प्रेस प्रकाशनियां - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
वर्तमान और उभरती चलनिधि स्थितियों की समीक्षा के बाद, 16 अक्तूबर 2024, बुधवार को निम्नानुसार परिवर्ती दर प्रतिवर्ती रेपो (वीआरआरआर) नीलामी आयोजित करने का निर्णय लिया गया है: क्रम संख्या अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) अवधि (दिन) समयावधि प्रत्यावर्तन की तारीख 1 50,000 1 पूर्वाह्न 11:30 से मध्याह्न 12:00 17 अक्तूबर 2024 (गुरुवार)
वर्तमान और उभरती चलनिधि स्थितियों की समीक्षा के बाद, 16 अक्तूबर 2024, बुधवार को निम्नानुसार परिवर्ती दर प्रतिवर्ती रेपो (वीआरआरआर) नीलामी आयोजित करने का निर्णय लिया गया है: क्रम संख्या अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) अवधि (दिन) समयावधि प्रत्यावर्तन की तारीख 1 50,000 1 पूर्वाह्न 11:30 से मध्याह्न 12:00 17 अक्तूबर 2024 (गुरुवार)
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 532,197.56 6.29 4.50-6.50 I. मांग मुद्रा 10,248.04 6.42 5.00-6.50 II. ट्राइपार्टी रेपो 369,769.45 6.27 6.20-6.37 III. बाज़ार रेपो 151,167.07 6.31 4.50-6.50 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 1,013.00 6.40 6.40-6.45
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 532,197.56 6.29 4.50-6.50 I. मांग मुद्रा 10,248.04 6.42 5.00-6.50 II. ट्राइपार्टी रेपो 369,769.45 6.27 6.20-6.37 III. बाज़ार रेपो 151,167.07 6.31 4.50-6.50 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 1,013.00 6.40 6.40-6.45
भारतीय रिज़र्व बैंक ने नेशनल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश को बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 56 के साथ पठित धारा 35 ए के अंतर्गत दिनांक 15 अप्रैल 2024 के निदेश CO.DOS.SED.No.S369/45-11-001/2024-25 के माध्यम से 15 अक्तूबर 2024 को कारोबार की समाप्ति तक छह माह की अवधि के लिए निदेश जारी किए थे। भारतीय रिज़र्व बैंक इस बात से संतुष्ट है कि जन हित में, उक्त निदेश की परिचालन अवधि को 15 अक्तूबर 2024 को कारोबार की समाप्ति से आगे बढ़ाया जाना आवश्यक है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने नेशनल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश को बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 56 के साथ पठित धारा 35 ए के अंतर्गत दिनांक 15 अप्रैल 2024 के निदेश CO.DOS.SED.No.S369/45-11-001/2024-25 के माध्यम से 15 अक्तूबर 2024 को कारोबार की समाप्ति तक छह माह की अवधि के लिए निदेश जारी किए थे। भारतीय रिज़र्व बैंक इस बात से संतुष्ट है कि जन हित में, उक्त निदेश की परिचालन अवधि को 15 अक्तूबर 2024 को कारोबार की समाप्ति से आगे बढ़ाया जाना आवश्यक है।
सॉवरेन स्वर्ण बॉण्ड (एसजीबी) योजना पर भारत सरकार की दिनांक 6 अक्तूबर 2017 की अधिसूचना एफ.सं. 4(25)–डब्ल्यूएंडएम/ 2017 (एसजीबी 2017-18 शृंखला III - जारी करने की तारीख 16 अक्तूबर 2017) के अनुसार, स्वर्ण बॉण्ड के जारी होने की तारीख, जिस तारीख से ब्याज देय है, से पांच वर्ष के बाद उस स्वर्ण बॉण्ड के समय-पूर्व मोचन की अनुमति दी जा सकती है। तद्नुसार, उपरोक्त शृंखला के समय-पूर्व मोचन की देय तिथि 16 अक्तूबर 2024 होगी।
सॉवरेन स्वर्ण बॉण्ड (एसजीबी) योजना पर भारत सरकार की दिनांक 6 अक्तूबर 2017 की अधिसूचना एफ.सं. 4(25)–डब्ल्यूएंडएम/ 2017 (एसजीबी 2017-18 शृंखला III - जारी करने की तारीख 16 अक्तूबर 2017) के अनुसार, स्वर्ण बॉण्ड के जारी होने की तारीख, जिस तारीख से ब्याज देय है, से पांच वर्ष के बाद उस स्वर्ण बॉण्ड के समय-पूर्व मोचन की अनुमति दी जा सकती है। तद्नुसार, उपरोक्त शृंखला के समय-पूर्व मोचन की देय तिथि 16 अक्तूबर 2024 होगी।
(राशि ₹ करोड़ में) गुजरात 2027 हिमाचल प्रदेश 2034 कर्नाटक 2034 कर्नाटक 2035 अधिसूचित राशि 1500 600 2000 2000 अवधि 3 10 10 11 प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 71 26 99 112 (ii) राशि 10475 2549 8052.500 6584 कट-ऑफ मूल्य (₹)/ प्रतिफल (प्रतिशत) 6.82 7.08 7.08 7.09 स्वीकृत प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 11 1 21 27 (ii) राशि 1464.744 553.976 1800 1803.427 प्रतिस्पर्धी बोलियों का आंशिक आबंटन प्रतिशत
(राशि ₹ करोड़ में) गुजरात 2027 हिमाचल प्रदेश 2034 कर्नाटक 2034 कर्नाटक 2035 अधिसूचित राशि 1500 600 2000 2000 अवधि 3 10 10 11 प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 71 26 99 112 (ii) राशि 10475 2549 8052.500 6584 कट-ऑफ मूल्य (₹)/ प्रतिफल (प्रतिशत) 6.82 7.08 7.08 7.09 स्वीकृत प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 11 1 21 27 (ii) राशि 1464.744 553.976 1800 1803.427 प्रतिस्पर्धी बोलियों का आंशिक आबंटन प्रतिशत
क्रम सं. राज्य/ यूटी जुटाई जाने वाली राशि (₹ करोड़) स्वीकृत राशि (₹ करोड़) कट-ऑफ मूल्य (₹)/ प्रतिफल (%) अवधि (वर्ष) 1 गुजरात 1500 1500 6.82 03 2 हिमाचल प्रदेश 600 600 7.08 10 3 कर्नाटक 2000 2000 7.08 10 2000 2000 7.09 11
क्रम सं. राज्य/ यूटी जुटाई जाने वाली राशि (₹ करोड़) स्वीकृत राशि (₹ करोड़) कट-ऑफ मूल्य (₹)/ प्रतिफल (%) अवधि (वर्ष) 1 गुजरात 1500 1500 6.82 03 2 हिमाचल प्रदेश 600 600 7.08 10 3 कर्नाटक 2000 2000 7.08 10 2000 2000 7.09 11
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अक्तूबर-दिसंबर 2024 की संदर्भ अवधि के लिए भारतीय विनिर्माण क्षेत्र के त्रैमासिक औद्योगिक संभावना सर्वेक्षण (आईओएस) के 108वें दौर की शुरुआत की है। इस सर्वेक्षण में वर्तमान तिमाही (2024-25 की तीसरी तिमाही) के लिए कारोबारी मनोभाव और आगामी तिमाही (2024-25 की चौथी तिमाही) के लिए प्रत्याशाओं का आकलन किया जाता है, जो मांग की स्थितियों, वित्तीय स्थितियों, रोजगार की स्थितियों तथा मूल्य स्थिति से संबंधित संकेतकों के समूह पर गुणवत्तापूर्ण प्रत्युत्तरों पर आधारित होता है। इसमें बाद की दो तिमाहियों (2025-26 की पहली तिमाही और 2025-26 की दूसरी तिमाही) के लिए प्रमुख मापदंडों से संबंधित संभावना को भी शामिल किया गया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अक्तूबर-दिसंबर 2024 की संदर्भ अवधि के लिए भारतीय विनिर्माण क्षेत्र के त्रैमासिक औद्योगिक संभावना सर्वेक्षण (आईओएस) के 108वें दौर की शुरुआत की है। इस सर्वेक्षण में वर्तमान तिमाही (2024-25 की तीसरी तिमाही) के लिए कारोबारी मनोभाव और आगामी तिमाही (2024-25 की चौथी तिमाही) के लिए प्रत्याशाओं का आकलन किया जाता है, जो मांग की स्थितियों, वित्तीय स्थितियों, रोजगार की स्थितियों तथा मूल्य स्थिति से संबंधित संकेतकों के समूह पर गुणवत्तापूर्ण प्रत्युत्तरों पर आधारित होता है। इसमें बाद की दो तिमाहियों (2025-26 की पहली तिमाही और 2025-26 की दूसरी तिमाही) के लिए प्रमुख मापदंडों से संबंधित संभावना को भी शामिल किया गया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अक्तूबर-दिसंबर 2024 की संदर्भ अवधि के लिए तिमाही सेवाएं और मूलभूत सुविधा संभावना सर्वेक्षण (एसआईओएस) के 43वें दौर की शुरुआत की। यह सर्वेक्षण मांग स्थितियों, वित्तीय स्थितियों, रोजगार स्थितियों तथा मूल्य स्थिति से संबंधित संकेतकों के समूह पर गुणवत्तापूर्ण प्रत्युत्तरों के आधार पर भारत में सेवाओं और मूलभूत सुविधा क्षेत्र की चुनिंदा कंपनियों की वर्तमान तिमाही (2024-25 की तीसरी तिमाही) के लिए कारोबारी स्थिति तथा आगामी तिमाही (2024-25 की चौथी तिमाही) के लिए उनकी संभावना का आकलन करता है। इसमें बाद की दो तिमाहियों (2025-26 की पहली तिमाही और 2025-26 की दूसरी तिमाही) के लिए प्रमुख मापदंडों से संबंधित संभावना को भी शामिल किया गया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अक्तूबर-दिसंबर 2024 की संदर्भ अवधि के लिए तिमाही सेवाएं और मूलभूत सुविधा संभावना सर्वेक्षण (एसआईओएस) के 43वें दौर की शुरुआत की। यह सर्वेक्षण मांग स्थितियों, वित्तीय स्थितियों, रोजगार स्थितियों तथा मूल्य स्थिति से संबंधित संकेतकों के समूह पर गुणवत्तापूर्ण प्रत्युत्तरों के आधार पर भारत में सेवाओं और मूलभूत सुविधा क्षेत्र की चुनिंदा कंपनियों की वर्तमान तिमाही (2024-25 की तीसरी तिमाही) के लिए कारोबारी स्थिति तथा आगामी तिमाही (2024-25 की चौथी तिमाही) के लिए उनकी संभावना का आकलन करता है। इसमें बाद की दो तिमाहियों (2025-26 की पहली तिमाही और 2025-26 की दूसरी तिमाही) के लिए प्रमुख मापदंडों से संबंधित संभावना को भी शामिल किया गया है।
अवधि 2-दिवसीय अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) 50,000 प्राप्त प्रस्तावों की कुल राशि (₹ करोड़ में) 26,060 स्वीकृत राशि (₹ करोड़ में) 26,060 कट ऑफ दर (%) 6.49 भारित औसत दर (%) 6.49 कट ऑफ दर पर प्राप्त प्रस्तावों के आंशिक स्वीकृति का प्रतिशत लागू नहीं
अवधि 2-दिवसीय अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) 50,000 प्राप्त प्रस्तावों की कुल राशि (₹ करोड़ में) 26,060 स्वीकृत राशि (₹ करोड़ में) 26,060 कट ऑफ दर (%) 6.49 भारित औसत दर (%) 6.49 कट ऑफ दर पर प्राप्त प्रस्तावों के आंशिक स्वीकृति का प्रतिशत लागू नहीं
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज सितंबर 2024 माह के लिए स्वचालित मार्ग और अनुमोदन मार्ग दोनों के अंतर्गत समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश पर आंकड़े जारी किए है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज सितंबर 2024 माह के लिए स्वचालित मार्ग और अनुमोदन मार्ग दोनों के अंतर्गत समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश पर आंकड़े जारी किए है।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: मई 09, 2025