31 दिसंबर 2021 अप्रैल-सितंबर 2021 के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन के स्रोत आज पहले, भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर जुलाई-सितंबर 2021 के भुगतान संतुलन (बीओपी) के आंकड़े जारी किए। इन आंकड़ों के आधार पर अप्रैल- सितंबर 2021 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन के स्रोतों का समेकन किया गया है। विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन के स्रोत : अप्रैल-सितंबर 2021 अप्रैल - सितंबर 2021 के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि दर्ज हुई और इस परिवर्तन के स्रोत नीचे सारणी 1 में दर्शाए गए हैं। सारणी 1: विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन के स्रोत* | (बिलियन अमेरिकी डॉलर) | मदें | अप्रैल-सितंबर 2021 | अप्रैल-सितंबर 2020 | I. | | चालू खाता शेष | -3.1 | 34.3 | II. | | पूंजी लेखा (निवल राशि) (क से च तक) | 66.1 | 17.1 | | क. | विदेशी निवेश (i+ii) | 25.4 | 31.5 | | | (i) प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) | 21.2 | 23.9 | | | (ii) संविभाग निवेश | 4.3 | 7.6 | | | जिसमें से: | | | | | विदेशी संस्थागत निवेश (एफआईआई) | 4.9 | 8.8 | | | एडीआर/जीडीआर | 0.0 | 0.0 | | ख. | बैंकिंग पूंजी | 4.4 | -9.0 | | | जिसमें से : एनआरआई जमाराशियां | 1.7 | 4.9 | | ग. | अल्पावधिक ऋण | 4.3 | -2.0 | | घ. | बाह्य सहायता | 1.4 | 6.0 | | ङ. | बाह्य वाणिज्यिक उधार | 4.7 | -5.1 | | च. | पूंजी लेखे में शामिल अन्य मदें | 25.8 | -4.3 | III. | | मूल्यांकनगत परिवर्तन | -4.7 | 15.5 | | | कुल (I+II+III) @ भंडार में वृद्धि (+) / भंडार में कमी (-) | 58.4 | 66.9 | *: बीओपी के पुराने फार्मेट पर आधारित हैं जो चालू खाते और संविभाग निवेश के अंतर्गत एडीआर/जीडीआर के अंतरणों के संव्यवहार में नए फार्मेट (बीपीएम6) से भिन्न हो सकते हैं। @: अंतर, यदि कोई हो पूर्णांकन के कारण है। नोट: ‘पूंजी लेखे में अन्य लेखे’ के अंतर्गत ‘भूल और चूक’ के अलावा एसडीआर आबंटन, निर्यात में घट-बढ़, विदेशों में रखी निधि, एफडीआई के अंतर्गत प्राप्त ऐसे अग्रिम, जिनका निर्गम नहीं किया गया है तथा पूंजीगत प्राप्तियां, जिन्हें और कहीं शामिल नहीं किया गया है और रुपया मूल्यवर्गित ऋण शामिल हैं। | भुगतान संतुलन (अर्थात मूल्यांकन प्रभावों को छोड़कर) के आधार पर अप्रैल-सितंबर 2021 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 63.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई, जबकि अप्रैल-सितंबर 2020 के दौरान उसमें 51.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि दर्ज हुई थी। अप्रैल-सितंबर 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार में सांकेतिक अर्थ में (मूल्यांकन प्रभावों सहित) 58.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई, वहीं पिछले वर्ष की समान अवधि में 66.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई थी (सारणी 2)। सारणी 2: भंडार में परिवर्तन की तुलनात्मक स्थिति | (बिलियन अमेरिकी डॉलर) | मदें | अप्रैल-सितंबर 2021 | अप्रैल-सितंबर 2020 | 1 | विदेशी मुद्रा भंडार में घट-बढ़ (मूल्यांकन प्रभावों सहित) | 58.4 | 66.9 | 2 | मूल्यांकन प्रभाव [अभिलाभ (+)/हानि (-)] | -4.7 | 15.5 | 3 | बीओपी के आधार पर विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन (अर्थात मूल्यांकन प्रभावों को छोड़कर) | 63.1 | 51.4 | नोट : भंडार में बढ़ोतरी (+)/भंडार में कमी (-) अंतर, यदि कोई हो, पूर्णांकन के कारण है। | मूल्यांकन हानि, जो प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मूल्यवृद्धि को दर्शाती है, अप्रैल-सितंबर 2021 के दौरान 4.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी, जबकि अप्रैल-सितंबर 2020 के दौरान 15.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का मूल्यांकन लाभ हुआ था। (योगेश दयाल) मुख्य महाप्रबंधक प्रेस प्रकाशनी: 2021-2022/1461 |