RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
S3

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

असेट प्रकाशक

83742590

2022-23 के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत

27 जून 2023

2022-23 के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत

आज पहले, भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर जनवरी-मार्च 2023 के भुगतान संतुलन (बीओपी) के आंकड़े जारी किए। इन आंकड़ों के आधार पर, 2022-23 के दौरान विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत निम्नानुसार हैं:

विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत: 2022-23

2022-23 के दौरान, विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में कमी आई है और इस परिवर्तन के स्रोत नीचे सारणी 1 में दर्शाए गए हैं।

सारणी 1: विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत*
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
मद 2022-23 2021-22
I.   चालू खाता शेष -67.1 -38.8
II.   पूंजी लेखा (निवल राशि) (क से च तक) 57.9 86.3
  क. विदेशी निवेश (i+ii) 22.8 21.8
    (i) प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 28.0 38.6
    (ii) पोर्टफोलियो निवेश -5.2 -16.8
            जिसमें से:    
                विदेशी संस्थागत निवेश (एफआईआई) -4.8 -14.1
                एडीआर/जीडीआर 0.0 0.0
  ख. बैंकिंग पूंजी 21.0 6.7
            जिसमें से : एनआरआई जमाराशियां 9.0 3.2
  ग. अल्‍पावधिक ऋण 6.5 20.1
  घ. बाह्य सहायता 5.5 5.4
  ङ. बाह्य वाणिज्यिक उधार -3.8 8.1
  च. पूंजी लेखा में शामिल अन्‍य मदें 5.8 24.2
III.   मूल्यन परिवर्तन -19.7 -17.2
    कुल (I+II+III) @
आरक्षित निधि में वृद्धि (+) / आरक्षित निधि में कमी (-)
-28.9 30.3
*: बीओपी के पुराने फार्मेट पर आधारित हैं जो चालू खाते और पोर्टफोलियो निवेश के अंतर्गत एडीआर/जीडीआर के अंतरणों के संव्यवहार में नए फार्मेट (बीपीएम6) से भिन्न हो सकते हैं।
@: अंतर, यदि कोई हो, तो पूर्णांकन के कारण है।
नोट: पूंजी लेखा में अन्‍य मदें’ के अंतर्गत ‘भूल और चूक’ के अलावा एसडीआर आबंटन, निर्यात में घट-बढ़, विदेशों में रखी निधि, एफडीआई के अंतर्गत प्राप्‍त ऐसे अग्रिम, जिसमें शेयर का निर्गम नहीं किया गया है तथा पूंजीगत प्राप्तियां, जिन्‍हें और कहीं शामिल नहीं किया गया है और रुपया मूल्‍यवर्गित ऋण शामिल हैं।

बीओपी के आधार पर (अर्थात् मूल्यन प्रभावों को छोड़कर) 2022-23 के दौरान विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में 9.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी हुई, जबकि 2021-23 के दौरान उसमें 47.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई थी। 2022-23 के दौरान विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में सांकेतिक अर्थ में (मूल्यन प्रभावों सहित) 28.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी हुई है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 30.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई थी (सारणी 2)।

सारणी 2: आरक्षित निधियों में परिवर्तन की तुलनात्‍मक स्थिति
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
मद 2022-23 2021-22
1 विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में घट-बढ़
(मूल्यन प्रभावों सहित)
-28.9 30.3
2 मूल्यन प्रभाव
[अभिलाभ (+)/हानि (-)]
-19.7 -17.2
3 बीओपी के आधार पर विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन
(अर्थात् मूल्यन प्रभावों को छोड़कर)
-9.1 47.5
नोट: आरक्षित निधियों में बढ़ोतरी (+)/आरक्षित निधियों में कमी (-)
अंतर, यदि कोई हो, तो पूर्णांकन के कारण है।

2021-22 के दौरान 17.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की मूल्यन हानि की तुलना में 2022-23 के दौरान 19.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की मूल्यन हानि, जो प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की मूल्यवृद्धि को दर्शाती है, देखी गई।

(योगेश दयाल) 
मुख्य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/484

RbiTtsCommonUtility

प्ले हो रहा है
सुनें

संबंधित एसेट

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

RbiSocialMediaUtility

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

Scan Your QR code to Install our app

RbiWasItHelpfulUtility

क्या यह पेज उपयोगी था?