जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन – वायदा (forward) संविदाओं की बुकिंग - उदारीकरण - आरबीआई - Reserve Bank of India
जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन – वायदा (forward) संविदाओं की बुकिंग - उदारीकरण
भारिबैंक/2013-14/557 7 अप्रैल 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन – वायदा (forward) संविदाओं की बुकिंग - उदारीकरण कृपया पहली व्दिमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2014-15 का पैराग्राफ 23 देखें जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ यह प्रस्ताव किया गया है कि सभी निवासी व्यक्तियों, फर्मों और कंपनियों, जिन्हें वास्तविक विदेशी मुद्रा जोखिम (exposure) है, को कतिपय शर्तों के तहत 2,50,000 अमरीकी डालर की सीमा तक विदेशी मुद्रा वायदा संविदाएं बुक करने की अनुमति प्रदान की जाए। 2. प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली, 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं॰फेमा.25/आरबी-2000) और वायदा संविदाएं बुक करने में उदारीकरण लाने से संबंधित 29 अक्तूबर 2007 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 15 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवासी व्यक्तियों को उनके वास्तविक अथवा प्रत्याशित आवक और जावक दोनों विप्रेषणों से उत्पन्न होने वाले विदेशी मुद्रा जोखिमों (exposures) को प्रबंधित करने/हेज करने के लिए, अंतर्निहित दस्तावेजों को प्रस्तुत किए बिना, स्वयं की घोषणा के आधार पर 1,00,000 अमरीकी डालर की सीमा तक वायदा (forward) संविदाएं बुक करने की अनुमति दी जाती है। 3. मौजूदा सुविधाओं को और उदार बनाने के दृष्टिकोण से, अब यह निर्णय लिया गया है कि सभी निवासी व्यक्तियों, फर्मों और कंपनियों, जिन्हें वास्तविक अथवा प्रत्याशित विदेशी मुद्रा जोखिम (exposure) है, से और दस्तावेजों की अपेक्षा के बिना, उन्हें केवल सरल घोषणापत्र के आधार पर 2,50,000 अमरीकी डालर की सीमा तक विदेशी मुद्रा वायदा संविदाएं बुक करने की अनुमति प्रदान की जाए। उल्लिखित परिपत्र में दी गई मौजूदा शर्तों के अनुसार प्रत्यक्ष और/ अथवा परोक्ष रूप में विदेशी मुद्रा संबंधी जोखिम (exposure) वाले लघु और मध्यम उद्यमों (एसएमई) को, उसमें दी गई शर्तों के तहत, जोखिम (exposure) को प्रभावी रूप में प्रबंधित करने के लिए, अंतर्निहित दस्तावेजों की प्रस्तुति के बिना, वायदा संविदाएं बुक/रद्द/रोलओवर करने की अनुमति संबंधी सुविधाएं अपरिवर्तित बनी रहेंगी। 4. संशोधित रिपोर्टिंग फार्मेट इस परिपत्र के संलग्नक I और II के रूप में दिए गए हैं। 29 अक्तूबर 2007 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.15 में संविदाओं की अवधि सहित विनिर्दिष्ट सभी अन्य शर्तें आवश्यक परिवर्तनों सहित लागू होंगी। 5. प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी । बैंक इस परिपत्र की विषयवस्तु से अपने संबंधित घटकों और ग्राहकों को अवगत कराएं । 6. इस परिपत्र में निहित निर्देश विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 10(4) और धारा 11(1) के अधीन और अन्य किसी कानून के अंतर्गत अपेक्षित अनुमति/ अनुमोदन, यदि कोई हो, पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बगैर जारी किए गए हैं। भवदीय, (रुद्र नारायण कर) [7 अप्रैल 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.119 का संलग्नक] निवासी व्यक्तियों, फर्मों और कंपनियों द्वारा 2,50,000 अमरीकी डॉलर (आवेदक द्वारा भरा जाए) I. आवेदक के ब्योरे क. नाम . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . II. अपेक्षित विदेशी मुद्रा वायदा संविदाओं के ब्योरे 1. रशि (करेंसी पेयर का उल्लेख करें) . . . . . . . . . . . . . . . . . . III. दिनांक . . . . . . को बकाया वायदा संविदाओं का आनुमनिक मूल्य IV. वास्तविक/ प्रत्यशित प्रेषणों के ब्योरे 1. रशि : घोषणा मैं/हम, . . . . . . . . . . . . . . . . . . (आवेदक का नाम), एतद्वारा घोषित करता हूं/करते हैं कि भारत में . . . . . . . . . . . . . . . . . . (बैंक) की. . . . . . . . . . . . . . . . . . (नमित शाखा) के पास बुक की गई विदेशी मुद्रा वायदा संविदाओं की कुल राशि 2,50,000 अमरीकी डॉलर (दो लाख पचास हजार अमरीकी डॉलर मात्र) की सीमा में है और प्रमणित करता हूं/करते हैं कि वायदा संविदाएं अनुमत चालू और/अथवा पूंजी खाता लेनदेनों के प्रयोजनार्थ हैं। मैं/हम यह भी प्रमणित करता हूं/करते हैं कि मैंने/हमने किसी अन्य बैंक/शाखा के साथ कोई विदेशी मुद्रा वायदा संविदा बुक नहीं की है। मैंने/हमने विदेशी मुद्रा वायदा संविदाएं बुक करने में अंतनिर्हित जोखिमों को समझा है। आवेदक के हस्ताक्षर (नाम) प्रधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंक द्वारा प्रमाणपत्र यह प्रमणित किया जाता है कि ग्राहक . . . . . . . . . . . . . . . . . . . (आवेदक का नाम) जिसका पीएएन सं.(PAN No.) . . . . . . . . . . है, ने हमारे पास . . . . . . . . . . . से* खाता.(सं.) . . . . . . . बनाए रखा है। हम प्रमाणित करते हैं कि ग्राहक भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित धन शोधन निवारण/अपने ग्राहकों को जानने संबंधी दिशानिर्देशों गत अपेक्षाओं को पूरा करता है/ करते हैं और पुष्टि करते हैं कि हमने आवश्यक उपयुक्तता और औचित्यता परीक्षण पूरे कर लिए गए हैं। प्रधिकृत अधिकारी का नाम और पदनाम * माह/वर्ष [7 अप्रैल 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.119 का संलग्नक] विवरण – स्वयं द्वारा की गई घोषणा के आधार पर बुक की गई और रद्द की गई वायदा (forward) संविदाओं के ब्योरे. . . . . . . . . . . को समाप्त तिमाही के लिए
प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंक का नाम : |