30 सितंबर 2016 भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आईआईपी): जून 20161 अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, एक सांख्यिकीय विवरण है जो एक कालावधि के अंत तक, किसी अर्थव्यवस्था के (क) निवासियों की वित्तीय आस्तियों का, जो अनिवासियों पर दावे होते हैं, तथा आरक्षित आस्तियों के रूप में धारित स्वर्ण बुलियन का और (ख) निवासियों की अनिवासियों के प्रति वित्तीय देयताओं के मूल्य और संरचना बताती है। एक अर्थव्यवस्था की बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं के बीच का अंतर उस अर्थव्यवस्था की निवल अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति होती है, जो सकारात्मक या नकारात्मक हो सकता है । इस प्रकार का अंतर्राष्ट्रीय लेखों का तुलन पत्र विश्लेषण, अर्थव्यवस्था के बाह्य क्षेत्र के टिकने की क्षमताओं और दुर्बलताओं को समझने में मदद करता है साथ ही आर्थिक संरचना के मूल्यांकन के लिए भी उपयोगी है। जून 2016 को समाप्त तिमाही की भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति के मुख्य अंश नीचे प्रस्तुत हैं: I. संपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति -
अनिवासियों के भारत पर निवल दावे (जो निवल अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति दर्शाती है) पिछली तिमाही से 8.1 बिलियन अमरीकी डॉलर की कमी के साथ जून 2016 अंत के तक 353.1 बिलियन अमरीकी डॉलर हुए (तालिका 1)। निवल स्थिति में यह परिवर्तन, भारत में विदेशी-स्वाधिकृत आस्तियों के मूल्य में 6.0 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट की तुलना में, भारतीय निवासियों की विदेश में वित्तीय आस्तियों के मूल्य में 2.1 बिलियन अमरीकी डॉलर की बढ़ोतरी को प्रतिबिंबित करता है। -
भारतीय निवासियों की विदेश में वित्तीय आस्तियाँ, जून 2016 के अंत तक, पिछली तिमाही से 2.1 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हो कर 552.2 बिलियन अमरीकी डॉलर रहीं, इसका कारण मुख्य रूप से आरक्षित संपत्ति में 3.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर और प्रत्यक्ष निवेश में 1.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि रही जबकि तिमाही के दौरान ऋण में 1.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की गिरावट आई। -
भारत में विदेशी-स्वाधिकृत आस्तियां पिछली तिमाही से 6.0 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट के साथ जून 2016 के अंत तक 905.3 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा, ऐसा मुख्यत: मुख्य रूप से भारत में पोर्टफोलियो निवेश में कमी तथा करेंसी और जमा में क्रमशः 4.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर और 0.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की गिरावट के कारण हुआ। -
विनिमय दर में उतार-चढ़ाव के प्रभाव: रुपये के विनिमय दर में अन्य मुद्राओं की तुलना में परिवर्तन ने देयताओं को अमरीकी डॉलर में मूल्यांकन करने पर, उन में बदलाव को प्रभावित किया। तिमाही के दौरान, निवल इक्विटी अंतर्वाह 7.6 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा। तिमाही के दौरान विनिमय दर में परिवर्तन के कारण इक्विटी देनदारियों में 0.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी आई, जो मार्च 2016 में 422.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से घटकर जून 2016 में 421.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई। -
भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं का अनुपात जून 2016 में 61.0 प्रतिशत रहा। (जोकि मार्च 2016 में 60.4 प्रतिशत था)। II. बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की रचना -
आरक्षित परिसंपत्ति का जून 2016 में भारत की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय परिसंपत्तियों में प्रमुख हिस्सा (65.8 प्रतिशत) जारी रहा, इसके बाद विदेश में प्रत्यक्ष निवेश (26.0 प्रतिशत) रहा (तालिका 2) । -
प्रत्यक्ष निवेश (32.5 प्रतिशत), पोर्टफोलियो निवेश (24.4 प्रतिशत), ऋण (18.8 प्रतिशत), और मुद्रा और जमा (14.0 प्रतिशत) जून 2016 में देश की वित्तीय देनदारियों के प्रमुख घटक थे। III. ऋण देयताओं की तुलना में ऋणेतर देयताएँ तालिका 1: भारत का समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति | (बिलियन अमरीकी डॉलर) | अवधि | जून-15(आं.सं.) | सितंबर-15(आं.सं.) | दिसंबर-15(आं.सं.) | मार्च-16(आं.सं.) | जून-16(अ) | निवल अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति | -361.6 | -357.0 | -361.7 | -361.2 | -353.1 | क. आस्तियाँ | 534.8 | 529.5 | 532.8 | 550.1 | 552.2 | 1. प्रत्यक्ष निवेश | 134.2 | 135.8 | 139.0 | 141.6 | 143.4 | 2. संविभाग निवेश | 1.6 | 1.7 | 1.7 | 2.5 | 1.6 | 2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ | 1.5 | 1.6 | 1.6 | 1.6 | 0.7 | 2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ | 0.1 | 0.1 | 0.1 | 0.9 | 0.9 | 3. अन्य निवेश | 43.0 | 41.7 | 41.7 | 45.8 | 43.7 | 3.1 व्यापार ऋण | 5.1 | 4.7 | 4.5 | 2.9 | 2.4 | 3.2 ऋण | 4.4 | 4.2 | 3.7 | 6.7 | 4.8 | 3.3 मुद्रा और जमा राशियाँ | 17.1 | 16.7 | 17.3 | 20.9 | 21.3 | 3.4 अन्य आस्तियाँ | 16.4 | 16.1 | 16.1 | 15.3 | 15.2 | 4. आरक्षित आस्तियाँ | 356.0 | 350.3 | 350.4 | 360.2 | 363.5 | ख. देयताएँ | 896.4 | 886.5 | 894.5 | 911.3 | 905.3 | 1. प्रत्यक्ष निवेश | 271.4 | 271.3 | 282.6 | 293.9 | 294.1 | 2. संविभाग निवेश | 236.3 | 225.4 | 225.3 | 224.8 | 220.5 | 2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ | 151.4 | 143.6 | 141.7 | 141.9 | 141.5 | 2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ | 84.9 | 81.8 | 83.6 | 82.9 | 79.0 | 3. अन्य निवेश | 388.7 | 389.8 | 386.6 | 392.6 | 390.7 | 3.1 व्यापार ऋण | 81.3 | 81.3 | 79.5 | 82.3 | 82.1 | 3.2 ऋण | 174.1 | 171.8 | 170.8 | 170.5 | 170.5 | 3.3 मुद्रा और जमा राशियाँ | 120.1 | 122.0 | 122.8 | 127.1 | 126.5 | 3.4 अन्य देयताएँ | 13.3 | 14.7 | 13.4 | 12.7 | 11.6 | ‘मेमो’ मद: आस्तियों का देयताओं से अनुपात (%) | 59.7 | 59.7 | 59.6 | 60.4 | 61.0 | आं सं: आंशिक संशोधित अ: अनंतिम संख्याओं के पूर्णांकित किए जाने के कारण घटको का जोड़ कुल संख्या से थोड़ा भिन्न हो सकता है। | तालिका 2: भारत की बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की संरचना | (प्रतिशत) | अवधि | जून-15(आं.सं.) | सितंबर-15(आं.सं.) | दिसंबर-15(आं.सं.) | मार्च-16(आं.सं.) | जून-16(अ) | क. आस्तियां | | | | | | 1. प्रत्यक्ष निवेश | 25.1 | 25.7 | 26.1 | 25.8 | 26.0 | 2. संविभाग निवेश | 0.3 | 0.3 | 0.3 | 0.4 | 0.3 | 3. अन्य निवेश | 8.0 | 7.9 | 7.8 | 8.3 | 7.9 | 4. आरक्षित आस्तियां | 66.6 | 66.1 | 65.8 | 65.5 | 65.8 | आस्तियां/देयताएं | 100.0 | 100.0 | 100.0 | 100.0 | 100.0 | ख. देयताएं | 1. प्रत्यक्ष निवेश | 30.3 | 30.6 | 31.6 | 32.2 | 32.5 | 2. पोर्टफोलियो निवेश | 26.4 | 25.4 | 25.2 | 24.7 | 24.4 | 3. अन्य निवेश | 43.3 | 44.0 | 43.2 | 43.1 | 43.1 | तालिका 3. भारत की बाह्य ऋण और ऋणेतर देयताओं का भाग | (प्रतिशत) | अवधि | जून-15(आं.सं.) | सितंबर-15(आं.सं.) | दिसंबर-15(आं.सं.) | मार्च-16(आं.सं.) | जून-16(अ) | ऋणेतर देयताएं | 45.8 | 45.3 | 46.0 | 46.3 | 46.6 | ऋण देयताएं | 54.2 | 54.7 | 54.0 | 53.7 | 53.4 | कुल | 100.0 | 100.0 | 100.0 | 100.0 | 100.0 | अजीत प्रसाद सहायक परामर्शदाता प्रेस प्रकाशनी: 2016-2017/822
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