Press Releases - Research and Data - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अक्तूबर-दिसंबर 2024 की संदर्भ अवधि के लिए तिमाही सेवाएं और मूलभूत सुविधा संभावना सर्वेक्षण (एसआईओएस) के 43वें दौर की शुरुआत की। यह सर्वेक्षण मांग स्थितियों, वित्तीय स्थितियों, रोजगार स्थितियों तथा मूल्य स्थिति से संबंधित संकेतकों के समूह पर गुणवत्तापूर्ण प्रत्युत्तरों के आधार पर भारत में सेवाओं और मूलभूत सुविधा क्षेत्र की चुनिंदा कंपनियों की वर्तमान तिमाही (2024-25 की तीसरी तिमाही) के लिए कारोबारी स्थिति तथा आगामी तिमाही (2024-25 की चौथी तिमाही) के लिए उनकी संभावना का आकलन करता है। इसमें बाद की दो तिमाहियों (2025-26 की पहली तिमाही और 2025-26 की दूसरी तिमाही) के लिए प्रमुख मापदंडों से संबंधित संभावना को भी शामिल किया गया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अक्तूबर-दिसंबर 2024 की संदर्भ अवधि के लिए तिमाही सेवाएं और मूलभूत सुविधा संभावना सर्वेक्षण (एसआईओएस) के 43वें दौर की शुरुआत की। यह सर्वेक्षण मांग स्थितियों, वित्तीय स्थितियों, रोजगार स्थितियों तथा मूल्य स्थिति से संबंधित संकेतकों के समूह पर गुणवत्तापूर्ण प्रत्युत्तरों के आधार पर भारत में सेवाओं और मूलभूत सुविधा क्षेत्र की चुनिंदा कंपनियों की वर्तमान तिमाही (2024-25 की तीसरी तिमाही) के लिए कारोबारी स्थिति तथा आगामी तिमाही (2024-25 की चौथी तिमाही) के लिए उनकी संभावना का आकलन करता है। इसमें बाद की दो तिमाहियों (2025-26 की पहली तिमाही और 2025-26 की दूसरी तिमाही) के लिए प्रमुख मापदंडों से संबंधित संभावना को भी शामिल किया गया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज सितंबर 2024 माह के लिए स्वचालित मार्ग और अनुमोदन मार्ग दोनों के अंतर्गत समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश पर आंकड़े जारी किए है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज सितंबर 2024 माह के लिए स्वचालित मार्ग और अनुमोदन मार्ग दोनों के अंतर्गत समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश पर आंकड़े जारी किए है।
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने विदेशी देयताओं और आस्तियों (एफ़एलए) से संबंधित वार्षिक गणना के 2023-24 दौर के अनंतिम परिणामों को जारी किया, जिसमें आवक/ जावक प्रत्यक्ष निवेश (डीआई) सहित संस्थाओं {अर्थात्, कंपनियां, सीमित देयता भागीदारी (एलएलपी), वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) और साझेदारी फर्म} की सीमापारीय देयताएँ और आस्तियां शामिल हैं।
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने विदेशी देयताओं और आस्तियों (एफ़एलए) से संबंधित वार्षिक गणना के 2023-24 दौर के अनंतिम परिणामों को जारी किया, जिसमें आवक/ जावक प्रत्यक्ष निवेश (डीआई) सहित संस्थाओं {अर्थात्, कंपनियां, सीमित देयता भागीदारी (एलएलपी), वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) और साझेदारी फर्म} की सीमापारीय देयताएँ और आस्तियां शामिल हैं।
1. भारतीय रिज़र्व बैंक–देयताएं और आस्तियां * (₹ करोड़) मद 2023 2024 घट-बढ़ 6 अक्तूबर 27 सितंबर 4 अक्तूबर सप्ताह वर्ष 1 2 3 4 5 4. ऋण और अग्रिम 4.1 केंद्र सरकार 0 0 0 0 0 4.2 राज्य सरकारें 24303 24412 35809 11397 11506 * आंकडे अनंतिम हैं; घट-बढ़, यदि कोई है, तो पूर्णांक के कारण है।
1. भारतीय रिज़र्व बैंक–देयताएं और आस्तियां * (₹ करोड़) मद 2023 2024 घट-बढ़ 6 अक्तूबर 27 सितंबर 4 अक्तूबर सप्ताह वर्ष 1 2 3 4 5 4. ऋण और अग्रिम 4.1 केंद्र सरकार 0 0 0 0 0 4.2 राज्य सरकारें 24303 24412 35809 11397 11506 * आंकडे अनंतिम हैं; घट-बढ़, यदि कोई है, तो पूर्णांक के कारण है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी आदेश बहियों, माल-सूचियों और क्षमता उपयोग सर्वेक्षण (ओबीआईसीयूएस) का 67वां दौर शुरू किया। यह सर्वेक्षण जुलाई - सितंबर 2024 (2024-25 की दूसरी तिमाही) की संदर्भ अवधि के लिए है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी आदेश बहियों, माल-सूचियों और क्षमता उपयोग सर्वेक्षण (ओबीआईसीयूएस) का 67वां दौर शुरू किया। यह सर्वेक्षण जुलाई - सितंबर 2024 (2024-25 की दूसरी तिमाही) की संदर्भ अवधि के लिए है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर निम्नलिखित सर्वेक्षणों के परिणाम जारी किए: 1. उपभोक्ता विश्वास सर्वेक्षण (सीसीएस)– सितंबर 2024 2. परिवारों की मुद्रास्फीति प्रत्याशा संबंधी सर्वेक्षण (आईईएसएच)– सितंबर 2024 3. विनिर्माण क्षेत्र पर ओबीआईसीयूएस सर्वेक्षण - 2024-25 की पहली तिमाही 4. 2024-25 की दूसरी तिमाही के लिए विनिर्माण क्षेत्र का औद्योगिक संभावना सर्वेक्षण 5. समष्टि आर्थिक सूचकांकों पर पेशेवर पूर्वानुमानकर्ता सर्वेक्षण - 90 दौर 1 6. 2024-25 की दूसरी तिमाही के लिए बैंक ऋण सर्वेक्षण 7. 2024-25 की दूसरी तिमाही के लिए सेवाएं और आधारभूत संरचना संभावना सर्वेक्षण सर्वेक्षण के परिणाम सर्वेक्षणों पर उत्तरदाताओं से प्राप्त फीडबैक पर आधारित हैं और अनिवार्य रूप से भारतीय रिज़र्व बैंक के विचार नहीं हैं।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर निम्नलिखित सर्वेक्षणों के परिणाम जारी किए: 1. उपभोक्ता विश्वास सर्वेक्षण (सीसीएस)– सितंबर 2024 2. परिवारों की मुद्रास्फीति प्रत्याशा संबंधी सर्वेक्षण (आईईएसएच)– सितंबर 2024 3. विनिर्माण क्षेत्र पर ओबीआईसीयूएस सर्वेक्षण - 2024-25 की पहली तिमाही 4. 2024-25 की दूसरी तिमाही के लिए विनिर्माण क्षेत्र का औद्योगिक संभावना सर्वेक्षण 5. समष्टि आर्थिक सूचकांकों पर पेशेवर पूर्वानुमानकर्ता सर्वेक्षण - 90 दौर 1 6. 2024-25 की दूसरी तिमाही के लिए बैंक ऋण सर्वेक्षण 7. 2024-25 की दूसरी तिमाही के लिए सेवाएं और आधारभूत संरचना संभावना सर्वेक्षण सर्वेक्षण के परिणाम सर्वेक्षणों पर उत्तरदाताओं से प्राप्त फीडबैक पर आधारित हैं और अनिवार्य रूप से भारतीय रिज़र्व बैंक के विचार नहीं हैं।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 04 अक्तूबर 2024 को समाप्त सप्ताह के लिए आरक्षित मुद्रा पर आंकड़े आज जारी किए।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 04 अक्तूबर 2024 को समाप्त सप्ताह के लिए आरक्षित मुद्रा पर आंकड़े आज जारी किए।
1. भारतीय रिज़र्व बैंक–देयताएं और आस्तियां * (₹ करोड़) मद 2023 2024 घट-बढ़ 29 सितंबर 20 सितंबर 27 सितंबर सप्ताह वर्ष 1 2 3 4 5 4. ऋण और अग्रिम 4.1 केंद्र सरकार 0 0 0 0 0 4.2 राज्य सरकारें 11606 26447 24412 -2034 12806 * आंकडे अनंतिम हैं; घट-बढ़, यदि कोई है, तो पूर्णांक के कारण है।
1. भारतीय रिज़र्व बैंक–देयताएं और आस्तियां * (₹ करोड़) मद 2023 2024 घट-बढ़ 29 सितंबर 20 सितंबर 27 सितंबर सप्ताह वर्ष 1 2 3 4 5 4. ऋण और अग्रिम 4.1 केंद्र सरकार 0 0 0 0 0 4.2 राज्य सरकारें 11606 26447 24412 -2034 12806 * आंकडे अनंतिम हैं; घट-बढ़, यदि कोई है, तो पूर्णांक के कारण है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 27 सितंबर 2024 को समाप्त सप्ताह के लिए आरक्षित मुद्रा और 20 सितंबर 2024 को समाप्त पखवाड़े के लिए मुद्रा आपूर्ति पर आंकड़े आज जारी किए।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 27 सितंबर 2024 को समाप्त सप्ताह के लिए आरक्षित मुद्रा और 20 सितंबर 2024 को समाप्त पखवाड़े के लिए मुद्रा आपूर्ति पर आंकड़े आज जारी किए।
आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट पर भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर शृंखला के अंतर्गत “भारत में सब्जियों की मुद्रास्फीति - टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) का एक अध्ययन” शीर्षक से एक वर्किंग पेपर जारी किया। इस पेपर का सह-लेखन रंजना रॉय, संचित गुप्ता, हर्ष वर्धन, सुवेंदु सरकार, सौमश्री तिवारी, रोहन बंसल, शैलजा भाटिया और अशोक गुलाटी द्वारा किया गया है।
आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट पर भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर शृंखला के अंतर्गत “भारत में सब्जियों की मुद्रास्फीति - टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) का एक अध्ययन” शीर्षक से एक वर्किंग पेपर जारी किया। इस पेपर का सह-लेखन रंजना रॉय, संचित गुप्ता, हर्ष वर्धन, सुवेंदु सरकार, सौमश्री तिवारी, रोहन बंसल, शैलजा भाटिया और अशोक गुलाटी द्वारा किया गया है।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 30, 2025