Press Releases - Research and Data - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
भारतीय रिज़र्व बैंक ने कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवाओं (आईटीईएस) के निर्यात पर अपने वार्षिक सर्वेक्षण 2024-25 का चक्र प्रारंभ किया है। इस सर्वेक्षण में कंप्यूटर सेवा निर्यात और सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवाओं (आईटीईएस) के निर्यात और कारोबार प्रक्रिया आउटसोर्सिंग (बीपीओ) के विभिन्न पक्षों से संबंधित आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं। सर्वेक्षण के परिणामों को पब्लिक डोमेन पर जारी किया जाता है, जिसका उपयोग भुगतान संतुलन (बीओपी) सांख्यिकी के संकलन और अन्य उपयोग के लिए भी किया जाता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवाओं (आईटीईएस) के निर्यात पर अपने वार्षिक सर्वेक्षण 2024-25 का चक्र प्रारंभ किया है। इस सर्वेक्षण में कंप्यूटर सेवा निर्यात और सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवाओं (आईटीईएस) के निर्यात और कारोबार प्रक्रिया आउटसोर्सिंग (बीपीओ) के विभिन्न पक्षों से संबंधित आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं। सर्वेक्षण के परिणामों को पब्लिक डोमेन पर जारी किया जाता है, जिसका उपयोग भुगतान संतुलन (बीओपी) सांख्यिकी के संकलन और अन्य उपयोग के लिए भी किया जाता है।
रिज़र्व बैंक ने 'म्यूच्युअल फंड और आस्ति प्रबंधन कंपनियों की विदेशी देयताओं और आस्तियों' पर अपने वार्षिक सर्वेक्षण का 2024-25 दौर प्रारंभ किया है। यह सर्वेक्षण म्युचुअल फंड कंपनियों और आस्ति प्रबंधन कंपनियों से नवीनतम वित्तीय वर्ष के मार्च के अंत तक उनकी बाह्य वित्तीय देनदारियों और परिसंपत्तियों पर जानकारी एकत्र करता है। सर्वेक्षण के परिणाम भारत के बाह्य क्षेत्र के आंकड़ों के संकलन में उपयोग किए जाने के अलावा सार्वजनिक डोमेन में प्रसारित किए जाते हैं।
रिज़र्व बैंक ने 'म्यूच्युअल फंड और आस्ति प्रबंधन कंपनियों की विदेशी देयताओं और आस्तियों' पर अपने वार्षिक सर्वेक्षण का 2024-25 दौर प्रारंभ किया है। यह सर्वेक्षण म्युचुअल फंड कंपनियों और आस्ति प्रबंधन कंपनियों से नवीनतम वित्तीय वर्ष के मार्च के अंत तक उनकी बाह्य वित्तीय देनदारियों और परिसंपत्तियों पर जानकारी एकत्र करता है। सर्वेक्षण के परिणाम भारत के बाह्य क्षेत्र के आंकड़ों के संकलन में उपयोग किए जाने के अलावा सार्वजनिक डोमेन में प्रसारित किए जाते हैं।
भारतीय रिज़र्व बैंक 1965 से भारतीय उद्योग में विदेशी सहयोग पर सर्वेक्षण कर रहा है। 2023-24 और 2024-25 के संदर्भ अवधि के रूप में सर्वेक्षण का 15वां दौर अब शुरू किया गया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक 1965 से भारतीय उद्योग में विदेशी सहयोग पर सर्वेक्षण कर रहा है। 2023-24 और 2024-25 के संदर्भ अवधि के रूप में सर्वेक्षण का 15वां दौर अब शुरू किया गया है।
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) द्वारा ऋण पर मूल सांख्यिकीय विवरणी– मार्च 20251; शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) पोर्टल2 (https://data.rbi.org.in होमपेज > प्रकाशन) पर जारी किया। यह प्रकाशन वार्षिक 'मूल सांख्यिकीय विवरणी (बीएसआर) - 1' प्रणाली के अंतर्गत अनुसूचित बैंकों {क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) सहित} द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के आधार पर भारत में बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है, जो खाते के प्रकार, संगठन, व्यवसाय/गतिविधि और उधारकर्ता की श्रेणी, ऋण के उपयोग के स्थान का जिला और जनसंख्या समूह3, ब्याज दर, ऋण सीमा और बकाया राशि के बारे में सूचना एकत्र करता है।
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) द्वारा ऋण पर मूल सांख्यिकीय विवरणी– मार्च 20251; शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) पोर्टल2 (https://data.rbi.org.in होमपेज > प्रकाशन) पर जारी किया। यह प्रकाशन वार्षिक 'मूल सांख्यिकीय विवरणी (बीएसआर) - 1' प्रणाली के अंतर्गत अनुसूचित बैंकों {क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) सहित} द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के आधार पर भारत में बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है, जो खाते के प्रकार, संगठन, व्यवसाय/गतिविधि और उधारकर्ता की श्रेणी, ऋण के उपयोग के स्थान का जिला और जनसंख्या समूह3, ब्याज दर, ऋण सीमा और बकाया राशि के बारे में सूचना एकत्र करता है।
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के पास जमाराशि – मार्च 2025 ’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) पोर्टल https://data.rbi.org.in होमपेज > प्रकाशन) पर जारी किया । अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित), वार्षिक ‘मूल सांख्यिकी विवरणी’ (बीएसआर) - 2 विवरणी में, जमाराशि के प्रकार (चालू, बचत और मियादी), इसके संस्थागत क्षेत्र-वार स्वामित्व, व्यक्तियों से संबंधित जमाराशियों के आयु-वार वितरण, मियादी जमाराशियों की परिपक्वता पैटर्न के साथ-साथ कर्मचारियों की संख्या पर शाखा-वार आंकड़े प्रस्तुत करते हैं।
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के पास जमाराशि – मार्च 2025 ’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) पोर्टल https://data.rbi.org.in होमपेज > प्रकाशन) पर जारी किया । अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित), वार्षिक ‘मूल सांख्यिकी विवरणी’ (बीएसआर) - 2 विवरणी में, जमाराशि के प्रकार (चालू, बचत और मियादी), इसके संस्थागत क्षेत्र-वार स्वामित्व, व्यक्तियों से संबंधित जमाराशियों के आयु-वार वितरण, मियादी जमाराशियों की परिपक्वता पैटर्न के साथ-साथ कर्मचारियों की संख्या पर शाखा-वार आंकड़े प्रस्तुत करते हैं।
मई 2025 महीने के दौरान प्राप्त अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) के ऋण और जमा दर संबंधी आंकड़े सारणी 1 से 7 में प्रस्तुत किए गए हैं। मुख्य बातें: ऋण दरें: एससीबी के नए रुपया ऋणों पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) अप्रैल 2025 में 9.26 प्रतिशत रही (मार्च 2025 में 9.35 प्रतिशत)। एससीबी के बकाया रुपया ऋणों पर डब्ल्यूएएलआ
मई 2025 महीने के दौरान प्राप्त अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) के ऋण और जमा दर संबंधी आंकड़े सारणी 1 से 7 में प्रस्तुत किए गए हैं। मुख्य बातें: ऋण दरें: एससीबी के नए रुपया ऋणों पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) अप्रैल 2025 में 9.26 प्रतिशत रही (मार्च 2025 में 9.35 प्रतिशत)। एससीबी के बकाया रुपया ऋणों पर डब्ल्यूएएलआ
अप्रैल 2025 के दौरान सेवाओं के निर्यातों और आयातों का मूल्य निम्नलिखित सारणी में दिया गया है। अंतर्राष्ट्रीय सेवा व्यापार (मिलियन अमेरिकी डॉलर) माह प्राप्तियां (निर्यात) भुगतान (आयात) जनवरी– 2025 34,726 (12.0) 16,706 (12.6) फरवरी– 2025 31,625 (11.6) 14,506 (-4.8) मार्च– 2025 35,600 (18.6) 17,475 (5.3) अप्रैल- 2025 32,843 (8.8) 16,909 (0.9) नोट: (i) जनवरी-अप्रैल के आंकड़े अनंतिम हैं; तथा (ii) कोष्ठक में आंकड़े पिछले वर्ष के इसी माह के आंकड़ों की संवृद्धि दर हैं जिन्हें भुगतान संतुलन सांख्यिकी के आधार पर संशोधित किया गया है।
अप्रैल 2025 के दौरान सेवाओं के निर्यातों और आयातों का मूल्य निम्नलिखित सारणी में दिया गया है। अंतर्राष्ट्रीय सेवा व्यापार (मिलियन अमेरिकी डॉलर) माह प्राप्तियां (निर्यात) भुगतान (आयात) जनवरी– 2025 34,726 (12.0) 16,706 (12.6) फरवरी– 2025 31,625 (11.6) 14,506 (-4.8) मार्च– 2025 35,600 (18.6) 17,475 (5.3) अप्रैल- 2025 32,843 (8.8) 16,909 (0.9) नोट: (i) जनवरी-अप्रैल के आंकड़े अनंतिम हैं; तथा (ii) कोष्ठक में आंकड़े पिछले वर्ष के इसी माह के आंकड़ों की संवृद्धि दर हैं जिन्हें भुगतान संतुलन सांख्यिकी के आधार पर संशोधित किया गया है।
1. भारतीय रिज़र्व बैंक – देयताएं और आस्तियां * (₹ करोड़) मद 2024 2025 घट-बढ़ 24 मई 16 मई 23 मई सप्ताह वर्ष 1 2 3 4 5 4. ऋण और अग्रिम 4.1 केंद्र सरकार - 0 0 0 0 4.2 राज्य सरकारें 18822 36404 24410 -11994 5587 * आंकडे अनंतिम हैं; घट-बढ़, यदि कोई है, तो पूर्णांक के कारण है।
1. भारतीय रिज़र्व बैंक – देयताएं और आस्तियां * (₹ करोड़) मद 2024 2025 घट-बढ़ 24 मई 16 मई 23 मई सप्ताह वर्ष 1 2 3 4 5 4. ऋण और अग्रिम 4.1 केंद्र सरकार - 0 0 0 0 4.2 राज्य सरकारें 18822 36404 24410 -11994 5587 * आंकडे अनंतिम हैं; घट-बढ़, यदि कोई है, तो पूर्णांक के कारण है।
(राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 17- मई -2024 02- मई -2025* 16- मई -2025* 17- मई -2024 02- मई -2025* 16- मई -2025* I बैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां 289665.55 349543.61 356140.08 293548.27 355582.28 362127.16** ख) बैंकों से लिये गये ऋण 162652.31 110268.37 112764.97 162655.67 110369.38 112767.97 ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं 74638.62 23238.10 23875.31 74865.42 23598.95 24262.77 II अन्य के प्रति देयताएं (क) क) जमाराशियां (बैंकों से ली गयी जमाराशियों से इतर) 20814780.08 23034245.19 22887588.61 21273332.24 23526182.04 23379289.97 i) मांग 2407754.17 2918312.92 2841891.13 2457236.72 2969172.27 2892038.03 ii) मीयादी 18407025.91 20115932.27 20045697.48 18816095.52 20557009.77 20487251.94 ख) ऋण @ 775774.36 868678.78 893728.27 779950.70 873014.81 898148.91 ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं 911191.51 1032332.99 998206.66 922791.96 1045482.05 1011114.42
(राशि ₹ करोड़ में) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक 17- मई -2024 02- मई -2025* 16- मई -2025* 17- मई -2024 02- मई -2025* 16- मई -2025* I बैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क) क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां 289665.55 349543.61 356140.08 293548.27 355582.28 362127.16** ख) बैंकों से लिये गये ऋण 162652.31 110268.37 112764.97 162655.67 110369.38 112767.97 ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं 74638.62 23238.10 23875.31 74865.42 23598.95 24262.77 II अन्य के प्रति देयताएं (क) क) जमाराशियां (बैंकों से ली गयी जमाराशियों से इतर) 20814780.08 23034245.19 22887588.61 21273332.24 23526182.04 23379289.97 i) मांग 2407754.17 2918312.92 2841891.13 2457236.72 2969172.27 2892038.03 ii) मीयादी 18407025.91 20115932.27 20045697.48 18816095.52 20557009.77 20487251.94 ख) ऋण @ 775774.36 868678.78 893728.27 779950.70 873014.81 898148.91 ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं 911191.51 1032332.99 998206.66 922791.96 1045482.05 1011114.42
अप्रैल 2025 माह के लिए 41 चुनिंदा अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) से जुटाए गए बैंक ऋण के क्षेत्रवार अभिनियोजन संबंधी आंकड़े, जो सभी एससीबी बैंकों द्वारा अभिनियोजित कुल खाद्येतर ऋण का लगभग 95 प्रतिशत होता है, विवरण I और II में दिए गए हैं।
अप्रैल 2025 माह के लिए 41 चुनिंदा अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) से जुटाए गए बैंक ऋण के क्षेत्रवार अभिनियोजन संबंधी आंकड़े, जो सभी एससीबी बैंकों द्वारा अभिनियोजित कुल खाद्येतर ऋण का लगभग 95 प्रतिशत होता है, विवरण I और II में दिए गए हैं।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जून 02, 2025