बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरण - आरबीआई - Reserve Bank of India
बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरण
आरबीआइ/2008-09/210 22 अक्तूबर 2008 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदय/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरण 2. मौजूदा बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति के अनुसार (i) पावर(ii) दरसंचार(iii)रेलवे (iv)पुलों सहित सड़कें(v)बंदरगाह तथा हवाई अड्डे (vi) औद्योगिक पार्क(vii) शहरी बुनियादी सुविधाएं(जल आपूर्ति , सफाई और जल-मल निकासी परियोजना ) आदि को संरचनात्मक क्षेत्र के दायरे में रखा गया है । 3. बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति और देश में खनन, खनिजों का पता लगाना तथा परिष्करण के क्षेत्र विकास संवर्धन की समीक्षा करने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि बाह्य वाणिज्यिक उधार लेने के प्रयोजन से संरचनात्मक क्षेत्र की परिभाषा का दायरा और बढ़ाया जाये । तदनुसार , इसके बाद से (i)पावर(ii) दरसंचार(iii)रेलवे(iv)पुलों सहित सड़कें(v)बंदरगाह तथा हवाई अड्डे (vi) औद्योगिक पार्क(vii) शहरी बुनियादी सुविधाएं(जल आपूर्ति , सफाई और जल-मल निकासी परियोजना) (viii) खनन, खनिजों का पता लगाना तथा परिष्करण के आदि को संरचनात्मक क्षेत्र के दायरे में रखा गया है । 4. बाह्य वाणिज्यिक उधार लेने के प्रयोजन से संरचनात्मक क्षेत्र की यह नई परिभाषा तत्काल प्रभाव से लागू हो जायेगी । बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति के अन्य पहलू जैसे कि अनुमोदित मार्ग के अंतर्गत प्रति कंपनी के लिए 500 मिलियन अमरीकी डालर की वार्षिक सीमा , पात्र उधारकर्ता , मान्यता प्राप्त उधारदाता, पूँजीगत माल तथा विदेशी निवेशों के लिए विदेशी मुद्रा व्यय का अंतिम उपयोग औसतन परिपक्वता अवधि, पूर्व अदायगी , वर्तमान बाह्य वाणिज्यिक उधार तथा सूचना देने की व्यवस्था आदि अपरिवर्तित रहेंगे। 5. 3 मई 2000 के विदेशी मुद्रा प्रबंध (उधार लेना अथवा विदेशी मुद्रा में उधार देना) विनियमन, 2000, में आवश्यक संशोधन अलग से अधिसूचित किये जा रहे हैं। 6. श्रेणी-I के सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) बैंक , कृपया इस परिपत्र की विषय-वस्तु से अपने सभी संघटकों तथा ग्राहकों को अवगत करा दें। 7. इस परिपत्र में समाहित निदेश विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 10(4) और धारा 11(1) के अंतर्गत जारी किए गए ं और अन्य किसी कानून के अंतर्गत अपेक्षित अनुमति/अनुमोदन, यदि कोई हो, पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बगैर है। भवदीय (सलीम गंगाधरन) |