वर्तमान के 500 और 1000 रुपए के बैंक नोटों की वैध मुद्रा विशेषता की वापसी – विवाह उत्सव के प्रयोजन के लिए नकद निकासी - आरबीआई - Reserve Bank of India
वर्तमान के 500 और 1000 रुपए के बैंक नोटों की वैध मुद्रा विशेषता की वापसी – विवाह उत्सव के प्रयोजन के लिए नकद निकासी
आरबीआई/2016-17/145 21 नवम्बर 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय, वर्तमान के 500 और 1000 रुपए के बैंक नोटों की वैध मुद्रा विशेषता की वापसी – उक्त विषय में कृपया हमारे दिनांक 08 नवंबर 2016 के परिपत्र डीसीएम (आयो) सं 1226/10.27.00/2016-17 का संदर्भ लें । 2. अपने बच्चों का विवाह कराने और मनाने के लिए जनता को सक्षम करने की जरूरत को देखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि शादी से संबंधित व्यय को पूरा करने के लिए अपने बैंक में जमा खातों से नकदी निकासी की उच्च सीमा की अनुमति दी गई है । अब, बैंक परिवारों को शादी के व्यय के लिए गैर-नकद साधन अर्थात चेक / ड्राफ्ट, क्रेडिट / डेबिट कार्ड, प्रीपेड कार्ड, मोबाइल स्थानान्तरण, इंटरनेट बैंकिंग चैनलों, एनईएफटी / आरटीजीएस, आदि के माध्यम से करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है । इसलिए नकद निकासी देते समय, जनता को नकदी का उपयोग करने के लिए, व्यय जो नकद मोड के माध्यम से ही पूरा किया जाना है, को पूरा करने के लिए सूचित किया जाना चाहिए। नकद निकासी निम्न शर्तों के अधीन होगी : (i) 8 नवम्बर 2016 को कारोबार की समाप्ती पर खाते में जमा शेष से 30 दिसम्बर 2016 तक बैंक जमा खाते में से अधिकतम ₹ 2,50,000/- की राशि निकालने की अनुमति है । (ii) निकासी की अनुमति केवल उन खातों के लिए दी जाती है जो पूर्ण रूप से केवाईसी मानदंड को पूरा किया है । (iii) राशि की निकासी की जा सकती है यदि शादी की तारीख 30 दिसंबर 2016 को हो अथवा उससे पहले हो । (iv) निकासी केवल वही कर सकता है जिसकी शादी है अथवा उसके माता-पिता (निकासी के लिए केवल एक को ही अनुमति है) (v) जैसाकि निकाली गई राशि नकद संवितरण के लिए इस्तेमाल किया जाना है, इससे यह स्थापित हो गया है कि जिन व्यक्तियों के लिए भुगतान किया जाना प्रस्तावित है उनका बैंक खाता नहीं है । (vi) निकासी के लिए आवेदन निम्नलिखित दस्तावेजों के साथ किया जाएगा :
3 बैंक को सबूत का समुचित रिकार्ड रखना होगा और आवश्यकता पर अधिकारियों द्वारा सत्यापन के लिए उन्हें प्रस्तुत करना होगा । योजना को प्रामाणिकता / वास्तविक उपयोग के आधार पर उसकी समीक्षा की जाएगी । भवदीय (पी.विजय कुमार) संलग्न : यथोक्त |