प्रेस प्रकाशनियां - फिनटेक - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 'फिनटेक क्षेत्र में स्व-विनियामक संगठन(नों) के लिए रूपरेखा' (रूपरेखा) जारी की थी और फिनटेक क्षेत्र में स्व-विनियामक संगठन (एसआरओ-एफटी) के रूप में मान्यता के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। 2. एसआरओ-एफटी के रूप में मान्यता हेतु तीन आवेदन प्राप्त हुए हैं। इस रूपरेखा के अंतर्गत संबद्ध आवश्यकताओं के आधार पर प्रत्येक आवेदन की जांच की गई। 3. यह निर्णय लिया गया है कि फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर एम्पावरमेंट (एफ़एसीई) को एसआरओ-एफ़टी के रूप में मान्यता दी जाए। शेष दो आवेदनों में से एक आवेदन को कतिपय आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद पुनः प्रस्तुत करने के प्रावधान के साथ वापस कर दिया गया है। तीसरे आवेदन की जांच की जा रही है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 'फिनटेक क्षेत्र में स्व-विनियामक संगठन(नों) के लिए रूपरेखा' (रूपरेखा) जारी की थी और फिनटेक क्षेत्र में स्व-विनियामक संगठन (एसआरओ-एफटी) के रूप में मान्यता के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। 2. एसआरओ-एफटी के रूप में मान्यता हेतु तीन आवेदन प्राप्त हुए हैं। इस रूपरेखा के अंतर्गत संबद्ध आवश्यकताओं के आधार पर प्रत्येक आवेदन की जांच की गई। 3. यह निर्णय लिया गया है कि फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर एम्पावरमेंट (एफ़एसीई) को एसआरओ-एफ़टी के रूप में मान्यता दी जाए। शेष दो आवेदनों में से एक आवेदन को कतिपय आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद पुनः प्रस्तुत करने के प्रावधान के साथ वापस कर दिया गया है। तीसरे आवेदन की जांच की जा रही है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 27 अक्तूबर 2023 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से विनियामक सैंडबॉक्स के अंतर्गत पांचवें कोहोर्ट (विषय तटस्थ) की शुरुआत की घोषणा की थी। 2. रिज़र्व बैंक को 22 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से पाँच को ‘जांच चरण’ के लिए चुना गया है। नीचे दिए गए विवरण के अनुसार, संस्थाएँ अगस्त 2024 से अपने समाधानों का जांच शुरू करेंगी: क्र. सं. सैंडबॉक्स संस्था विवरण 1 कनेक्टिंगडॉट कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड इस समाधान का उद्देश्य ऋण पोर्टफोलियो को उच्च, मध्यम और निम्न जोखिम श्रेणियों में विभाजित करके ऋण व्यतिक्रम (चूक) का पूर्वानुमान लगाने में उच्च सटीकता प्रदान करना है। यह समाधान उधारकर्ता के चूक के कारण बताता है और जोखिम शमन में सुधार के लिए बैंकों/ उधारदाताओं को उधारकर्ता विशिष्ट मार्गों की सिफारिश करता है। 2 एपिफी टेक्नोलॉजिस प्राइवेट लिमिटेड यह समाधान वीडियो केवाईसी और पहचान सत्यापन के माध्यम से एनआरई/एनआरओ खातों को डिजिटल रूप से खोलने की अनुमति देता है, जिससे एनआरआई के लिए खाता खोलने का सहज अनुभव संभव हो जाता है। इस समाधान से लागत, टर्नअराउंड समय को कम करके और भौतिक दस्तावेज़ीकरण और सत्यापन की आवश्यकता को समाप्त करके दक्षता लाने की आशा है। 3 फिननैग टेक्नोलॉजिस प्राइवेट लिमिटेड यह समाधान ब्लॉकचेन आधारित डीप टियर वेंडर फाइनेंसिंग समाधान है जो एमएसएमई के लिए वित्तपोषण को सक्षम बनाता है, जो बड़े उद्यमों की खरीद आपूर्ति शृंखला का हिस्सा हैं जिन्हें आमतौर पर एंकर के रूप में जाना जाता है। यह समाधान एंकर से प्राप्तियों को ब्लॉकचेन आधारित टोकन में परिवर्तित करने में सक्षम बनाता है जिसे एमएसएमई द्वारा बैंकों/ एनबीएफसी से ऋण प्राप्त करने के लिए भुनाया जा सकता है। समाधान का उद्देश्य निचले स्तर/ छोटे एमएसएमई के लिए आसान और किफायती ऋण सुलभ बनाना है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 27 अक्तूबर 2023 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से विनियामक सैंडबॉक्स के अंतर्गत पांचवें कोहोर्ट (विषय तटस्थ) की शुरुआत की घोषणा की थी। 2. रिज़र्व बैंक को 22 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से पाँच को ‘जांच चरण’ के लिए चुना गया है। नीचे दिए गए विवरण के अनुसार, संस्थाएँ अगस्त 2024 से अपने समाधानों का जांच शुरू करेंगी: क्र. सं. सैंडबॉक्स संस्था विवरण 1 कनेक्टिंगडॉट कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड इस समाधान का उद्देश्य ऋण पोर्टफोलियो को उच्च, मध्यम और निम्न जोखिम श्रेणियों में विभाजित करके ऋण व्यतिक्रम (चूक) का पूर्वानुमान लगाने में उच्च सटीकता प्रदान करना है। यह समाधान उधारकर्ता के चूक के कारण बताता है और जोखिम शमन में सुधार के लिए बैंकों/ उधारदाताओं को उधारकर्ता विशिष्ट मार्गों की सिफारिश करता है। 2 एपिफी टेक्नोलॉजिस प्राइवेट लिमिटेड यह समाधान वीडियो केवाईसी और पहचान सत्यापन के माध्यम से एनआरई/एनआरओ खातों को डिजिटल रूप से खोलने की अनुमति देता है, जिससे एनआरआई के लिए खाता खोलने का सहज अनुभव संभव हो जाता है। इस समाधान से लागत, टर्नअराउंड समय को कम करके और भौतिक दस्तावेज़ीकरण और सत्यापन की आवश्यकता को समाप्त करके दक्षता लाने की आशा है। 3 फिननैग टेक्नोलॉजिस प्राइवेट लिमिटेड यह समाधान ब्लॉकचेन आधारित डीप टियर वेंडर फाइनेंसिंग समाधान है जो एमएसएमई के लिए वित्तपोषण को सक्षम बनाता है, जो बड़े उद्यमों की खरीद आपूर्ति शृंखला का हिस्सा हैं जिन्हें आमतौर पर एंकर के रूप में जाना जाता है। यह समाधान एंकर से प्राप्तियों को ब्लॉकचेन आधारित टोकन में परिवर्तित करने में सक्षम बनाता है जिसे एमएसएमई द्वारा बैंकों/ एनबीएफसी से ऋण प्राप्त करने के लिए भुनाया जा सकता है। समाधान का उद्देश्य निचले स्तर/ छोटे एमएसएमई के लिए आसान और किफायती ऋण सुलभ बनाना है।
रिज़र्व बैंक ने अपना तीसरा ग्लोबल हैकथॉन - HaRBInger 2024 - परिवर्तन के लिए नवाचार' शुरू किया था, जिसके दो विषय थे - 'शून्य वित्तीय धोखाधड़ी' और 'दिव्यांग अनुकूल होना', जिसकी जानकारी दिनांक 7 जून 2024 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से दी गई थी। प्राप्त अनुरोधों को ध्यान में रखते हुए, पंजीकरण और आवेदन जमा करने की समय- सीमा को 31 जुलाई 2024 तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
रिज़र्व बैंक ने अपना तीसरा ग्लोबल हैकथॉन - HaRBInger 2024 - परिवर्तन के लिए नवाचार' शुरू किया था, जिसके दो विषय थे - 'शून्य वित्तीय धोखाधड़ी' और 'दिव्यांग अनुकूल होना', जिसकी जानकारी दिनांक 7 जून 2024 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से दी गई थी। प्राप्त अनुरोधों को ध्यान में रखते हुए, पंजीकरण और आवेदन जमा करने की समय- सीमा को 31 जुलाई 2024 तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के ‘वित्तीय धोखाधड़ी की रोकथाम और न्यूनीकरण' विषय पर चौथे समूह में छह संस्थाओं को अपने उत्पादों का परीक्षण शुरू करना था, जिसकी सूचना दिनांक 5 जनवरी 2023 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से दी गई थी। 2. 'परीक्षण चरण' पूरा करने वाली संस्थाओं के उत्पादों का मूल्यांकन पारस्परिक रूप से सहमत परीक्षण परिदृश्यों और अपेक्षित परिणामों के आधार पर किया गया। तदनुसार, नीचे उल्लिखित तीन उत्पाद, आरएस के अंतर्गत परीक्षण के दौरान परिभाषित सीमा शर्तों के भीतर व्यवहार्य पाए गए हैं:
विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के ‘वित्तीय धोखाधड़ी की रोकथाम और न्यूनीकरण' विषय पर चौथे समूह में छह संस्थाओं को अपने उत्पादों का परीक्षण शुरू करना था, जिसकी सूचना दिनांक 5 जनवरी 2023 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से दी गई थी। 2. 'परीक्षण चरण' पूरा करने वाली संस्थाओं के उत्पादों का मूल्यांकन पारस्परिक रूप से सहमत परीक्षण परिदृश्यों और अपेक्षित परिणामों के आधार पर किया गया। तदनुसार, नीचे उल्लिखित तीन उत्पाद, आरएस के अंतर्गत परीक्षण के दौरान परिभाषित सीमा शर्तों के भीतर व्यवहार्य पाए गए हैं:
भारतीय रिज़र्व बैंक अपना तीसरा वैश्विक हैकथॉन - ‘HaRBInger 2024- परिवर्तन के लिए नवाचार' आयोजित कर रहा है। यह हैकथॉन प्रतिभागियों को निम्नलिखित विषयों और समस्या विवरणों के अंतर्गत प्रौद्योगिकी और नवोन्मेषी दृष्टिकोणों का उपयोग करके समाधान विकसित करने के लिए आमंत्रित करता है:
भारतीय रिज़र्व बैंक अपना तीसरा वैश्विक हैकथॉन - ‘HaRBInger 2024- परिवर्तन के लिए नवाचार' आयोजित कर रहा है। यह हैकथॉन प्रतिभागियों को निम्नलिखित विषयों और समस्या विवरणों के अंतर्गत प्रौद्योगिकी और नवोन्मेषी दृष्टिकोणों का उपयोग करके समाधान विकसित करने के लिए आमंत्रित करता है:
फिनटेक क्षेत्र में स्व-विनियमन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने 15 जनवरी 2024 को 'फिनटेक क्षेत्र के स्व-विनियामक संगठनों (एसआरओ) को मान्यता देने के लिए रूपरेखा का मसौदा जारी किया था, जिसमें हितधारकों से टिप्पणियां और प्रतिक्रियाएँ आमंत्रित की गई थी। प्राप्त इनपुट और उनके परीक्षण के आधार पर 'फिनटेक क्षेत्र के लिए स्व-विनियामक संगठन(नों) को मान्यता देने के लिए रूपरेखा’ (एसआरओ-एफटी फ्रेमवर्क) को अंतिम रूप दिया गया है, जोकि संलग्न है।
फिनटेक क्षेत्र में स्व-विनियमन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने 15 जनवरी 2024 को 'फिनटेक क्षेत्र के स्व-विनियामक संगठनों (एसआरओ) को मान्यता देने के लिए रूपरेखा का मसौदा जारी किया था, जिसमें हितधारकों से टिप्पणियां और प्रतिक्रियाएँ आमंत्रित की गई थी। प्राप्त इनपुट और उनके परीक्षण के आधार पर 'फिनटेक क्षेत्र के लिए स्व-विनियामक संगठन(नों) को मान्यता देने के लिए रूपरेखा’ (एसआरओ-एफटी फ्रेमवर्क) को अंतिम रूप दिया गया है, जोकि संलग्न है।
श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज भारतीय रिज़र्व बैंक की तीन प्रमुख पहल अर्थात्, प्रवाह (PRAVAAH) पोर्टल, रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप और फिनटेक रिपॉज़िटरी का लोकार्पण, रिज़र्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक श्री सतीश काशीनाथ मराठे, प्रो. सचिन चतुर्वेदी; रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब (आरबीआईएच) के बोर्ड सदस्य प्रो. एच. कृष्णमूर्ति; रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर डॉ. एम डी पात्र, श्री एम राजेश्वर राव, श्री टी रबी शंकर, श्री स्वामीनाथन जे.; चुनिंदा बैंकों और एनबीएफसी के एमडी और सीईओ; आईबीए के मुख्य कार्यपालक; क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएल), रिज़र्व बैंक सूचना प्रौद्योगिकी लिमिटेड (रेबिट), भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी और संबद्ध सेवाएं (आईएफटीएएस) और आरबीआईएच के एमडी/ सीईओ, फिनटेक के प्रतिनिधि तथा रिज़र्व बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया।
श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज भारतीय रिज़र्व बैंक की तीन प्रमुख पहल अर्थात्, प्रवाह (PRAVAAH) पोर्टल, रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप और फिनटेक रिपॉज़िटरी का लोकार्पण, रिज़र्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक श्री सतीश काशीनाथ मराठे, प्रो. सचिन चतुर्वेदी; रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब (आरबीआईएच) के बोर्ड सदस्य प्रो. एच. कृष्णमूर्ति; रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर डॉ. एम डी पात्र, श्री एम राजेश्वर राव, श्री टी रबी शंकर, श्री स्वामीनाथन जे.; चुनिंदा बैंकों और एनबीएफसी के एमडी और सीईओ; आईबीए के मुख्य कार्यपालक; क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएल), रिज़र्व बैंक सूचना प्रौद्योगिकी लिमिटेड (रेबिट), भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी और संबद्ध सेवाएं (आईएफटीएएस) और आरबीआईएच के एमडी/ सीईओ, फिनटेक के प्रतिनिधि तथा रिज़र्व बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर अद्यतन 'विनियामक सैंडबॉक्स हेतु सक्षम रूपरेखा' जारी किया।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर अद्यतन 'विनियामक सैंडबॉक्स हेतु सक्षम रूपरेखा' जारी किया।
फिनटेक, प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करके, पहुंच में सुधार करके और लागत कम करके वित्तीय सेवाओं के परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से नया आकार दे रहे हैं। एक ओर उद्योग द्वारा नवाचार को सुविधाजनक बनाना और दूसरी ओर विनियामक प्राथमिकताओं को इस तरीके से पूरा करना, जो उपभोक्ताओं को सुरक्षित रखता हो और जोखिम को नियंत्रित करता हो, के बीच एक स्वस्थ संतुलन प्राप्त करना, फिनटेक क्षेत्र के योगदान को अनुकूलित करने के लिए महत्वपूर्ण है। वांछित संतुलन प्राप्त करने के लिए फिनटेक क्षेत्र के भीतर स्व-विनियमन एक अधिमान्य दृष्टिकोण है। तदनुसार, रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर 'फिनटेक क्षेत्र के लिए स्व-विनियामक संगठनों (एसआरओ) को मान्यता देने संबंधी रूपरेखा का मसौदा' रखा है। रूपरेखा का मसौदा फिनटेक एसआरओ की विशेषताओं को निर्धारित करता है, और इसमें अन्य बातों के साथ-साथ कार्य, सुशासन मानक आदि शामिल हैं।
फिनटेक, प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करके, पहुंच में सुधार करके और लागत कम करके वित्तीय सेवाओं के परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से नया आकार दे रहे हैं। एक ओर उद्योग द्वारा नवाचार को सुविधाजनक बनाना और दूसरी ओर विनियामक प्राथमिकताओं को इस तरीके से पूरा करना, जो उपभोक्ताओं को सुरक्षित रखता हो और जोखिम को नियंत्रित करता हो, के बीच एक स्वस्थ संतुलन प्राप्त करना, फिनटेक क्षेत्र के योगदान को अनुकूलित करने के लिए महत्वपूर्ण है। वांछित संतुलन प्राप्त करने के लिए फिनटेक क्षेत्र के भीतर स्व-विनियमन एक अधिमान्य दृष्टिकोण है। तदनुसार, रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर 'फिनटेक क्षेत्र के लिए स्व-विनियामक संगठनों (एसआरओ) को मान्यता देने संबंधी रूपरेखा का मसौदा' रखा है। रूपरेखा का मसौदा फिनटेक एसआरओ की विशेषताओं को निर्धारित करता है, और इसमें अन्य बातों के साथ-साथ कार्य, सुशासन मानक आदि शामिल हैं।
विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के 'खुदरा भुगतान' विषय के लिए 'ऑन टैप' आवेदन सुविधा के अंतर्गत, एचडीएफसी बैंक (क्रंचफिश एबी के साथ साझेदारी में) को परीक्षण चरण के लिए चुना गया था, जिसकी सूचना दिनांक 5 सितंबर 2022 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से दी गई थी।
विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के 'खुदरा भुगतान' विषय के लिए 'ऑन टैप' आवेदन सुविधा के अंतर्गत, एचडीएफसी बैंक (क्रंचफिश एबी के साथ साझेदारी में) को परीक्षण चरण के लिए चुना गया था, जिसकी सूचना दिनांक 5 सितंबर 2022 की प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से दी गई थी।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: सितंबर 11, 2024