समिष्ट-आर्थिक संकेतकों पर पेशेवर पूर्वानुमानकर्ताओं का सर्वेक्षण–62 वें चक्र का परिणाम - आरबीआई - Reserve Bank of India
समिष्ट-आर्थिक संकेतकों पर पेशेवर पूर्वानुमानकर्ताओं का सर्वेक्षण–62 वें चक्र का परिणाम
पेशेवर पूर्वानुमानकर्ताओं को उम्मीद है कि वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 2019-20 में घटने के बाद 2020-21 में सुधार होगा। उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति Q4: 2019-20 में 6.3 प्रतिशत रहने की उम्मीद है और उसके बाद इसके कम होने की उम्मीद है। रिज़र्व बैंक द्वारा पेशेवर पूर्वानुमानकर्ताओं का सर्वेक्षण (एसपीएफ) सितंबर 2007 से किया जाता रहा है। इस चक्र (62 वें चक्र) का सर्वेक्षण जनवरी 2020 में किया गया था जिसमे चालीस पैनलकारों ने भाग लिया2। सर्वेक्षण परिणामों को उनके माध्यिका (मीडियन) पूर्वानुमानों के संदर्भ में सारांशीकृत किया गया है और उन्हें अनुलग्नक 1-7 में समेकित किया गया है, जिसके साथ मुख्य परिवर्तियों (वैरिएबल्स) के लिए तिमाही पथ दिया गया है। विशेष: 1. उत्पादन
![]() टिप्पणी: संभावना वितरण की परिमितिता चार्ट में प्रस्तुत नहीं की गई हैं। विस्तृत संभावना वितरण अनुलग्नक 6 में दिए गए हैं। 2. मुद्रास्फीति
![]() टिप्पणी: संभावना वितरण की परिमितिता चार्ट में प्रस्तुत नहीं की गई हैं। विस्तृत संभावना वितरण अनुलग्नक 7 में दिए गए हैं। 3. बाह्य क्षेत्र
1 पिछले सर्वेक्षण चक्र के परिणाम भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर 5 दिसम्बर 2019 को प्रकाशित किए गए। 2 यहाँ प्रस्तुत परिणाम उत्तरदाता पूर्वानुमानकारों के दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं और इन्हें रिज़र्व बैंक का दृष्टिकोण अथवा पूर्वानुमान न समझा जाए। |