प्रेस प्रकाशनियां - फिनटेक - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
फिनटेक क्षेत्र में स्व-विनियमन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने 15 जनवरी 2024 को 'फिनटेक क्षेत्र के स्व-विनियामक संगठनों (एसआरओ) को मान्यता देने के लिए रूपरेखा का मसौदा जारी किया था, जिसमें हितधारकों से टिप्पणियां और प्रतिक्रियाएँ आमंत्रित की गई थी। प्राप्त इनपुट और उनके परीक्षण के आधार पर 'फिनटेक क्षेत्र के लिए स्व-विनियामक संगठन(नों) को मान्यता देने के लिए रूपरेखा’ (एसआरओ-एफटी फ्रेमवर्क) को अंतिम रूप दिया गया है, जोकि संलग्न है।
फिनटेक क्षेत्र में स्व-विनियमन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने 15 जनवरी 2024 को 'फिनटेक क्षेत्र के स्व-विनियामक संगठनों (एसआरओ) को मान्यता देने के लिए रूपरेखा का मसौदा जारी किया था, जिसमें हितधारकों से टिप्पणियां और प्रतिक्रियाएँ आमंत्रित की गई थी। प्राप्त इनपुट और उनके परीक्षण के आधार पर 'फिनटेक क्षेत्र के लिए स्व-विनियामक संगठन(नों) को मान्यता देने के लिए रूपरेखा’ (एसआरओ-एफटी फ्रेमवर्क) को अंतिम रूप दिया गया है, जोकि संलग्न है।
श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज भारतीय रिज़र्व बैंक की तीन प्रमुख पहल अर्थात्, प्रवाह (PRAVAAH) पोर्टल, रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप और फिनटेक रिपॉज़िटरी का लोकार्पण, रिज़र्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक श्री सतीश काशीनाथ मराठे, प्रो. सचिन चतुर्वेदी; रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब (आरबीआईएच) के बोर्ड सदस्य प्रो. एच. कृष्णमूर्ति; रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर डॉ. एम डी पात्र, श्री एम राजेश्वर राव, श्री टी रबी शंकर, श्री स्वामीनाथन जे.; चुनिंदा बैंकों और एनबीएफसी के एमडी और सीईओ; आईबीए के मुख्य कार्यपालक; क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएल), रिज़र्व बैंक सूचना प्रौद्योगिकी लिमिटेड (रेबिट), भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी और संबद्ध सेवाएं (आईएफटीएएस) और आरबीआईएच के एमडी/ सीईओ, फिनटेक के प्रतिनिधि तथा रिज़र्व बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया।
श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज भारतीय रिज़र्व बैंक की तीन प्रमुख पहल अर्थात्, प्रवाह (PRAVAAH) पोर्टल, रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप और फिनटेक रिपॉज़िटरी का लोकार्पण, रिज़र्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक श्री सतीश काशीनाथ मराठे, प्रो. सचिन चतुर्वेदी; रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब (आरबीआईएच) के बोर्ड सदस्य प्रो. एच. कृष्णमूर्ति; रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर डॉ. एम डी पात्र, श्री एम राजेश्वर राव, श्री टी रबी शंकर, श्री स्वामीनाथन जे.; चुनिंदा बैंकों और एनबीएफसी के एमडी और सीईओ; आईबीए के मुख्य कार्यपालक; क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएल), रिज़र्व बैंक सूचना प्रौद्योगिकी लिमिटेड (रेबिट), भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी और संबद्ध सेवाएं (आईएफटीएएस) और आरबीआईएच के एमडी/ सीईओ, फिनटेक के प्रतिनिधि तथा रिज़र्व बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर अद्यतन 'विनियामक सैंडबॉक्स हेतु सक्षम रूपरेखा' जारी किया।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर अद्यतन 'विनियामक सैंडबॉक्स हेतु सक्षम रूपरेखा' जारी किया।
फिनटेक, प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करके, पहुंच में सुधार करके और लागत कम करके वित्तीय सेवाओं के परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से नया आकार दे रहे हैं। एक ओर उद्योग द्वारा नवाचार को सुविधाजनक बनाना और दूसरी ओर विनियामक प्राथमिकताओं को इस तरीके से पूरा करना, जो उपभोक्ताओं को सुरक्षित रखता हो और जोखिम को नियंत्रित करता हो, के बीच एक स्वस्थ संतुलन प्राप्त करना, फिनटेक क्षेत्र के योगदान को अनुकूलित करने के लिए महत्वपूर्ण है। वांछित संतुलन प्राप्त करने के लिए फिनटेक क्षेत्र के भीतर स्व-विनियमन एक अधिमान्य दृष्टिकोण है। तदनुसार, रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर 'फिनटेक क्षेत्र के लिए स्व-विनियामक संगठनों (एसआरओ) को मान्यता देने संबंधी रूपरेखा का मसौदा' रखा है। रूपरेखा का मसौदा फिनटेक एसआरओ की विशेषताओं को निर्धारित करता है, और इसमें अन्य बातों के साथ-साथ कार्य, सुशासन मानक आदि शामिल हैं।
फिनटेक, प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करके, पहुंच में सुधार करके और लागत कम करके वित्तीय सेवाओं के परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से नया आकार दे रहे हैं। एक ओर उद्योग द्वारा नवाचार को सुविधाजनक बनाना और दूसरी ओर विनियामक प्राथमिकताओं को इस तरीके से पूरा करना, जो उपभोक्ताओं को सुरक्षित रखता हो और जोखिम को नियंत्रित करता हो, के बीच एक स्वस्थ संतुलन प्राप्त करना, फिनटेक क्षेत्र के योगदान को अनुकूलित करने के लिए महत्वपूर्ण है। वांछित संतुलन प्राप्त करने के लिए फिनटेक क्षेत्र के भीतर स्व-विनियमन एक अधिमान्य दृष्टिकोण है। तदनुसार, रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर 'फिनटेक क्षेत्र के लिए स्व-विनियामक संगठनों (एसआरओ) को मान्यता देने संबंधी रूपरेखा का मसौदा' रखा है। रूपरेखा का मसौदा फिनटेक एसआरओ की विशेषताओं को निर्धारित करता है, और इसमें अन्य बातों के साथ-साथ कार्य, सुशासन मानक आदि शामिल हैं।
विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के 'खुदरा भुगतान' विषय के लिए 'ऑन टैप' आवेदन सुविधा के अंतर्गत, एचडीएफसी बैंक (क्रंचफिश एबी के साथ साझेदारी में) को परीक्षण चरण के लिए चुना गया था, जिसकी सूचना दिनांक 5 सितंबर 2022 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से दी गई थी।
विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के 'खुदरा भुगतान' विषय के लिए 'ऑन टैप' आवेदन सुविधा के अंतर्गत, एचडीएफसी बैंक (क्रंचफिश एबी के साथ साझेदारी में) को परीक्षण चरण के लिए चुना गया था, जिसकी सूचना दिनांक 5 सितंबर 2022 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से दी गई थी।
विनियामक सैंडबॉक्स – ‘एमएसएमई उधार पर तीसरी कोहार्ट’ - निकास विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के अंतर्गत 'एमएसएमई उधार' विषय वाले तीसरे कोहार्ट में, आठ संस्थाओं को अपने उत्पादों का परीक्षण शुरू करना था, जिसे दिनांक 6 जून 2022 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से सूचित किया गया था।2. 'परीक्षण चरण'
पूरा करने वाली संस्थाओं के उत्पादों का मूल्यांकन पारस्परिक रूप से सहमत परीक्षण परिदृश्यों और अपेक्षित परिणामों के आधार पर किया गया। तदनुसार, नीचे उल्लिखित पांच उत्पाद आरएस के अंतर्गत परीक्षण के दौरान परिभाषित सीमा शर्तों के भीतर व्यवहार्य पाए गए हैं:
विनियामक सैंडबॉक्स – ‘एमएसएमई उधार पर तीसरी कोहार्ट’ - निकास विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के अंतर्गत 'एमएसएमई उधार' विषय वाले तीसरे कोहार्ट में, आठ संस्थाओं को अपने उत्पादों का परीक्षण शुरू करना था, जिसे दिनांक 6 जून 2022 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से सूचित किया गया था।2. 'परीक्षण चरण'
पूरा करने वाली संस्थाओं के उत्पादों का मूल्यांकन पारस्परिक रूप से सहमत परीक्षण परिदृश्यों और अपेक्षित परिणामों के आधार पर किया गया। तदनुसार, नीचे उल्लिखित पांच उत्पाद आरएस के अंतर्गत परीक्षण के दौरान परिभाषित सीमा शर्तों के भीतर व्यवहार्य पाए गए हैं:
27 अक्तूबर 2023 विनियामक सैंडबॉक्स: भारतीय रिज़र्व बैंक ने पाँचवाँ कोहार्ट खोलने की घोषणा की भारतीय रिज़र्व बैंक ने 5 सितंबर 2022 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से घोषणा की थी कि विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के अंतर्गत पांचवां कोहार्ट विषय तटस्थ होगा। अब यह पात्र संस्थाओं के लिए पांचवें कोहार्ट हेतु आवेदन विंडो
खोलने की घोषणा करता है।
27 अक्तूबर 2023 विनियामक सैंडबॉक्स: भारतीय रिज़र्व बैंक ने पाँचवाँ कोहार्ट खोलने की घोषणा की भारतीय रिज़र्व बैंक ने 5 सितंबर 2022 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से घोषणा की थी कि विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के अंतर्गत पांचवां कोहार्ट विषय तटस्थ होगा। अब यह पात्र संस्थाओं के लिए पांचवें कोहार्ट हेतु आवेदन विंडो
खोलने की घोषणा करता है।
12 अक्तूबर 2023 भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने द्वितीय ग्लोबल हैकथॉन – एचएआरबीआईएनजीईआर (HARBINGER) 2023 के परिणामों की घोषणा की भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने द्वितीय वैश्विक हैकथॉन - "एचएआरबीआईएनजीईआर (HARBINGER) 2023 - परिवर्तन के लिए नवोन्मेष" की शुरुआत 'समावेशी डिजिटल सेवाएं' विषय के साथ की थी जिसे दिनांक 14 फरवरी 2023 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से सूचित किया गया था।
12 अक्तूबर 2023 भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने द्वितीय ग्लोबल हैकथॉन – एचएआरबीआईएनजीईआर (HARBINGER) 2023 के परिणामों की घोषणा की भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने द्वितीय वैश्विक हैकथॉन - "एचएआरबीआईएनजीईआर (HARBINGER) 2023 - परिवर्तन के लिए नवोन्मेष" की शुरुआत 'समावेशी डिजिटल सेवाएं' विषय के साथ की थी जिसे दिनांक 14 फरवरी 2023 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से सूचित किया गया था।
4 सितंबर 2023 भारतीय रिज़र्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय निपटान बैंक ने G20 टेकस्प्रिंट 2023 के विजेताओं की घोषणा की भारत की G20 अध्यक्षता के अंतर्गत, भारतीय रिज़र्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय निपटान बैंक के बीआईएस इनोवेशन हब (बीआईएसआईएच) ने 4 मई 2023 को G20 टेकस्प्रिंट के चौथे संस्करण का शुभारंभ किया था और सीमा-पारीय भुगतान के लिए प्रौद्योगिकी समाधान विकसित करने में मदद करने हेतु वैश्विक अन्वेषकों को आमंत्रित किया था।
4 सितंबर 2023 भारतीय रिज़र्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय निपटान बैंक ने G20 टेकस्प्रिंट 2023 के विजेताओं की घोषणा की भारत की G20 अध्यक्षता के अंतर्गत, भारतीय रिज़र्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय निपटान बैंक के बीआईएस इनोवेशन हब (बीआईएसआईएच) ने 4 मई 2023 को G20 टेकस्प्रिंट के चौथे संस्करण का शुभारंभ किया था और सीमा-पारीय भुगतान के लिए प्रौद्योगिकी समाधान विकसित करने में मदद करने हेतु वैश्विक अन्वेषकों को आमंत्रित किया था।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 28, 2025