RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
S2

Notification Marquee

आरबीआई की घोषणाएं
आरबीआई की घोषणाएं

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

असेट प्रकाशक

110059954

एचटीएम श्रेणी में एसएलआर धारिता

भारिबैं/2020-21/94
विवि.सं.एमआरजी.बीसी.39/21.04.141/2020-21

फरवरी 5, 2021

सभी वाणिज्यिक बैंक

महोदय/ महोदया

एचटीएम श्रेणी में एसएलआर धारिता

कृपया उक्त विषय पर दिनांक 05 फरवरी 2021 के विकासात्मक और विनियामकीय नीतियों पर वक्तव्य का पैरा 4 और दिनांक 12 अक्तूबर 2020 का हमारा परिपत्र विवि.सं.बीपी.बीसी.22/21.04.141/2020-21 देखें।

2. बैंकों को परिपक्वता तक धारित (एचटीएम) श्रेणी के अंतर्गत कुल निवेश की 25 प्रतिशत की सीमा से अधिक निवेश करने की अनुमति दी गई है, बशर्ते कि:

क) अतिरिक्त निवेश केवल एसएलआर प्रतिभूतियों में हो; और

ख) एचटीएम श्रेणी के अंतर्गत धारित कुल एसएलआर प्रतिभूतियां पूर्ववर्ती दूसरे पखवाड़े के अंतिम शुक्रवार की स्थिति के अनुसार निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) के 19.5 प्रतिशत से अधिक न हो।

3. उपर्युक्त पैरा 2(ख) में बताई गई सीमा के संबंध में, बैंकों को 1 सितंबर 2020 और 31 मार्च 2021 के बीच ली गई एसएलआर प्रतिभूतियों पर एनडीटीएल के 22 प्रतिशत की बढ़ाई गई एचटीएम सीमा की विशेष छूट दी गई थी। इस बढ़ाई गई एचटीएम सीमा को 30 जून 2022 को समाप्त होने वाली तिमाही से शुरू करके चरणबद्ध तरीके से तीन तिमाहियों में 19.5 प्रतिशत तक लाया जाना अपेक्षित था।

4. अब यह निर्णय लिया गया है कि 22 प्रतिशत की बढ़ाई गई एचटीएम सीमा संबंधी छूट को, 1 अप्रैल 2021 और 31 मार्च 2022 के बीच ली गई एसएलआर प्रतिभूतियों को शामिल करते हुए, 31 मार्च 2023 तक बढ़ाया जाए। अतः बैंक उपर्युक्त पैरा 2(ख) में बताई गई सीमा को, 31 मार्च 2023 तक, एनडीटीएल के 22 प्रतिशत तक (एनडीटीएल के 19.5 प्रतिशत की बजाय) बढ़ा सकते हैं, बशर्ते कि यह अतिरिक्त स्थिति 1 सितंबर 2020 और 31 मार्च 2022 के बीच ली गई एसएलआर प्रतिभूतियों के कारण हो।

5. बढ़ाई गई एचटीएम सीमा को एनडीटीएल के 19.5 प्रतिशत तक वापस लाने के लिए 12 अक्तूबर 2020 के उपर्युक्त परिपत्र के पैरा 3 में निर्धारित समयावधि भी तदनुसार संशोधित की जाती है। इस बढ़ाई गई एचटीएम सीमा को चरणबद्ध तरीके से 19.5 प्रतिशत तक लाया जाएगा, जो 30 जून 2023 को समाप्त होने वाली तिमाही से शुरु होगा, अर्थात बैंकों द्वारा 1 सितंबर 2020 से 31 मार्च 2022 की अवधि के बीच ली गई अतिरिक्त एसएलआर प्रतिभूतियों को एचटीएम श्रेणी क्रमशः इस प्रकार घटाया जाएगा कि एनडीटीएल के प्रतिशत के रूप में एचटीएम श्रेणी में धारित कुल एसएलआर प्रतिभूतियां निम्नलिखित से अधिक नहीं होंगी:

(क) 21.00 प्रतिशत 30 जून 2023 की स्थिति के अनुसार

(ख) 20.00 प्रतिशत 30 सितंबर 2023 की स्थिति के अनुसार

(ग) 19.50 प्रतिशत 31 दिसंबर 2023 की स्थिति के अनुसार

6. मौजूदा अनुदेशों के अनुसार बैंक वर्ष में एक बार अपने निदेशक मंडल के अनुमोदन से एचटीएम श्रेणी में/ से निवेश अंतरित कर सकते हैं और ऐसे अंतरण की अनुमति सामान्यतः लेखा वर्ष के आरंभ में होगी। तथापि बैंकों को उपर्युक्त पैरा 5 में बताए गए अनुदेशों का पालन करने के लिए उनकी अतिरिक्त एसएलआर प्रतिभूतियों को एचटीएम श्रेणी से बिक्री के लिए उपलब्ध (एएफएस)/ ट्रेडिंग के लिए धारित (एचएफटी) में अंतरित करने के लिए सक्षम बनाने हेतु यह निर्णय लिया गया है कि ऐसे अंतरण की अनुमति उस तिमाही में दी जाएगी, जिसमें एचटीएम सीलिंग को घटाया जाना है। यह लेखा वर्ष के आरंभ में अनुमति प्राप्त अंतरण के अलावा होगी।

भवदीया

(उषा जानकीरामन)
मुख्य महाप्रबंधक

RbiTtsCommonUtility

प्ले हो रहा है
सुनें

संबंधित एसेट

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

RbiSocialMediaUtility

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

Scan Your QR code to Install our app

RbiWasItHelpfulUtility

क्या यह पेज उपयोगी था?