Press Releases - Research and Data - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
Today, the Reserve Bank of India released the balance of payments (BoP) data for the first quarter (Q1), i.e., April-June of 2025-26 on its website (www.rbi.org.in). On the basis of these data, the sources of variation in foreign exchange reserves during April-June 2025-26 are detailed below in
Today, the Reserve Bank of India released the balance of payments (BoP) data for the first quarter (Q1), i.e., April-June of 2025-26 on its website (www.rbi.org.in). On the basis of these data, the sources of variation in foreign exchange reserves during April-June 2025-26 are detailed below in
पहली तिमाही अर्थात् अप्रैल- जून 2025-26 के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े, विवरण । और ।। में प्रस्तुत किए गए हैं। 2025-26 की पहली तिमाही के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य विशेषताएं • भारत के चालू खाता शेष में 2025-26 की पहली तिमाही में 2.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.2 प्रतिशत) का घाटा दर्ज किया गया, जबकि 2024-25 की पहली तिमाही में यह 8.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.9 प्रतिशत) था और 2024-25 की चौथी तिमाही में 13.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.3 प्रतिशत) का अधिशेष था।
पहली तिमाही अर्थात् अप्रैल- जून 2025-26 के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े, विवरण । और ।। में प्रस्तुत किए गए हैं। 2025-26 की पहली तिमाही के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य विशेषताएं • भारत के चालू खाता शेष में 2025-26 की पहली तिमाही में 2.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.2 प्रतिशत) का घाटा दर्ज किया गया, जबकि 2024-25 की पहली तिमाही में यह 8.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.9 प्रतिशत) था और 2024-25 की चौथी तिमाही में 13.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.3 प्रतिशत) का अधिशेष था।
अगस्त 2025 के महीने के दौरान प्राप्त अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) के ऋण और जमा दर संबंधी आंकड़े सारणी 1 से 7 में प्रस्तुत किए गए हैं। मुख्य बातें : ऋण दरें : • एससीबी के नए रुपया ऋणों पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) जुलाई 2025 में 8.80 प्रतिशत रहा (जून 2025 में 8.62 प्रतिशत)।
अगस्त 2025 के महीने के दौरान प्राप्त अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) के ऋण और जमा दर संबंधी आंकड़े सारणी 1 से 7 में प्रस्तुत किए गए हैं। मुख्य बातें : ऋण दरें : • एससीबी के नए रुपया ऋणों पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) जुलाई 2025 में 8.80 प्रतिशत रहा (जून 2025 में 8.62 प्रतिशत)।
The value of exports and imports of services during July 2025 is given in the following table. International Trade in Services (US$ million) Month Receipts (Exports) Payments (Imports) April – 2025 - 16,909 (0.9) May – 2025 32,452 (9.6) 16,694 (-1.1) June – 2025 32,105 (12.0) 15,897 (5.0)
The value of exports and imports of services during July 2025 is given in the following table. International Trade in Services (US$ million) Month Receipts (Exports) Payments (Imports) April – 2025 - 16,909 (0.9) May – 2025 32,452 (9.6) 16,694 (-1.1) June – 2025 32,105 (12.0) 15,897 (5.0)
1. भारतीय रिज़र्व बैंक–देयताएं और आस्तियां * (₹ करोड़) मद 2024 2025 घट-बढ़ 23 अगस्त 15 अगस्त 22 अगस्त सप्ताह वर्ष 1 2 3 4 5 4. ऋण और अग्रिम 4.1 केंद्र सरकार - 0 0 0 0 4.2 राज्य सरकारें 26802 34130 27463 -6667 661 * आंकडे अनंतिम हैं; घट-बढ़, यदि कोई है, तो पूर्णांक के कारण है।
1. भारतीय रिज़र्व बैंक–देयताएं और आस्तियां * (₹ करोड़) मद 2024 2025 घट-बढ़ 23 अगस्त 15 अगस्त 22 अगस्त सप्ताह वर्ष 1 2 3 4 5 4. ऋण और अग्रिम 4.1 केंद्र सरकार - 0 0 0 0 4.2 राज्य सरकारें 26802 34130 27463 -6667 661 * आंकडे अनंतिम हैं; घट-बढ़, यदि कोई है, तो पूर्णांक के कारण है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज “भारतीय अर्थव्यवस्था संबंधी सांख्यिकी की विवरण पुस्तिका, 2024-25” (एचबीएस) शीर्षक से अपना वार्षिक प्रकाशन जारी किया। इस शृंखला का 27वां संस्करण भारतीय अर्थव्यवस्था पर विस्तृत समय-श्रृंखला डेटा प्रस्तुत करता है। इसमें राष्ट्रीय आय, कीमतें, मुद्रा, बैंकिंग, बाजार, सार्वजनिक वित्त, विदेशी व्यापार, भुगतान संतुलन और चुनिंदा सामाजिक-आर्थिक संकेतकों जैसे समष्टि-आर्थिक और वित्तीय डेटा पर 244 सांख्यिकीय तालिकाएं शामिल हैं। यह संस्करण निर्धारित तिथि से पहले ही जारी कर दिया गया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज “भारतीय अर्थव्यवस्था संबंधी सांख्यिकी की विवरण पुस्तिका, 2024-25” (एचबीएस) शीर्षक से अपना वार्षिक प्रकाशन जारी किया। इस शृंखला का 27वां संस्करण भारतीय अर्थव्यवस्था पर विस्तृत समय-श्रृंखला डेटा प्रस्तुत करता है। इसमें राष्ट्रीय आय, कीमतें, मुद्रा, बैंकिंग, बाजार, सार्वजनिक वित्त, विदेशी व्यापार, भुगतान संतुलन और चुनिंदा सामाजिक-आर्थिक संकेतकों जैसे समष्टि-आर्थिक और वित्तीय डेटा पर 244 सांख्यिकीय तालिकाएं शामिल हैं। यह संस्करण निर्धारित तिथि से पहले ही जारी कर दिया गया है।
जुलाई 2025 महीने के लिए 41 चुनिंदा अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) से जुटाए गए बैंक ऋण के क्षेत्रवार अभिनियोजन संबंधी आंकड़े, जो सभी एससीबी के कुल खाद्येतर ऋण का लगभग 95 प्रतिशत होता है, विवरण I और II में दिए गए हैं। वर्ष-दर-वर्ष (व-द-व) आधार पर देखें तो, खाद्येतर बैंक ऋण 25 जुलाई 2025 को समाप्त पखवाड़े की स्थिति के अनुसार 9.9 प्रतिशत की दर से बढ़ा , जबकि पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में यह 13.6 प्रतिशत था (अर्थात, 26 जुलाई 2024)।
जुलाई 2025 महीने के लिए 41 चुनिंदा अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) से जुटाए गए बैंक ऋण के क्षेत्रवार अभिनियोजन संबंधी आंकड़े, जो सभी एससीबी के कुल खाद्येतर ऋण का लगभग 95 प्रतिशत होता है, विवरण I और II में दिए गए हैं। वर्ष-दर-वर्ष (व-द-व) आधार पर देखें तो, खाद्येतर बैंक ऋण 25 जुलाई 2025 को समाप्त पखवाड़े की स्थिति के अनुसार 9.9 प्रतिशत की दर से बढ़ा , जबकि पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में यह 13.6 प्रतिशत था (अर्थात, 26 जुलाई 2024)।
आज, रिज़र्व बैंक ने अपने ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस’ पोर्टल (https://data.rbi.org.in होमपेज > प्रकाशन) पर ‘तिमाही मूलभूत सांख्यिकीय विवरणी (बीएसआर)-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी)1 का ऋण - जून 20252’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन जारी किया। यह खाता-स्तरीय रिपोर्टिंग के आधार पर बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं जैसे कि उधारकर्ता का व्यवसाय/ गतिविधि और संगठनात्मक क्षेत्र, खाते का प्रकार और ब्याज दरों को द
आज, रिज़र्व बैंक ने अपने ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस’ पोर्टल (https://data.rbi.org.in होमपेज > प्रकाशन) पर ‘तिमाही मूलभूत सांख्यिकीय विवरणी (बीएसआर)-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी)1 का ऋण - जून 20252’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन जारी किया। यह खाता-स्तरीय रिपोर्टिंग के आधार पर बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं जैसे कि उधारकर्ता का व्यवसाय/ गतिविधि और संगठनात्मक क्षेत्र, खाते का प्रकार और ब्याज दरों को द
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘तिमाही बीएसआर-2: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के पास जमाराशि – जून 20251 – जून 20252’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस पोर्टल3 (https://data.rbi.org.in Homepage > Publications) पर जारी किया। अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर, ‘आ
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘तिमाही बीएसआर-2: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के पास जमाराशि – जून 20251 – जून 20252’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस पोर्टल3 (https://data.rbi.org.in Homepage > Publications) पर जारी किया। अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर, ‘आ
आज, रिज़र्व बैंक ने अपने मासिक बुलेटिन का अगस्त 2025 अंक जारी किया। इस बुलेटिन में मौद्रिक नीति वक्तव्य, तीन भाषण, पाँच आलेख और वर्तमान सांख्यिकी शामिल हैं। पांच आलेख हैं: I. अर्थव्यवस्था की स्थिति; II. निजी कॉर्पोरेट निवेश: 2024-25 में संवृद्धि और 2025-26 के लिए संभावना; III. इक्विटी म्यूचुअल फंड: भारत के बचत परिदृश्य में बदलाव; IV. ईवी नीतियां और दोपहिया ईवी अपनाना: भारतीय राज्यों से साक्ष्य; और V. बागवानी विविधीकरण: कृषि सुदृढ़ता का मार्ग।
आज, रिज़र्व बैंक ने अपने मासिक बुलेटिन का अगस्त 2025 अंक जारी किया। इस बुलेटिन में मौद्रिक नीति वक्तव्य, तीन भाषण, पाँच आलेख और वर्तमान सांख्यिकी शामिल हैं। पांच आलेख हैं: I. अर्थव्यवस्था की स्थिति; II. निजी कॉर्पोरेट निवेश: 2024-25 में संवृद्धि और 2025-26 के लिए संभावना; III. इक्विटी म्यूचुअल फंड: भारत के बचत परिदृश्य में बदलाव; IV. ईवी नीतियां और दोपहिया ईवी अपनाना: भारतीय राज्यों से साक्ष्य; और V. बागवानी विविधीकरण: कृषि सुदृढ़ता का मार्ग।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जनवरी 11, 2023