RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
S2

Press Releases Marquee

आरबीआई की घोषणाएं
आरबीआई की घोषणाएं

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

असेट प्रकाशक

79998019

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश कंपनियों का वित्‍त, 2013-14: आंकड़े जारी

03 दिसंबर 2015

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश कंपनियों का वित्‍त, 2013-14: आंकड़े जारी

भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर ‘प्रत्यक्ष विदेशी निवेश(एफडीआई) कंपनियों के वित्त, 2013-14’ से संबंधित आंकड़े जारी किए। उक्त आंकड़े अप्रैल 2013 से मार्च 2014 की अवधि के दौरान अपने खातों की लेखाबंदी करने वाली 957 चयनित गैर-सरकारी गैर-वित्तीय (एनजीएनएफ) प्रत्यक्ष विदेशी निवेश कंपनियों के लेखापरीक्षित वार्षिक लेखों के आधार पर संकलित किए गए हैं। ये आंकड़े एक समान स्वरूप वाली कंपनियों के आधार पर वर्ष 2011-12 से 2013-14 की तीन वर्षों की अवधि की तुलनात्मक तस्वीर प्रस्तुत करते हैं। विवरणों से संबंधित ‘व्याख्यात्मक टिप्पणियां’ अंत में दी गई हैं।

प्रमुख निष्कर्ष:

  • उत्पादन मूल्य और परिचालन व्यय के साथ चयनित एफडीआई कंपनियों की बिक्री वृद्धि वर्ष 2013-14 में हल्की रही। वर्ष 2012-13 में दर्ज 14.0 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि की तुलना में वर्ष 2013-14 में यह 10.2 प्रतिशत रही।

  • ब्याज, कर, अवमूल्यन और परिशोधन पूर्व अर्जन (ईबीआईटीडीए) में वृद्धि और निवल लाभ (पीएटी) में वर्ष 2013-14 में सुधार हुआ जो मुख्य रूप आयात वृद्धि में कमी और निर्यात वृद्धि में विकास के साथ विनिर्माण व्यय और ब्याज व्यय में हल्की वृद्धि के कारण हुआ।

  • व्यापारिक वस्तुओं के निर्यात वर्ष 2012-13 में 15.3 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में वर्ष 2013-14 में 22.0 प्रतिशत की उच्‍च दर से बढ़े। तथापि, चयनित एफडीआई कंपनियों की आयात वृद्धि वर्ष 2012-13 में 16.2 प्रतिशत की तुलना में वर्ष 2013-14 में 10.2 प्रतिशत तक कम हो गई।

  • चयनित एफडीआई कंपनियों के कुल उधार में वृद्धि 2012-13 में 11.2 प्रतिशत से 2013-14 में 14.3 प्रतिशत तक बढ़ी। तथापि बैंकों से उधार में पिछले वर्ष की तुलना में 2013-14 में 0.2 प्रतिशत की कमी आई।

  • चयनित एफडीआई कंपनियों के अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) व्यय में वर्ष 2012-13 में 3.2 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में वर्ष 2013-14 में 0.2 प्रतिशत की कमी आई। चयनित एफडीआई कंपनियों के रॉयल्‍टी भुगतान में 2012-13 में 8.9 प्रतिशत की तुलना में 2013-14 में 35.9 प्रतिशत की उच्‍च दर से वृद्धि हुई।

  • चयनित एफडीआई कंपनियों की कुल निवल आस्तियों की वृद्धि में पिछले वर्ष में दर्ज 11.3 प्रतिशत की तुलना में 2013-14 में 13.8 प्रतिशत की सीमांत वृद्धि हुई। तथापि, कुल आस्तियों में सकल स्थायी आस्तियों की हिस्सेदारी पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2013-14 में सीमांत रूप से कम हुई।

  • कुल देयताओं में दीर्घावधि उधार की हिस्सेदारी वर्ष 2013-14 में सीमांत रूप से बढ़ गई जबकि अल्पावधि उधार की हिस्सेदारी सीमांत रूप से कम हुई जिसके कारण वर्ष 2012-13 के चयनित एफडीआई कंपनियों के लीवरेज़ अनुपात में 2013-14 में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।

  • चयनित एफडीआई कंपनियों के ईबीआईटीडीए मार्जिन के अनुसार परिकलित लाभप्रदता अनुपात में सीमांत रूप से वृद्धि हुई जबकि वर्ष 2013-14 में इक्विटी पर प्रतिफल (आरओई) में पिछले वर्ष की तुलना में कमी आई।

  • चयनित एफडीआई कंपनियों के लिए कर पश्‍चात लाभप्रदता प्रतिशत के रूप में रखे गए लाभ में (वर्ष 2012-13 में 62.8 प्रतिशत की तुलना में) मुख्‍यत: शेयरधारकों को प्रदत्‍त लाभांश की राशि में वृद्धि के कारण वर्ष 2013-14 में 59.6 प्रतिशत तक कमी आई।

  • चयनित एफडीआई कंपनियां अपने कारोबार के विस्तार के लिए मुख्‍यत: निधियों के बाह्य स्रोतों पर निर्भर रही और इन निधियों का उपयोग प्रमुख रूप से प्रगति पर कार्य के लिए पूंजी के साथ-साथ अमूर्त आस्तियों के निर्माण और इक्विटी शेअरों में दीर्घावधि निवेश के लिए किया गया।

समग्र स्तर और एफडीआई की हिस्सेदारी, एफडीआई और उद्योग की उत्पत्ति वाले देश के आधार पर चयनित गैर-सरकारी गैर-वित्तीय (एनजीएनएफ) प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) कंपनियों के वित्त का विश्लेषण करने वाला एक आलेख भारतीय रिज़र्व बैंक बुलेटिन के दिसंबर 2015 अंक में प्रकाशित किया जा रहा है।

अजीत प्रसाद
सहायक महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/1307

RbiTtsCommonUtility

प्ले हो रहा है
सुनें

संबंधित एसेट

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

RbiSocialMediaUtility

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

Scan Your QR code to Install our app

RbiWasItHelpfulUtility

क्या यह पेज उपयोगी था?