लोक ऋण रजिस्ट्री और माल एवं सेवा कर नेटवर्क : भारत में ऋण को सर्वसुलभ एवं औपचारिक बनाने के लिए लंबे कदम भरना – विरल वी. आचार्य - आरबीआई - Reserve Bank of India
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प्रकाशित सितंबर 11, 2018
लोक ऋण रजिस्ट्री और माल एवं सेवा कर नेटवर्क : भारत में ऋण को सर्वसुलभ एवं औपचारिक बनाने के लिए लंबे कदम भरना – विरल वी. आचार्य
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