प्रेस प्रकाशनियां - वित्तीय समावेशन और विकास - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी-एससी) की उप-समिति की बैठक आज भारतीय रिज़र्व बैंक, मुंबई में आयोजित की गई। श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैठक की अध्यक्षता की। उप-समिति ने प्रमुख वैश्विक और घरेलू समष्टि आर्थिक और वित्तीय गतिविधियों तथा भारतीय वित्तीय क्षेत्र में अंतर-विनियामक समन्वय से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की। सदस्यों ने वित्तीय स्थिरता के लिए संभावित जोखिमों के बारे में अपने आकलन साझा किए और विभिन्न मुद्दों, जिनका वित्तीय स्थिरता पर प्रभाव पड़ सकता है, पर चर्चा की। उप-समिति ने अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न तकनीकी समूहों की गतिविधियों और राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों (यूटी) में राज्य स्तरीय समन्वय समितियों (एसएलसीसी) के कामकाज की भी समीक्षा की।
वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी-एससी) की उप-समिति की बैठक आज भारतीय रिज़र्व बैंक, मुंबई में आयोजित की गई। श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैठक की अध्यक्षता की। उप-समिति ने प्रमुख वैश्विक और घरेलू समष्टि आर्थिक और वित्तीय गतिविधियों तथा भारतीय वित्तीय क्षेत्र में अंतर-विनियामक समन्वय से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की। सदस्यों ने वित्तीय स्थिरता के लिए संभावित जोखिमों के बारे में अपने आकलन साझा किए और विभिन्न मुद्दों, जिनका वित्तीय स्थिरता पर प्रभाव पड़ सकता है, पर चर्चा की। उप-समिति ने अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न तकनीकी समूहों की गतिविधियों और राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों (यूटी) में राज्य स्तरीय समन्वय समितियों (एसएलसीसी) के कामकाज की भी समीक्षा की।
आज, रिज़र्व बैंक ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) का 29वां अंक जारी किया, जो वित्तीय प्रणाली की आघात सहनीयता और वित्तीय स्थिरता के जोखिमों पर वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति के सामूहिक मूल्यांकन को दर्शाता है। मुख्य बातें: • वैश्विक अर्थव्यवस्था को लंबे समय से चले आ रहे भू-राजनीतिक तनाव, बढ़े हुए सार्वजनिक ऋण और अवस्फीति के अंतिम पड़ाव में धीमी प्रगति से बढ़ते जोखिमों का सामना करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों के बावजूद, वैश्विक वित्तीय प्रणाली आघात-सह बनी हुई है और वित्तीय स्थितियाँ स्थिर हैं।
आज, रिज़र्व बैंक ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) का 29वां अंक जारी किया, जो वित्तीय प्रणाली की आघात सहनीयता और वित्तीय स्थिरता के जोखिमों पर वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति के सामूहिक मूल्यांकन को दर्शाता है। मुख्य बातें: • वैश्विक अर्थव्यवस्था को लंबे समय से चले आ रहे भू-राजनीतिक तनाव, बढ़े हुए सार्वजनिक ऋण और अवस्फीति के अंतिम पड़ाव में धीमी प्रगति से बढ़ते जोखिमों का सामना करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों के बावजूद, वैश्विक वित्तीय प्रणाली आघात-सह बनी हुई है और वित्तीय स्थितियाँ स्थिर हैं।
आज, रिज़र्व बैंक ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) का 28वां अंक जारी किया, जो वित्तीय स्थिरता के जोखिमों और वित्तीय प्रणाली की आघात सहनीयता पर वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति के सामूहिक मूल्यांकन को दर्शाता है।
आज, रिज़र्व बैंक ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) का 28वां अंक जारी किया, जो वित्तीय स्थिरता के जोखिमों और वित्तीय प्रणाली की आघात सहनीयता पर वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति के सामूहिक मूल्यांकन को दर्शाता है।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: सितंबर 11, 2024