आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) को बनाए रखना - आरबीआई - Reserve Bank of India
आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) को बनाए रखना
भारिबै/2020-21/90 05 फरवरी 2021 सभी बैंक महोदया/महोदय आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) को बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 27 मार्च 2020 का हमारा परिपत्र विवि.सं.वि.बीसी.49/12.01.001/2019-20 देखें। 28 मार्च 2020 से शुरू होने वाले रिपोर्टिंग पखवाड़े से सभी बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) 100 आधार अंकों से घटाकर उनके निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) के 3.00 प्रतिशत कर दिया गया था। यह व्यवस्था 26 मार्च 2021 तक एक वर्ष की अवधि के लिए उपलब्ध थी। 2. 05 फरवरी, 2021 के विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य के पैरा 2 में की गई घोषणा के अनुसार, सीआरआर को निर्बाध रूप में दो चरणों में धीरे-धीरे बहाल करने का निर्णय लिया गया है। तदनुसार, बैंकों को 27 मार्च 2021 से शुरू होने वाले रिपोर्टिंग पखवाड़े से सीआरआर को अपने एनडीटीएल के 3.50 प्रतिशत और 22 मई 2021 से शुरू होने वाले पखवाड़े से प्रभावी एनडीटीएल के 4.00 प्रतिशत पर बनाए रखने की आवश्यकता है। 3. दिनांक 05 फरवरी, 2021 की संबंधित अधिसूचना विवि.सं.वि.बीसी.38/12.01.001/2020-21 की एक प्रति संलग्न है। भवदीय, (थॉमस मैथ्यू) विवि.सं.वि.बीसी.38/12.01.001/2020-21 05 फरवरी 2021 अधिसूचना रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 की उप-धारा (1) और बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 (1949 का 10) की धारा 18 की उप-धारा (1) के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए और दिनांक 27 मार्च 2020 की पूर्व अधिसूचना विवि.सं.वि.बीसी.50/12.01.001/2019-20 में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतदद्वारा यह अधिसूचित करता है कि सभी बैंकों द्वारा बनाया रखा जाने वाला औसत आरक्षित नक़दी निधि अनुपात (सीआरआर) 27 मार्च 2021 के रिपोर्टिंग पखवाड़े से उनकी निवल मांग और मीयादी देयताओं का 3.50 प्रतिशत होगा और 22 मई 2021 से शुरू पखवाड़े से निवल मांग और मीयादी देयताओं का 4.00 प्रतिशत होगा। (जे.के.दाश) |