चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा - चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर) - आरबीआई - Reserve Bank of India
चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा - चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर)
भारिबै/2022-23/25 18 अप्रैल, 2022 महोदया/महोदय चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा - चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर) कृपया चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा – चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर) पर 17 अप्रैल 2020 का हमारा परिपत्र डीओआर.बीपी.बीसी.सं.65/21.04.098/2019-20 देखें। 2. उक्त परिपत्र के अनुसार, एलसीआर की गणना के उद्देश्य से स्तर 1 उच्च गुणवत्ता वाली चलनिधि आस्तियों (एचक्यूएलए) के रूप में अनुमत आस्तियों में अन्य बातों के साथ-साथ (क) अनिवार्य एसएलआर आवश्यकता से अधिक सरकारी प्रतिभूतियां और (ख) (i) सीमांत स्थायी सुविधा (एमएसएफ़) और (ii) चलनिधि कवरेज अनुपात के लिए चलनिधि सुविधा (एफ़एएलएलसीआर) का लाभ उठाने [बैंकों की निवल मांग और सावधि देयताओं (एनडीटीएल) का 15 प्रतिशत] के अंतर्गत अनिवार्य एसएलआर आवश्यकता के भीतर, अनुमत सीमा तक सरकारी प्रतिभूतियां शामिल हैं। 3. चूंकि 1 जनवरी 2022 से एमएसएफ को एनडीटीएल के 3 प्रतिशत से घटाकर 2 प्रतिशत कर दिया गया है, अनिवार्य एसएलआर से निकाला गया कुल एचक्यूएलए, जिसे एलसीआर आवश्यकता को पूरा करने के लिए माना जा सकता है, वह एनडीटीएल के 18 प्रतिशत से घटकर 17 प्रतिशत तक (2 प्रतिशत एमएसएफ़ और 15 प्रतिशत एफ़एएलएलसीआर) कम हो गया है। 4. समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि बैंकों को उनके एनडीटीएल के 16 प्रतिशत तक अनिवार्य एसएलआर आवश्यकता के भीतर एफएएलएलसीआर के तहत सरकारी प्रतिभूतियों को स्तर 1 एचक्यूएलए के रूप में गणना करने की अनुमति दी जाए। तदनुसार, अनिवार्य एसएलआर से निकाला गया कुल एचक्यूएलए, जिसे एलसीआर आवश्यकता को पूरा करने के लिए गिना जा सकता है, एनडीटीएल का 18 प्रतिशत (2 प्रतिशत एमएसएफ और 16 प्रतिशत एफएएलएलसीआर) होगा। प्रयोज्यता: 5. यह परिपत्र क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, स्थानीय क्षेत्र बैंकों और भुगतान बैंकों के अलावा सभी वाणिज्यिक बैंकों पर लागू है। 6. यह अनुदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे। भवदीया, (उषा जानकीरामन) |