रिटेल डायरेक्ट - आरबीआई - Reserve Bank of India
रिटेल डायरेक्ट
विहंगावलोकन
सरकारी प्रतिभूतियों में खुदरा भागीदारी बढ़ाने के निरंतर प्रयासों के तहत, सरकारी प्रतिभूतियों तक ऑनलाइन पहुंच के माध्यम से खुदरा निवेशकों की पहुंच में आसानी में सुधार के लिए 05 फरवरी, 2021 को विकासात्मक और नियामक नीतियों के वक्तव्य में 'आरबीआई रिटेल डायरेक्ट' सुविधा की घोषणा की गई थी। बाजार - प्राथमिक और द्वितीयक दोनों - आरबीआई के साथ अपना गिल्ट प्रतिभूति खाता ('रिटेल डायरेक्ट') खोलने की सुविधा के साथ।
इस घोषणा के अनुसरण में, 'RBI रिटेल डायरेक्ट' योजना जारी की गई है, जो व्यक्तिगत निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश की सुविधा के लिए वन-स्टॉप समाधान है। 'RBI रिटेल डायरेक्ट' योजना की मुख्य विशेषताएं हैं:
- खुदरा निवेशकों (व्यक्तियों) को आरबीआई के साथ 'रिटेल डायरेक्ट गिल्ट खाता' (आरडीजी खाता) खोलने और बनाए रखने की सुविधा होगी।
- आरडीजी खाता योजना के प्रयोजन के लिए उपलब्ध कराए गए 'ऑनलाइन पोर्टल' के माध्यम से खोला जा सकता है।
- 'ऑनलाइन पोर्टल' पंजीकृत उपयोगकर्ताओं को निम्नलिखित सुविधाएं भी देगा:
- सरकारी प्रतिभूतियों के प्राथमिक निर्गमन तक पहुंच
- एनडीएस-ओएम तक पहुंच।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रिटेल डायरेक्ट की योजना व्यक्तिगत निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश की सुविधा के लिए वन-स्टॉप समाधान के रूप में तैयार की गई है।
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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: नवंबर 23, 2022