विनिर्माण क्षेत्र का माँग पुस्तिका, सूची और क्षमता उपयोग सर्वेक्षण – तीसरी तिमाही: 2018-19 - आरबीआई - Reserve Bank of India
विनिर्माण क्षेत्र का माँग पुस्तिका, सूची और क्षमता उपयोग सर्वेक्षण – तीसरी तिमाही: 2018-19
आज, रिज़र्व बैंक ने अक्तूबर-दिसंबर 2018 की तिमाही के लिए माँग पुस्तिका, सूची और क्षमता उपयोग सर्वेक्षण (ओबीआईसीयूएस) के 44 वें चक्र के परिणाम जारी किए, जिसमें 909 विनिर्माण कंपनियां शामिल थीं। यह सर्वेक्षण भारत के विनिर्माण क्षेत्र में मांग की स्थितियों का एक स्नैपशॉट प्रदान करता है।1 मुख्य विशेषताएं: 1) क्षमता उपयोग (सीयू): क्यू 3: 2018-19 में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी2) के डी-ट्रेंडेड सूचकांक में बढ़त के साथ - साथ सकल स्तर पर, सीयू बढ़कर 75.9 प्रतिशत हो गया (चार्ट- 1) । मौसमी समायोजित सीयू भी, क्यू 3: 2018-19 में 0.7 प्रतिशत अंक बढ़कर 75.3 प्रतिशत हो गया था। 2) माँग पुस्तिका: 2018-19 में लगातार दूसरी तिमाही में वृद्धि धीमी रहने के साथ ही तीसरी तिमाही में वर्षानुवर्ष ऒर तिमाही दर तिमाही प्राप्त नए ऑर्डरों में भी वृद्धि धीमी रही (चार्ट-2)। 3) सूची और बिक्री का अनुपात: तीसरी तिमाही में बिक्री की वृद्धि में कमी और ऑर्डर में कमी के कारण विनिर्माण क्षेत्र में तैयार माल और कच्ची सामग्री की मालसूची में भी गिरावट रही, जिसके परिणामस्वरूप बिक्री में तैयार माल सूची का अनुपात (एफजीआइ टु सेल) और बिक्री में कच्ची सामग्री सूची का अनुपात (रएमआइ टु सेल) पिछली तिमाही के अनुपात की तुलना में 2018-19 की तीसरी तिमाही में घट गया था। (चार्ट 3)। Historical time series have been made available in excel format. ANNEX 1: Data Tables
1 सर्वेक्षण में प्राप्त प्रत्युत्तर स्वैच्छिक हैं और एकत्र सैंपल्स में के अंतर परिणामों को कुछ हद तक प्रभावित कर सकते हैं। संदर्भ अवधि जुलाई-सितंबर 2018 के लिए ओबिकस का 43वाँ चक्र, जिसमें 945 विनिर्माण कंपनियों को सम्मिलित किया गया था, फऱवरी 07, 2019 को भारिबैं वेब साइट पर जारी किया गया। 2 आइआइपी की गणना नियत आधार (वर्तमान में 2011-12=100) पर की जाती है जबकि सीयू में भाजक या डिनोमिनेटर (अर्थात संस्थापित क्षमता) को प्रत्येक तिमाही में अद्यतन किया जाता है। तुलनात्मक दृष्टि से आइआइपी के ट्रेंड कंपोनेन्ट को हटा दिया गया है। |