/UT Amount to be raised (₹Crore) Amount Accepted (₹ Crore) Cut off Yield (%) Tenure (Year) 1 Andhra Pradesh 1000 1000 7.34 11 1000 1000 7.31 20 2 Haryana 1500 1500 7.33 12 3 Jammu and Kashmir 500 500 7.28 30 4 Kerala 1500 1500 7.32 17 5 Mizoram 71 71 7.36 15 6 Rajasthan 1500 1500 7.34 10 1000 1000 7.33 19 1500 1500 7.33 20 7 Tamil Nadu 3000 3000 7.27 30 8 Telangana 1000 1000 7.31 18 9 West Bengal 2000 2000 7.34 15 1500 1500 7.34 18 Total 17,071 17,071
Sr. No. State/UT Amount to be raised (₹Crore) Amount Accepted (₹ Crore) Cut off Yield (%) Tenure (Year) 1 Andhra Pradesh 1000 1000 7.34 11 1000 1000 7.31 20 2 Haryana 1500 1500 7.33 12 3 Jammu and Kashmir 500 500 7.28 30 4 Kerala 1500 1500 7.32 17 5 Mizoram 71 71 7.36 15 6 Rajasthan 1500 1500 7.34 10 1000 1000 7.33 19 1500 1500 7.33 20 7 Tamil Nadu 3000 3000 7.27 30 8 Telangana 1000 1000 7.31 18 9 West Bengal 2000 2000 7.34 15 1500 1500 7.34 18 Total 17,071 17,071
सॉवरेन स्वर्ण बॉण्ड (एसजीबी) योजना पर भारत सरकार की दिनांक 6 अक्तूबर 2017 की अधिसूचना एफ.सं.4(25)-डब्ल्यूएंडएम/2017 (एसजीबी 2017-18 शृंखला XIII - जारी करने की तारीख 26 दिसंबर 2017) के अनुसार, स्वर्ण बॉण्ड के जारी होने की तारीख, जिस तारीख से ब्याज देय है, से पांच वर्ष के बाद उस स्वर्ण बॉण्ड को समय-पूर्व मोचन की अनुमति दी जा सकती है। तद्नुसार, उपरोक्त शृंखला के समय-पूर्व मोचन की अगली देय तिथि 26 जून 2024 होगी।
सॉवरेन स्वर्ण बॉण्ड (एसजीबी) योजना पर भारत सरकार की दिनांक 6 अक्तूबर 2017 की अधिसूचना एफ.सं.4(25)-डब्ल्यूएंडएम/2017 (एसजीबी 2017-18 शृंखला XIII - जारी करने की तारीख 26 दिसंबर 2017) के अनुसार, स्वर्ण बॉण्ड के जारी होने की तारीख, जिस तारीख से ब्याज देय है, से पांच वर्ष के बाद उस स्वर्ण बॉण्ड को समय-पूर्व मोचन की अनुमति दी जा सकती है। तद्नुसार, उपरोक्त शृंखला के समय-पूर्व मोचन की अगली देय तिथि 26 जून 2024 होगी।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: नवंबर 21, 2024