भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर सं. 02 /2024: वाणिज्यिक पत्र दर स्प्रेड के चालक - एक अनुभवजन्य मूल्यांकन - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर सं. 02 /2024: वाणिज्यिक पत्र दर स्प्रेड के चालक - एक अनुभवजन्य मूल्यांकन
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर शृंखला[1] के अंतर्गत " वाणिज्यिक पत्र दर स्प्रेड के चालक - एक अनुभवजन्य मूल्यांकन" शीर्षक से एक वर्किंग पेपर जारी किया। पेपर की सह-लेखन प्रियंका प्रियदर्शनी, अंशुल, श्रीजाश्री सरदार, दीपक आर. चौधरी और संगीता दास ने किया है। यह पेपर अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वाणिज्यिक पत्र (सीपी) बाज़ारों की तुलना में भारतीय वाणिज्यिक पत्र (सीपी) बाज़ार की प्रमुख विशेषताओं का विश्लेषण करता है। पेपर दैनिक डेटा का उपयोग करके खजाना-बिल दर पर सीपी दर स्प्रेड के निर्धारकों की अनुभवजन्य जांच करता है। निष्कर्षों से पता चलता है कि:
(योगेश दयाल) प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/2010 [1] भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर शृंखला की शुरुआत मार्च 2011 में की थी। ये पेपर भारतीय रिज़र्व बैंक के स्टाफ सदस्यों और कभी-कभी बाहरी सह-लेखकों, जब अनुसंधान संयुक्त रूप से किया जाता है, के अनुसंधान की प्रगति पर शोध प्रस्तुत करते हैं। इन्हें टिप्पणियों और अतिरिक्त चर्चा के लिए प्रसारित किया जाता है। इन पेपरों में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और जरूरी नहीं कि वे जिस संस्थान (संस्थाओं) से संबंधित हैं, उनके विचार हों। अभिमत और टिप्पणियां कृपया लेखकों को भेजी जाएं। इन पेपरों के उद्धरण और उपयोग में इनके अनंतिम स्वरूप का ध्यान रखा जाए। |