अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय मुद्रा
ख) बैंकनोट
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी किए गए सभी बैंक नोटों को भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 33 में यथा परिभाषित स्वर्ण, सरकारी प्रतिभूतियों तथा विदेशी मुद्रा आस्तियों से सुरक्षित किया जाता है ।
कोर निवेश कंपनियां
कोर निवेश कंपनियां (सीआईसी)
उत्तर: सार्वजनिक निधि सार्वजनिक जमा के समान नहीं होते हैं। सार्वजनिक निधियों में सार्वजनिक जमा, अंतर-कॉर्पोरेट जमा, बैंक वित्त और बाहरी स्रोतों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्राप्त सभी निधि जैसे वाणिज्यिक पत्र, डिबेंचर आदि जारी करने से जुटाई गई धनराशि शामिल हैं। हालांकि, भले ही सार्वजनिक निधि में सामान्य रूप में सार्वजनिक जमा शामिल हैं, यह ध्यान दिया जा सकता है कि सीआईसी/सीआईसी-एनडी-एसआई सार्वजनिक जमाएं स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
समन्वित संविभागीय निवेश सर्वेक्षण - भारत
कुछ महत्वपूर्ण परिभाषाएँ और अवधारणाएँ
उत्तर: एक वर्ष से अधिक की मूल परिपक्वता वाली ऋण प्रतिभूतियों को दीर्घकालिक ऋण प्रतिभूतियों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। इनमें बॉन्ड, डिबेंचर और नोट जो आम तौर पर धारक को एक निश्चित नकदी प्रवाह या अनुबंधित रूप से निर्धारित परिवर्तनीय धन आय का बिना शर्त अधिकार देते हैं, शामिल हैं।
FAQs on Non-Banking Financial Companies
Mutual benefit financial companies (nidhis)
फेमा 1999 के तहत विदेशी देयताओं और परिसंपत्तियों (एफएलए) पर वार्षिक रिटर्न
एफएलए रिटर्न जमा करने की प्रक्रिया
उत्तर: पिछले वर्ष के एफएलए रिटर्न को संशोधित करने के लिए कृपया नीचे दिए गए चरण का पालन करें:
https://flair.rbi.org.in/fla/faces/pages/login.xhtml पर जाएं → फ्लेयर में लॉग इन करें → होमपेज के बाईं ओर मेनू टैब पर क्लिक करें → ऑनलाइन एफएलए फॉर्म → एफएलए ऑनलाइन फॉर्म → " Please click here to get the approval to fill FLA form for current year after due date /for previous years" पर क्लिक करें → "वर्ष" का चयन करें और पर क्लिक करें → "Request" पर क्लिक करें।
आपकी अनुरोध स्थिति स्क्रीन पर उपलब्ध नीचे दी गई तालिका में दिखाई देगी। एफएलए पोर्टल के माध्यम से आरबीआई को अनुरोध भेजने के बाद इकाईयों को अनुमोदन के लिए कम से कम एक कार्य दिवस की प्रतीक्षा करनी होगी । इकाईयां बाएं कोने पर मेनू के अंतर्गत "Multiple Year Enable Screen" में अपने अनुरोध की स्थिति की जांच कर सकती हैं। एक बार डीएसआईएम, आरबीआई द्वारा अनुमोदित होने के बाद, इकाई चयनित वर्ष के लिए एफएलए रिटर्न को संशोधित कर सकती है।
देशी जमा
II. अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) की जमाराशियाँ
रिटेल डायरेक्ट योजना
नामांकन से संबंधित प्रश्न
दिनांक 31 जनवरी 2024 और 16 फरवरी 2024 की प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर लगाए गए कारोबारी प्रतिबंध
भुगतान प्राप्त करने के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक का उपयोग कर रहे व्यापारी
भारत में सरकारी प्रतिभूति बाजार – एक प्रवेशिका
वर्तमान मूल्य (पीवी), भावी मूल्य (एफवी) आदि की गणना से संबंधित ‘मुद्रा’ का समय मूल्य बांड बाजार से संबंधित महत्वपूर्ण गणितीय संकल्पनाएं हैं । इसकी उदाहरण सहित रूपरेखा नीचे दिए गए बॉक्स II में दी गई है ।
बॉक्स II
मुद्रा का समय मूल्य
धन का सामयिक मूल्य होता है क्योंकि आज के दिन का एक रुपया एक वर्ष बाद की अपेक्षा अधिक मूल्यवान तथा उपयोगी होता है ।
‘मुद्रा के समय मूल्य’ की संकल्पना उस ज्ीास्iेा पर आधारित हे कि एक निवेशकर्ता (भविष्य में कभी उसी राशि के भुगतान की बजाए), आज किसी निर्धारित राशि का भुगतान प्राप्त करने को वरीयता देता हैं । शेष सभी बातें समान ही होती हैं । विशेष रूप से, यदि किसी को आज ही भुगतान प्राप्त हो जाए तो वह निर्दिष्ट भावी तारीख तक उस धन पर ब्याज अर्जित कर सकता है । साथ ही, किसी स्फीतिकारी परिवेश में आज के दिन एक रुपए की क्रय शक्ति एक वर्ष बाद की अपेक्षा काफ़ी अधिक होती है ।
किसी भावी राशि का वर्तमान मूल्य
वर्तमान मूल्य फार्मूला मुद्रा के अवधि मूल्य का एकमात्र फार्मूला है ।
वर्तमान मूल्य (पीवी) फार्म्यूला के चार परिवर्ती होते हैं जिनमें से एक-एक को निम्नानुसार हल किया जा सकता है
वर्तमान मूल्य (पीवी)(झ्V) अर्थात् समय = 0 पर मूल्य
भावी मूल्य (एफवी) (इV) अर्थात समय = एन पर मूल्य
‘आइ’ (’i’)वह दर है जिस पर राशि को हर अविध में चक्रवृद्धि किया जाएगा
‘एन’ (’ह’) है अवधियों की संख्या
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भावी नकदी प्रवाहों के संचयी वर्तमान मूल्य की गणना एफवी के अंशदान अर्थात् समय पर नकदी प्रवाह का मूल्य ‘टी’ को जोड़कर की जा सकती है ।
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उदाहरण
नकदी प्रवाह निम्नानुसार होने पर
अवधि (वर्षों में) | 1 | 2 | 3 |
राशि | 100 | 100 | 100 |
माना कि ब्याज दर 10% वार्षिक की है; हर वर्ष के लिए बट्टे की गणना 1/(1+ब्याज दर)^ वर्ष (संख्या में) के रूप में की जा सकती है ।
वर्तमान मूल्य का हिसाब राशि बट्टा घटक के रूप में लगाया जा सकता है ।
निम्न अवधि के बाद 100 रुपए का पीवी होगा:
वर्ष | राशि | बट्टा घटक | पीवी |
1 | 100 | 0.9091 | 90.91 |
2 | 100 | 0.8264 | 82.64 |
3 | 100 | 0.7513 | 75.13 |
संचयी वर्तमान मूल्य = 90.91+82.64+75.13=रु.248.69
निवल वर्तमान मूल्य (एनपीवी)
निवल वर्तमान मूल्य (एनपीवी) या निवल वर्तमान संपत्ति (एनपीडब्ल्य) को निवल नकदी प्रवाह के वर्तमान मूल्य के रूप में परिभाषित किया गया है । यह एक दीर्घावधिक परियोजनाओं का मूल्यांकन करने के लिए धन के समय मूल्य को प्रयुक्त करने संबंधी मानक पद्धति है । पूंजी बजटीकरण के लिए प्रयुक्त तथा अर्थशाॉा में व्यापक रूप में प्रयुक्त होनेवाली इस पद्धति में नकदी प्रवाहों की अधिकता एवं कमी को, एक बार वित्तपोषण प्रभारों की पूर्ति हो जाने के बाद वर्तमान मूल्य (पीवी) के रूप में नापा जाता है । इसमें उन्नत वित्तीय कैलक्युलेटरों का प्रयोग होता है ।
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वर्तमान मूल्य के अधीन ऊपर किए गए उदाहरण में, यदि रु.240 की जमा राशि पर तीनों नकदी प्रवाह उपचित हो जाते हैं तो उस निवेश का एनपीवी 248.69-240= रु.8.69 है ।
बाह्य वाणिज्यिक उधार(ईसीबी) तथा व्यापार ऋण
जी. समग्र लागत
उत्तर: समग्र लागत को हर समय यथा लागू सीमा के भीतर होना चाहिए, उदाहरण के लिए पहले वर्ष में समग्र सीमा का उल्लंघन तथा औसत रूप से अनुपालन करने के लिए दूसरे वर्ष में कुछ ज्यादा ही कम समग्र लागत अनुमत नहीं है।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: दिसंबर 10, 2022