भाषण - आरबीआई - Reserve Bank of India
भाषण
Mr. Hiroyuki Obata, Deputy Governor, DICJ, Japan, Mr. Carlos Isoard, Secretary General, IADI, Switzerland, Mr. Jerzy Pruski, President, BGF, Poland, Mr. Fred S. Carns, Director, FDIC, USA, Mr. G. Gopalakrishna, Executive Director, RBI, distinguished delegates, ladies and gentlemen. At the outset, on behalf of RBI, I extend a hearty welcome to all of you to India and especially to this fascinating state of Rajasthan. We thank IADI for agreeing to hold this conference j
Mr. Hiroyuki Obata, Deputy Governor, DICJ, Japan, Mr. Carlos Isoard, Secretary General, IADI, Switzerland, Mr. Jerzy Pruski, President, BGF, Poland, Mr. Fred S. Carns, Director, FDIC, USA, Mr. G. Gopalakrishna, Executive Director, RBI, distinguished delegates, ladies and gentlemen. At the outset, on behalf of RBI, I extend a hearty welcome to all of you to India and especially to this fascinating state of Rajasthan. We thank IADI for agreeing to hold this conference j
1. Mr. Abdul Qadeer Fitrat, Governor, Central Bank of Afghanistan, Mr. Arun Maira, Member, Planning Commission, Mr. R. Gopalan, Secretary, Department of Financial Services, Mrs. Kiran Dhingra, Secretary, Ministry of Housing and Urban Poverty Alleviation, Mr. Kamran Shehzad, Deputy Governor, State Bank of Pakistan, Mr. S. Sridhar, Chairman and Managing Director, National Housing Bank, Mr. Paolo Martelli, Director, South Asia, International Finance Corporation, Mr. R.V.
1. Mr. Abdul Qadeer Fitrat, Governor, Central Bank of Afghanistan, Mr. Arun Maira, Member, Planning Commission, Mr. R. Gopalan, Secretary, Department of Financial Services, Mrs. Kiran Dhingra, Secretary, Ministry of Housing and Urban Poverty Alleviation, Mr. Kamran Shehzad, Deputy Governor, State Bank of Pakistan, Mr. S. Sridhar, Chairman and Managing Director, National Housing Bank, Mr. Paolo Martelli, Director, South Asia, International Finance Corporation, Mr. R.V.
खुशियों के इस शहर कोलकाता में होना ही हमेशा एक आनन्द विभोर करनेवाला अनुभव रहा है। क्रिसमस-पूर्व मौसम में यहाँ होने का एक विशेष आनन्द है और व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए यह घर की याद आनेवाली एक स्मृति है। आज शाम को यहाँ पर भाषण देने हेतु मुझे आमंत्रित करने के लिए बैंकर क्लब को मेरी ओर से विशेष धन्यवाद। मुझे इस क्लब में पिछले साल हुई हमारी मुलाकात याद आ रही है जब हम अपने समय के सबसे गहरे वित्तीय संकट में थे और हम सब अपने कल के भविष्य को जानने के लिए उत्सुक और अनिश्चित थे। मेरा मानना है कि सबसे बुरा समय हमारे पीछे लगा हुआ है। दुनिया भर में और यहाँ भारत में भी ध्यान संकट प्रबंध से हटकर सुधारात्मक प्रबंध पर जा रहा है। जैसाकि होता है, हम भी करीब आधे बिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकालने की दीर्घावधि चुनौतियों का सामना करने की ओर लौट रहे हैं। उस विशाल कार्य को पूरा करने के लिए हमें बहुत से काम करने होंगे। उनमें से एक वित्तीय समावेशन है। आज शाम मैं अपनी बात वित्तीय समावेशन की चुनौतियों और अवसरों पर केंद्रित करना चाहूंगा।
खुशियों के इस शहर कोलकाता में होना ही हमेशा एक आनन्द विभोर करनेवाला अनुभव रहा है। क्रिसमस-पूर्व मौसम में यहाँ होने का एक विशेष आनन्द है और व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए यह घर की याद आनेवाली एक स्मृति है। आज शाम को यहाँ पर भाषण देने हेतु मुझे आमंत्रित करने के लिए बैंकर क्लब को मेरी ओर से विशेष धन्यवाद। मुझे इस क्लब में पिछले साल हुई हमारी मुलाकात याद आ रही है जब हम अपने समय के सबसे गहरे वित्तीय संकट में थे और हम सब अपने कल के भविष्य को जानने के लिए उत्सुक और अनिश्चित थे। मेरा मानना है कि सबसे बुरा समय हमारे पीछे लगा हुआ है। दुनिया भर में और यहाँ भारत में भी ध्यान संकट प्रबंध से हटकर सुधारात्मक प्रबंध पर जा रहा है। जैसाकि होता है, हम भी करीब आधे बिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकालने की दीर्घावधि चुनौतियों का सामना करने की ओर लौट रहे हैं। उस विशाल कार्य को पूरा करने के लिए हमें बहुत से काम करने होंगे। उनमें से एक वित्तीय समावेशन है। आज शाम मैं अपनी बात वित्तीय समावेशन की चुनौतियों और अवसरों पर केंद्रित करना चाहूंगा।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: सितंबर 10, 2024