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अप्रैल-सितंबर 2014 के दौरान भारत की विदेशी मुद्रा प्रारक्षित निधियों में अंतर के स्रोत - आरबीआई - Reserve Bank of India

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अप्रैल-सितंबर 2014 के दौरान भारत की विदेशी मुद्रा प्रारक्षित निधियों में अंतर के स्रोत

08 दिसंबर 2014

अप्रैल-सितंबर 2014 के दौरान भारत की
विदेशी मुद्रा प्रारक्षित निधियों में अंतर के स्रोत

पहले आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर जुलाई-सितंबर 2014 के लिए भुगतान संतुलन (बीओपी) के आंकड़े जारी किए। इन आंकड़ों के आधार पर अप्रैल-सितंबर 2014 के दौरान विदेशी मुद्रा प्रारक्षित निधियों में अंतर के स्रोतों को समेकित किया गया है।

विदेशी मुद्रा प्रारक्षित निधियों में अंतर के स्रोत: अप्रैल-सितंबर 2014

अप्रैल-सितंबर 2014 के दौरान, विदेशी मुद्रा प्रारक्षित निधियों में वृद्धि हुई। विदेशी मुद्रा प्रारक्षित निधियों में अंतर के स्रोत सारणी 1 में दिए गए हैं।

सारणी 1 : विदेशी मुद्रा प्रारक्षित निधियों में अंतर के स्रोत*

(बिलियन अमरीकी $)

मदें

2013-14
अप्रैल-सितंबर

2014-15
अप्रैल-सितंबर

I.

 

चालू खाता शेषराशि

-27.0

-17.9

II.

 

पूंजी खाता (निवल) (ए से एफ)

16.3

36.0

 

ए.

विदेशी निवेश जिसमें से

7.8

38.4

 

 

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश

14.6

16.2

 

 

संविभाग निवेश

-6.8

22.2

 

 

एफआईआई

-7.0

22.3

 

 

एडीआर/जीडीआर

0.0

0.0

 

बी.

बैंकिंग पूंजी

11.5

-0.5

 

 

 जिसमें से: अनिवासी भारतीयों की जमाराशि

13.7

6.5

 

सी.

लघु अवधि का ऋण

0.6

0.1

 

डी.

बाह्य सहायता

0.1

0.6

 

ई.

बाह्य वाणिज्यिक उधार

2.5

3.4

 

एफ .

पूंजी खाता में अन्य मदें

-6.2

-5.9

III.

 

मूल्यनिर्धारण अंतर

-4.1

-8.5

 

 

कुल (I+II+III) @
प्रारक्षित निधियों में वृद्धि (+) / प्रारक्षित निधियों में कमी (-)

-14.8

9.6

*: भुगतान संतुलन के पुराने प्रारूप पर आधारित
@: अंतर, यदि कोई है, तो वह पूर्णांकन के कारण है।
टिप्पणी : ‘भूल-चूक’ के अलावा ‘पूंजी खाता में अन्य मदों’ में एसडीआर आबंटन, निर्यात में बढ़त और कमी, विदेशों में धारित निधियां, प्राप्त अग्रिम, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के अंतर्गत शेयरों के लंबित मामले और कहीं पर भी शामिल नहीं किया गया पूंजी प्राप्तियों का लेनदेन शामिल हैं।

भुगतान संतुलन आधार पर (अर्थात मूल्य निर्धारण प्रभावों को छोड़कर) विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में अप्रैल-सितंबर 2013 के दौरान 10.7 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2014 के दौरान 18.1 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई। सांकेतिक अर्थों में विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में (मूल्य निर्धारण प्रभावों सहित) पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 14.8 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2014 के दौरान 9.6 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई (सारणी 2)।

सारणी 2 : आरक्षित निधियों में घट-बढ़ की तुलनात्मक स्थिति

(बिलियन अमरीकी डॉलर)

मदें

2013-14

2014-15

अप्रैल-सितंबर

अप्रैल-सितंबर

1

विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन (मूल्य निर्धारण प्रभावों सहित)

-14.8

9.6

2

मूल्य निर्धारण प्रभाव (लाभ (+)/हानि (-))

-4.1

-8.5

3

भुगतान संतुलन आधार पर विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन (अर्थात मूल्य निर्धारण प्रभावों को छोड़कर)

-10.7

18.1

टिप्पणी : आरक्षित निधियों में वृद्धि (+)/आरक्षित निधियों में कमी (-)
अंतर, यदि कोई है, तो वह पूर्णांकन के कारण है।

मूल्य निर्धारण हानि जो प्रमुख मुद्राओं के सामने अमरीकी डॉलर के अधिमूल्यन को दर्शाता है, वह पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 4.1 बिलियन अमरीकी डॉलर की हानि की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2014 के दौरान 8.5 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गई।

अल्‍पना किल्‍लावाला
प्रधान मुख्‍य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी : 2014-2015/1177

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