भारिबैंक/2012-13/544 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.115 25 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांडों (FCCBs) की पुनर्खरीद (Buyback)/अवधिपूर्व भुगतान प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 8 दिसंबर 2008 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.39, 30 जून 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.75 और 05 जुलाई 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.1 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. वैश्विक वित्तीय बाजारों की गतिविधियों पर विचार करते हुए तथा उल्लिखित योजना की पुनरीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि अनुमोदन मार्ग के तहत विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांडों (एफसीसी बांड़) की पुनर्खरीद/अवधिपूर्व भुगतान की मौजूदा योजना, जो 31 मार्च 2013 को समाप्त हुई, 31 दिसंबर 2013 तक जारी रखी जाए और तदनंतर समाप्त समझी जाएगी। 3. प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक इस परिपत्र की विषयवस्तु से अपने घटकों तथा ग्राहकों को अवगत करने का कष्ट करें । 4. इस परिपत्र में निहित निर्देश विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम,1999 (1999 का 42) की धारा 10(4) और धारा 11(1) के अंतर्गत और किसी अन्य कानून के अंतर्गत अपेक्षित अनुमति/अनुमोदन,यदि कोई हो, पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बगैर जारी किये गये हैं । भवदीय, (रुद्र नारायण कर) प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक |