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बैंक ऋण वितरण सर्वेक्षण, Q1:2024-25

आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने तिमाही बैंक ऋण सर्वेक्षण के 28वें चक्र का परिणाम जारी किए1। इसमें बड़े आर्थिक क्षेत्रों के लिए ऋण प्रतिमानों (जैसे-ऋण की मांग, ऋण के लिए नियम और शर्तें) के संबंध में बड़े अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के गुणात्मक मूल्यांकन एवं प्रत्याशाओं को संग्रहित किया जाता है2। सर्वेक्षण के अद्यतन चक्र को 2024-25 की पहली तिमाही में पूरा किया गया और वरिष्ठ ऋण अधिकारियों से ऋण के प्रतिमानों पर 2024-25 की पहली तिमाही के लिए मूल्यांकन और 2024-25 की दूसरी, तीसरी तथा चौथी तिमाहियों के लिए उनकी अपेक्षाओं को एकत्रित किया गया।

विशेष:

क. 2024-25 की पहली तिमाही के लिए मूल्यांकन

  • बैंकों के ऋण मांग वृध्हि के मूल्यांकन ने 2024-25 की पहली तिमाही में सभी मुख्य क्षेत्रों में मौसमी गिरावट होने की ओर इशारा किया है (चार्ट 1 और सारणी 1)।
  • उत्तरदाताओं ने इस तिमाही में सभी प्रमुख क्षेत्रों में खनन क्षेत्र को छोडकर ऋण के नियमों व शर्तों के आसान रहने का अनुमान किया है, जबकि खुदरा/ व्यक्तिगत तथा कृषि ऋणों की शर्तों मे थोड़ा  कड़े होने को मूल्यांकन किया है (सारणी 2) ।  

ख. 2024-25 की दूसरी तिमाही के लिए अपेक्षाएं

  • बैंक खनन क्षेत्र को छोडकर सभी प्रमुख क्षेत्रों में ऋण की सम्पूर्ण मांग के प्रति आशान्वित हैं (सारणी 1)।   
  • समग्र रूप में, ऋण के नियमों एवं शर्तों में सभी क्षेत्रों में वर्तमान की तरह ही आसान रहेगी। हालांकि व्यक्तिगत ऋणों के नियमों एवं शर्तें कुछ कड़ी रहेगी (सारणी 2)।

ग. 2024-25 की तीसरी तथा चौथी तिमाहीकेलिएअपेक्षाएं

  • बैंक वित्तीय वर्ष 2024-25 के बाद की तिमाहियों में सभी मुख्य क्षेत्रों में ऋण की माँग के प्रति उत्साहित हैं (सारणी 3)।
  • आसान ऋण के नियमों एवं शर्तों के 2024-25 की दूसरी छमाही में खनन क्षेत्र के अलावा सभी क्षेत्रों में जारी रहने की आशा है।  आधारभूत क्षेत्र ऋण के नियमों एवं शर्तों मे थोड़ा कम नरम रहने की संभावना है।
 
Chart 1: Loan Demand - All Sectors

Table 1: Sector-wise Loan Demand - Net Response3
(per cent)
Sector Assessment Period Expectations Period
Q4:2023-24 Q1:2024-25 Q1:2024-25 Q2:2024-25
All Sectors 44.2 36.5 42.3 38.5
Agriculture 35.0 28.3 31.7 36.7
Mining and Quarrying 13.3 1.7 6.7 1.7
Manufacturing 41.4 36.2 34.5 34.5
Infrastructure 35.0 15.0 26.7 30.0
Services 42.9 41.1 35.7 33.9
Retail/Personal 48.0 34.0 34.0 44.0
 
Table 2: Sector-wise Loan Terms and Conditions - Net Response
(per cent)
Sector Assessment Period Expectations Period
Q4:2023-24 Q1:2024-25 Q1:2024-25 Q2:2024-25
All Sectors 14.8 16.7 18.5 16.7
Agriculture 15.5 13.3 17.2 16.7
Mining and Quarrying -5.2 -1.8 -3.4 1.8
Manufacturing 15.0 22.4 13.3 22.4
Infrastructure 10.0 10.3 13.3 13.8
Services 14.3 21.4 16.1 21.4
Retail/Personal 16.7 15.2 16.7 10.9
 
Table 3: Sector-wise Expectations for Extended Period - Net Response
(per cent)
Sector Loan Demand Loan Terms and Conditions
Q3:2024-25 Q4:2024-25 Q3:2024-25 Q4:2024-25
All Sectors 44.4 46.3 22.2 20.4
Agriculture 36.7 40.0 16.7 18.3
Mining and Quarrying 10.3 12.1 -1.7 -1.7
Manufacturing 43.3 48.3 15.0 15.0
Infrastructure 34.5 36.2 12.1 10.3
Services 44.6 48.2 19.0 19.0
Retail/Personal 48.2 55.4 23.2 19.6
 

Note: Please see the attached excel file for detailed time series data.


1 पिछले सर्वेक्षण (27 वें चक्र, जनवरी-मार्च 2024) का प्रकाशन अप्रैल 05, 2024 भारिबैं की वेबसाइट पर किया जा चुका है। सर्वेक्षण के परिणाम उत्तरदाताओं के अभिमतों का प्रदर्शन करते हैं, जो जरूरी नहीं कि भारतीय रिज़र्व बैंक के विचारों को दर्शाए।

2 सर्वेक्षण प्रश्नावली का वितरण प्रमुख 30 अनुसूचित वाणिज्य बैंकों (एस.सी.बी) के बीच किया गया था,  जो भारत में एस.सी.बी द्वारा धारित क्रेडिट के 90 प्रतिशत के भागीदार हैं।

3 Net Response (NR) is computed as the difference of percentage of banks reporting increase/optimism and those reporting decrease/pessimism in respective parameter. The weights of +1.0, 0.5, 0, -0.5 and -1.0 are assigned for computing NR from aggregate per cent responses on 5-point scale, i.e., substantial increase/ considerable easing, moderate increase/ somewhat easing, no change, moderate decrease/ somewhat tightening, substantial decrease/ considerable tightening for loan demand/loan terms and conditions parameters respectively. NR ranges between -100 to 100. Any value greater than zero indicates expansion/optimism and any value less than zero indicates contraction/pessimism. Increase in loan demand is considered optimism (Tables 1), while for loan terms and conditions, a positive value of net response indicates easy terms and conditions (Table 2).

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