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वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की स्थिति

11 सितंबर 2015

वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान
भारत के भुगतान संतुलन की स्थिति

वित्तीय वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही अर्थात् अप्रैल-जून के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े विवरण-। (बीपीएम6 फॉर्मेट) और ।। (पुराना फॉर्मेट) में प्रस्‍तुत किए गए हैं।

2015-16 की पहली तिमाही के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की स्थिति के प्रमुख अंश

  • भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) एक वर्ष पहले के 7.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.6 प्रतिशत) के स्‍तर से गिरावट दर्ज करते हुए वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही में 6.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.2 प्रतिशत) पर पहुंच गया।

  • यह सुधार प्रमुख रूप से व्‍यापारिक निर्यातों की तुलना में व्‍यापारिक आयातों में अत्‍यधिक पूर्ण गिरावट आने की वजह से व्‍यापारिक ट्रेड घाटे (2015-16 की पहली तिमाही में 34.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) में वर्ष-दर-वर्ष (वाई-ओ-वाई) के आधार पर आई कमी की वजह से हुआ।

  • प्राथमिक आय (लाभ, लाभांश और ब्‍याज) की वजह से सेवाओं के माध्‍यम से उच्‍चतर निवल अर्जनों और निम्‍नतर नकदी बहिर्वाह के कारण से सीएडी में गिरावट दर्ज हुई।

  • निजी अंतरण रसीदों, जो कि विदेशों में नौकरी करने वाले भारतीयों द्वारा किए जाने वाले धन प्रेषणों को दर्शाती हैं, की राशि 16.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर दर्ज हुई। इसमें पिछले वर्ष के स्‍तर की तुलना में मामूली कमी हुई।

  • जहां तक वित्‍तीय खाते का मामला है प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश की निवल अंतर्वाह राशि वर्ष-दर-वर्ष के आधार पर उच्‍चतर स्‍तर पर रही। तथापि, कर्ज के खंड में लगभग समग्र रूप से पोर्टफोलियो निवेश में भारी गिरावट दर्ज हुई।

  • इस तिमाही के दौरान वाणिज्यिक बैंकों को अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) से प्राप्‍त 5.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की जमाराशियां पिछले वर्ष की पहली तिमाही में दर्ज निवल अंतर्वाह की राशि से दुगुना से भी अधिक रहीं।

  • प्रमुख रूप से बैंकों द्वारा विदेशों में धारित विदेशी मुद्रा आस्तियों में आई गिरावट की वजह से बैंकों द्वारा लिए गए ऋणों की राशि के संदर्भ में 5.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का अंतर्वाह हुआ।

  • अप्रैल-जून 2015 में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बीओपी के आधार पर 11.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की निवल वृद्धि दर्ज हुई; जो कि पिछले वर्ष की समान तिमाही में दर्ज हुई वृद्धि के स्‍तर की तुलना में मामूली अधिक है (सारणी 1)।

सारणी 1 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
  अप्रैल-जून 2015 (प्रा.) अप्रैल-जून 2014 (आं. सं.)
  जमा नामे निवल जमा नामे निवल
क. चालू खाता 126.6 132.7 -6.2 139.2 147.0 -7.8
1. माल 68.0 102.2 -34.2 81.7 116.3 -34.6
जिसमें से :            
पीओएल 8.2 24.7 -16.5 16.8 40.4 -23.6
2. सेवा 38.0 20.6 17.4 37.6 20.6 17.0
3. प्राथमिक आय 3.2 8.8 -5.6 2.3 9.0 -6.7
4. द्वितीयक आय 17.3 1.1 16.2 17.6 1.1 16.4
ख. पूंजी लेखा और वित्तीय लेखा 140.3 133.6 6.6 144.6 136.6 8.0
जिसमें से :            
मुद्रा भंडार में परिवर्तन (वृद्धि (-)/कमी (+)) 0.0 11.4 -11.4 0.0 11.2 -11.2
ग. भुल-चूक (-) (ए+बी) 0.0 0.5 -0.5 0.0 0.1 -0.1
प्रा : प्रारंभिक; आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित
नोट : पूर्णांकन के कारण उप घटकों का योग कुल योग से भिन्न हो सकता है।

अल्पना किल्लावाला
प्रधान मुख्य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी : 2015-2016/657

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