भारतीय रिज़र्व बैंक ने ध्रांगधरा पीपुल्स को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, ध्रांगधरा, जिला. सुरेंद्रनगर, गुजरात पर मौद्रिक दंड लगाया - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने ध्रांगधरा पीपुल्स को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, ध्रांगधरा, जिला. सुरेंद्रनगर, गुजरात पर मौद्रिक दंड लगाया
8 जून 2021 भारतीय रिज़र्व बैंक ने ध्रांगधरा पीपुल्स को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, ध्रांगधरा, जिला. सुरेंद्रनगर, गुजरात भारतीय रिज़र्व बैंक (रिज़र्व बैंक) ने, दिनांक 8 जून 2021 के आदेश द्वारा ध्रांगधरा पीपुल्स को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, ध्रांगधरा, जिला. सुरेंद्रनगर, गुजरात (बैंक) पर रिज़र्व बैंक द्वारा जारी ‘प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों (यूसीबी) द्वारा अन्य बैंकों में जमाराशियों का नियोजन’ तथा ‘जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकता निधि योजना, 2014’ संबंधी निदेशों के अननुपालन के लिए ₹2.00 लाख (दो लाख रुपये मात्र) का मौद्रिक दंड लगाया है। यह दंड रिज़र्व बैंक द्वारा जारी उपरोक्त निदेशों का पालन करने में बैंक की विफलता को ध्यान में रखते हुए बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 46 (4) (i) और धारा 56 के साथ पठित धारा 47 ए (1) (सी) के प्रावधानों के तहत रिज़र्व बैंक को प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए लगाया गया है। यह कार्रवाई विनियामक अनुपालन में कमियों पर आधारित है और इसका उद्देश्य बैंक द्वारा अपने ग्राहकों के साथ किए गए किसी भी लेनदेन या समझौते की वैधता पर सवाल करना नहीं है। पृष्ठभूमि 31 मार्च 2018 को बैंक की वित्तीय स्थिति के संदर्भ में रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए बैंक के सांविधिक निरीक्षण और इसके अलावा निरीक्षण रिपोर्ट से अन्य बातों के साथ-साथ यह पता चला कि रिज़र्व बैंक द्वारा जारी उपर्युक्त निदेशों का अननुपालन किया गया है। उक्त के आधार पर बैंक को एक नोटिस जारी किया गया जिसमें उनसे यह पूछा गया कि वे कारण बताएं कि रिज़र्व बैंक द्वारा जारी उपर्युक्त निदेशों का अनुपालन नहीं करने के लिए उन पर दंड क्यों न लगाया जाए। नोटिस पर बैंक के उत्तर और वैयक्तिक सुनवाई के दौरान किए गए मौखिक प्रस्तुतीकरण पर विचार करने के बाद रिज़र्व बैंक इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि उपर्युक्त आरोप सिद्ध हुए हैं और मौद्रिक दंड लगाया जाना आवश्यक है। (योगेश दयाल) प्रेस प्रकाशनी: 2021-2022/337 |