एचटीएम श्रेणी में एसएलआर धारिता - आरबीआई - Reserve Bank of India
एचटीएम श्रेणी में एसएलआर धारिता
भारिबैं/2020-21/94 फरवरी 5, 2021 सभी वाणिज्यिक बैंक महोदय/ महोदया एचटीएम श्रेणी में एसएलआर धारिता कृपया उक्त विषय पर दिनांक 05 फरवरी 2021 के विकासात्मक और विनियामकीय नीतियों पर वक्तव्य का पैरा 4 और दिनांक 12 अक्तूबर 2020 का हमारा परिपत्र विवि.सं.बीपी.बीसी.22/21.04.141/2020-21 देखें। 2. बैंकों को परिपक्वता तक धारित (एचटीएम) श्रेणी के अंतर्गत कुल निवेश की 25 प्रतिशत की सीमा से अधिक निवेश करने की अनुमति दी गई है, बशर्ते कि:
3. उपर्युक्त पैरा 2(ख) में बताई गई सीमा के संबंध में, बैंकों को 1 सितंबर 2020 और 31 मार्च 2021 के बीच ली गई एसएलआर प्रतिभूतियों पर एनडीटीएल के 22 प्रतिशत की बढ़ाई गई एचटीएम सीमा की विशेष छूट दी गई थी। इस बढ़ाई गई एचटीएम सीमा को 30 जून 2022 को समाप्त होने वाली तिमाही से शुरू करके चरणबद्ध तरीके से तीन तिमाहियों में 19.5 प्रतिशत तक लाया जाना अपेक्षित था। 4. अब यह निर्णय लिया गया है कि 22 प्रतिशत की बढ़ाई गई एचटीएम सीमा संबंधी छूट को, 1 अप्रैल 2021 और 31 मार्च 2022 के बीच ली गई एसएलआर प्रतिभूतियों को शामिल करते हुए, 31 मार्च 2023 तक बढ़ाया जाए। अतः बैंक उपर्युक्त पैरा 2(ख) में बताई गई सीमा को, 31 मार्च 2023 तक, एनडीटीएल के 22 प्रतिशत तक (एनडीटीएल के 19.5 प्रतिशत की बजाय) बढ़ा सकते हैं, बशर्ते कि यह अतिरिक्त स्थिति 1 सितंबर 2020 और 31 मार्च 2022 के बीच ली गई एसएलआर प्रतिभूतियों के कारण हो। 5. बढ़ाई गई एचटीएम सीमा को एनडीटीएल के 19.5 प्रतिशत तक वापस लाने के लिए 12 अक्तूबर 2020 के उपर्युक्त परिपत्र के पैरा 3 में निर्धारित समयावधि भी तदनुसार संशोधित की जाती है। इस बढ़ाई गई एचटीएम सीमा को चरणबद्ध तरीके से 19.5 प्रतिशत तक लाया जाएगा, जो 30 जून 2023 को समाप्त होने वाली तिमाही से शुरु होगा, अर्थात बैंकों द्वारा 1 सितंबर 2020 से 31 मार्च 2022 की अवधि के बीच ली गई अतिरिक्त एसएलआर प्रतिभूतियों को एचटीएम श्रेणी क्रमशः इस प्रकार घटाया जाएगा कि एनडीटीएल के प्रतिशत के रूप में एचटीएम श्रेणी में धारित कुल एसएलआर प्रतिभूतियां निम्नलिखित से अधिक नहीं होंगी:
6. मौजूदा अनुदेशों के अनुसार बैंक वर्ष में एक बार अपने निदेशक मंडल के अनुमोदन से एचटीएम श्रेणी में/ से निवेश अंतरित कर सकते हैं और ऐसे अंतरण की अनुमति सामान्यतः लेखा वर्ष के आरंभ में होगी। तथापि बैंकों को उपर्युक्त पैरा 5 में बताए गए अनुदेशों का पालन करने के लिए उनकी अतिरिक्त एसएलआर प्रतिभूतियों को एचटीएम श्रेणी से बिक्री के लिए उपलब्ध (एएफएस)/ ट्रेडिंग के लिए धारित (एचएफटी) में अंतरित करने के लिए सक्षम बनाने हेतु यह निर्णय लिया गया है कि ऐसे अंतरण की अनुमति उस तिमाही में दी जाएगी, जिसमें एचटीएम सीलिंग को घटाया जाना है। यह लेखा वर्ष के आरंभ में अनुमति प्राप्त अंतरण के अलावा होगी। भवदीया (उषा जानकीरामन) |