2022-23 की चौथी तिमाही (Q4) के लिए सेवा और आधारभूत संरचना परिदृश्य का सर्वेक्षण - आरबीआई - Reserve Bank of India
2022-23 की चौथी तिमाही (Q4) के लिए सेवा और आधारभूत संरचना परिदृश्य का सर्वेक्षण
आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने 2022-23 की चौथी तिमाही के दौरान संचालित सेवा और आधारभूत संरचना परिदृश्य (एसआइओएस) के तिमाही सर्वेक्षण के 36 वें चक्र का परिणाम जारी किया। भविष्योन्मुखी सर्वेक्षण1 में सेवा और आधारभूत संरचना क्षेत्रों में कार्यरत भारतीय कंपनियों का गुणात्मक मूल्यांकन और उनकी अपेक्षाओं की कैपचरिंग मांग स्थितियों, मूल्य स्थितियों और अन्य कारोबार की शर्तों से संबंधित कारोबारी मानदंडों के एक समुह मे किया जाता है। सर्वेक्षण के इस चक्र में 638 कंपनियों ने 2022-23 की चौथी तिमाही के लिए अपना मूल्यांकन तथा 2023-24 की पहली तिमाही के लिए अपेक्षाओं के साथ-साथ बाद की दो तिमाहियों के लिए प्रमुख मापदंडों पर दृष्टिकोण प्रदान किया। विशेष: अ) सेवा क्षेत्र 2022-23 की चौथी तिमाही के लिए मूल्यांकन
2023-24 की पहली तिमाही के लिए अपेक्षाएं
2023-24 की दूसरी और तीसरी तिमाही के लिए अपेक्षाएं
ब. आधारभूत संरचना क्षेत्र 2022-23 की चौथी तिमाही के लिए मूल्यांकन
2022-23 की पहली तिमाही के लिए अपेक्षाएं
2023-24 की दूसरी और तीसरी तिमाही के लिए अपेक्षाएं
Note: Please see the excel file for time series data. Services Sector
Infrastructure Sector
1 सर्वेक्षण के परिणाम उत्तरदाताओं के विचारों को दर्शाते हैं, जिन्हें आवश्यक रूप से रिज़र्व बैंक द्वारा साझा नहीं किया जाता है। पिछले सर्वेक्षण दौर के परिणाम 08 फरवरी 2023 को बैंक की वेबसाइट पर जारी किए गए। 2 Net Response (NR) is the difference between the percentage of respondents reporting optimism and those reporting pessimism. It ranges between -100 to 100. Positive value indicates expansion/optimism and negative value indicates contraction/pessimism. In other words, NR = (I – D); where, I is the percentage response of ‘Increase/optimism’, D is the percentage response of ‘Decrease/pessimism’ and E is the percentage response as ‘no change/ equal’ (i.e., I+D+E=100). For example, increase in turnover is optimism whereas decrease in cost of inputs is optimism. |