मुद्रास्फीति पर घरेलू अपेक्षाओं का सर्वेक्षण - आरबीआई - Reserve Bank of India
मुद्रास्फीति पर घरेलू अपेक्षाओं का सर्वेक्षण
आज, रिजर्व बैंक ने दिसम्बर 2018 चक्र के मुद्रास्फीति पर घरेलू अपेक्षाओं के सर्वेक्षण (IESH)1 2 के परिणाम जारी किए। सर्वेक्षण 18 शहरों में आयोजित किया गया था और इसके परिणाम 5,828 शहरी परिवारों के प्रत्युत्तरों पर आधारित है। विशेष: i. नवम्बर 2018 चक्र के संदर्भ में आगामी तीन माह में और आगे के एक वर्ष के दौरान सामान्य कीमतों में वृद्धि की अपेक्षा करनेवाले उत्तरदाताओं के अनुपात में बड़ी गिरावट आई । ऐसी ही प्रवृत्ति अधिकतर उत्पाद समूहों, विशेषकर खाद्य और गैर खाद्य पदार्थो, में पाई गई (तालिका 1a और 1b)। ii. उत्तरदाताओं ने भविष्य की कीमतों में बदलाव की दर के संबंध में भी अपनी अपेक्षाओं को कम किया (तालिका 1a और 1b)। iii. नवम्बर 2018 चक्र के मुक़ाबले आगे के तीन महीनों और आगे के एक वर्ष की मेडियन मुद्रास्फीति अपेक्षाओं में मात्रात्मक रूप में क्रमश: 80 और 130 आधार अंकों की गिरावट आई (चार्ट 1, तालिका 2) iv. उत्तरदाताओं के विभिन्न समूहों के लिए मात्रात्मक अपेक्षाओं में गिरावट देखी गई (तालिका 2)। टिप्पणी: कृपया समय शृंखला डेटा के लिए एक्सेल फाइल देखें।.
1 सर्वेक्षण, जो रिजर्व बैंक द्वारा नियमित अंतराल पर आयोजित किया जाता है, निकट भविष्य में मुद्रास्फीतिकारी दबाव पर उपयोगी निदेशात्मक जानकारी प्रदान करता है और अन्य आर्थिक संकेतकों का अनुपूरक होता है। सर्वेक्षण में उल्लिखित मुद्रास्फीति की अपेक्षाएं उत्तरदाताओं द्वारा दिए गए उत्तरों पर आधारित है और उनकी स्वयं की खपत प्रवृत्ति को प्रतिबिंबित करती हैं। अतः इन्हें मुद्रास्फीति के आधिकारिक उपायों के लिए बेंचमार्क के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। 2 सर्वेक्षण पर तकनीकी सलाहकार समिति (टी.ए.सी.एस) द्वारा अनुमोदन के अनुसार, सर्वेक्षण के सितंबर 2018 के दौर से कोटा सैमपलिंग के स्थान पर टू-स्टेज प्रॉबबिलिटि सैमपलिंग स्कीम लागू की गई है। फलस्वरूप, सर्वेक्षण के परिणामों में परिवर्तन, संबंधी तालिकाओं के फुटनोट में बताए गए हैं। इसके अलावा, समग्र प्रतिदर्श आमाप को 6,000 पर रखते हुए, जनगणना 2011 के अनुसार प्रत्येक शहर के परिवारों की संख्या के अनुपात में शहरवार प्रतिदर्श आमाप संशोधित किया गया था। |