चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा – एनबीएफ़सी और एचएफ़सी को संवितरित ऋण के प्रति चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर), एफ़एएलएलसीआर - आरबीआई - Reserve Bank of India
चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा – एनबीएफ़सी और एचएफ़सी को संवितरित ऋण के प्रति चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर), एफ़एएलएलसीआर
भारिबै/2019-20/12 5 जुलाई 2019 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/महोदया, चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा – एनबीएफ़सी और एचएफ़सी कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 4 अप्रैल 2019 का हमारा परिपत्र बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.34/21.04.098/2018-19 देखें, जिसमें बैंकों को एलसीआर की गणना के प्रयोजन से स्तर 1 एचक्यूएलए के रूप में अनिवार्य एसएलआर अपेक्षाओं के भीतर चरणबद्ध रूप से, चलनिधि कवरेज अनुपात के लिए चलनिधि लेने की सुविधा (एफएएलएलसीआर) के अंतर्गत धारित सरकारी प्रतिभूतियों के 2 प्रतिशत अतिरिक्त की मान्यता देने की अनुमति दी गई है। 2. रोडमैप के अनुसार, एफ़एएलएलसीआर को क्रमशः 1 अगस्त और 1 दिसंबर 2019 को एनडीटीएल का 0.50 प्रतिशत बढ़ाया जाना है। यह निर्णय लिया गया है कि तत्काल प्रभाव से, बैंकों को एफ़एएलएलसीआर में बैंक के एनडीटीएल की इस 1 प्रतिशत की वृद्धि को, एनबीएफसी और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (एचएफ़सी) को वृद्धिशील बकाया ऋण की सीमा तक, एलसीआर की गणना के प्रयोजन से स्तर 1 एचक्यूएलए के रूप में माने जाने की अनुमति होगी, जो उनके बही-खाते में एनबीएफ़सी/एचएफ़सी को बकाया ऋण की राशि के अतिरिक्त होगी। एक प्रतिशत के एफएएलएलसीआर की फ्रंटलोडिंग, जो विशेष रूप से एनबीएफसी/एचएफसी के प्रति वृद्धिशील एक्सपोजर के लिए है, 1 अगस्त और 1 दिसंबर 2019 को मूल योजना के अनुसार एफएएलएलसीआर में वृद्धि होने पर सामान्य एफएएलएलसीआर का हिस्सा बन जाएगी। 3. हमारे उक्त परिपत्र में दिए गए अन्य सभी अनुदेश अपरिवर्तित रहेंगे। भवदीय (सौरभ सिन्हा) |