मास्टर परिपत्र-जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक डीलिंग
भारिबैं/2004-05/2 1 जुलाई 2004 प्रति, विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत डीलर महोदया/ महोदय, मास्टर परिपत्र-जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक डीलिंग अनिवासी बैंकों के रुपया खाते, अंतर-बी बैंक डीलिंग, विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा आदि अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा 3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा 25/आरबी-2000, दिनांक 3 मई, 2000 और इसके उपरांत किए गए संशोधनों के प्रावधानों द्वारा अभिशासित होते हैं। 2. यह मास्टर परिपत्र "जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक डीलिंग" विषय पर मौजूदा निर्देशों को एक स्थान पर समेकित करता है। अंतर्निहित परिपत्रों/अधिसूचनाओं की सूची अनुबंध-1 में दी गई है। 3. रिजर्व बैंक द्वारा गठित लोक सेवा संबंधी प्रक्रियाओं और कार्यनिष्पादन लेखापरीक्षा पर समिति (सीपीपीएपीएस) (अध्यक्ष: श्री एस. एस. तारापोर) द्वारा की गई संस्तुति के अनुसार, यह मास्टर परिपत्र एक वर्ष के सावधि विधि खंड सहित जारी किया जा रहा है। यह परिपत्र 1 जुलाई, 2005 को वापस लिया गया माना जाएगा और इस विषय पर अद्यतित मास्टर परिपत्र द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा। भवदीया, ग्रेस कोशी |
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