प्रेस प्रकाशनियां - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
दिनांक 11 जुलाई 2022 के ए.पी. (डीआईआर शृंखला) परिपत्र संख्या 10 के अनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारतीय रुपये में निर्यात/आयात के चालान, भुगतान और निपटान हेतु एक अतिरिक्त व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था के अंतर्गत, प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को सीमा-पारीय
दिनांक 11 जुलाई 2022 के ए.पी. (डीआईआर शृंखला) परिपत्र संख्या 10 के अनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारतीय रुपये में निर्यात/आयात के चालान, भुगतान और निपटान हेतु एक अतिरिक्त व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था के अंतर्गत, प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को सीमा-पारीय
The Reserve Bank of India has today released the data on External Commercial Borrowings (ECB), Foreign Currency Convertible Bonds (FCCB) and Rupee Denominated Bonds (RDB) both, through Automatic Route and Approval Route, for the month of May 2025.
The Reserve Bank of India has today released the data on External Commercial Borrowings (ECB), Foreign Currency Convertible Bonds (FCCB) and Rupee Denominated Bonds (RDB) both, through Automatic Route and Approval Route, for the month of May 2025.
The Reserve Bank of India has today released the data on Overseas Direct Investment , both under Automatic Route and the Approval Route, for the month of June 2025.
The Reserve Bank of India has today released the data on Overseas Direct Investment , both under Automatic Route and the Approval Route, for the month of June 2025.
भारतीय रिज़र्व बैंक ने निर्यात के बदले निधियों की उगाही की निगरानी हेतु फरवरी 2014 में ईडीपीएमएस की शुरुआत की थी। समय के साथ, सीमा शुल्क प्राधिकरण से लदान बिलों का प्रवाह आइसगेट के माध्यम से स्वचालित हो गया और जनवरी 2022 से ईसीसीएस (एक्सप्रेस कार्गो क्लीयरेंस सिस्टम) से प्राप्त डाटा भी ईडीपीएमएस में आने लगा। इसके अलावा, डाक निर्यात बिलों का डेटा भी जनवरी 2025 से ईडीपीएमएस में आने लगा।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने निर्यात के बदले निधियों की उगाही की निगरानी हेतु फरवरी 2014 में ईडीपीएमएस की शुरुआत की थी। समय के साथ, सीमा शुल्क प्राधिकरण से लदान बिलों का प्रवाह आइसगेट के माध्यम से स्वचालित हो गया और जनवरी 2022 से ईसीसीएस (एक्सप्रेस कार्गो क्लीयरेंस सिस्टम) से प्राप्त डाटा भी ईडीपीएमएस में आने लगा। इसके अलावा, डाक निर्यात बिलों का डेटा भी जनवरी 2025 से ईडीपीएमएस में आने लगा।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: अगस्त 06, 2025