आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने 2022-23 के दौरान गैर-सरकारी गैर-वित्तीय (एनजीएनएफ) निजी लिमिटेड कंपनियों के वित्तीय कार्य-निष्पादन से संबंधित आंकड़े (https://cimsdbie.rbi.org.in/DBIE/#/dbie/reports/Statistics/Corporate%20Sector/Non-Government%20Non-Financial%20Private%20Limited%20Companies) जारी किए जो भारत सरकार के कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय, जो इन आंकड़ों का प्राथमिक स्रोत है, से प्राप्त 10,639 कंपनियों, जिनके द्वारा 2020-21 से 2022-23 तक तीन लेखांकन वर्षों के लिए भारतीय लेखा मानक (इंड-एएस) प्रारूप में रिपोर्ट किया गया, के लेखापरीक्षित वार्षिक खातों पर आधारित हैं। मार्च 20231 में इन कंपनियों की कुल चुकता पूंजी (पीयूसी) 6,61,236 करोड़ रुपये थी, जो एनजीएनएफ प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों की कुल पीयूसी का 34.2 प्रतिशत थी। मुख्य बातें बिक्री
- एनजीएनएफ प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों की निवल बिक्री, 2020-21 के कोविड-19 महामारी के चरम वर्ष, जब प्रतिबंध के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ था, के बाद हुई पिछले वर्ष की 30.5 प्रतिशत की उच्च संवृद्धि के अलावा 2022-23 के दौरान 20.3 प्रतिशत बढ़ी (विवरण 1)।
- जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था में महामारी के प्रभाव से बहाली आई, अधिकांश क्षेत्रों ने 2021-22 के साथ-साथ 2022-23 के दौरान दोहरे अंक की वृद्धि दर्ज की (विवरण 6)।
- गतिविधियों में वृद्धि के साथ, कंपनियों ने आस्ति उपयोग में सुधार किया; वर्ष के दौरान सकल अचल आस्तियों और कुल निवल आस्तियों दोनों की बिक्री का अनुपात बढ़ा (विवरण 2)।
व्यय
- समग्र स्तर पर, विनिर्माण व्यय और कर्मचारियों का पारिश्रमिक काफी हद तक बिक्री संवृद्धि के साथ संरेखित हो गया; विनिर्माण क्षेत्र की तुलना में सेवा क्षेत्र में कर्मचारियों के पारिश्रमिक में उच्च वृद्धि दर्ज की गई (विवरण 1 और 6)।
- परिचालन व्यय में पिछले वर्ष की 33.4 प्रतिशत की वृद्धि के अलावा 2022-23 में 20.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई (विवरण 1)।
लाभ
- 2022-23 के दौरान, परिचालन लाभ, कर पूर्व लाभ और कर पश्चात लाभ में वृद्धि पिछले वर्ष की तुलना में कम हुई लेकिन यह दोहरे अंक में रही (विवरण 1)।
- बिक्री के अनुपात के रूप में, परिचालन लाभ और सकल लाभ दोनों लगातार दूसरे वर्ष के लिए कम हुए (विवरण 2)।
लीवरेज
- समग्र स्तर पर, नमूना कंपनियों का लीवरेज (कर्ज़ -से-इक्विटी अनुपात के संदर्भ में मापा गया) में गिरावट जारी रही और 2022-23 के दौरान 42.1 प्रतिशत रहा (विवरण 2)।
- ब्याज कवरेज अनुपात [आईसीआर, जो ब्याज व्यय की तुलना में ब्याज और करों से पहले की आय (ईबीआईटी) का अनुपात है, और एक कंपनी की ऋण चुकौती क्षमता का माप है] पिछले वर्ष से 2.9 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रहा; तथापि, लाभ में वृद्धि के कारण सेवा और निर्माण क्षेत्रों के लिए इसमें सुधार हुआ (विवरण 2 और 7)।
निधि के स्रोत एवं उपयोग
- 2022-23 के दौरान, पिछले वर्ष की तुलना में नमूना कंपनियों के पास निधि के बाहरी स्रोत कम थे, विशेष रूप से शेयर पूंजी प्रीमियम और बॉण्ड/ डिबेंचर के साथ-साथ संबंधित पक्षों से उधार; तथापि, उनके निधि के आंतरिक स्रोतों में मामूली वृद्धि हुई (विवरण 5ए)।
- प्राइवेट लिमिटेड एनजीएनएफ कंपनियों ने पिछले वर्ष की तुलना में 2022-23 के दौरान अचल आस्तियों में अधिक निवेश किया (विवरण 5बी)।
विवरणों के व्याख्यात्मक नोट अनुबंध में दिए गए हैं। अजीत प्रसाद निदेशक (संचार) प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/18
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