मास्टर परिपत्र - आरबीआई - Reserve Bank of India
मास्टर परिपत्र
जुलाई 01, 2015
मास्टर परिपत्र – धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस)
आरबीआई/2015-16/88 मास्टर परिपत्र सं.1/2015-16 1 जुलाई 2015 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, मास्टर परिपत्र – धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) धन अंतरण सेवा योजना विदेश से भारत में लाभार्थियों को व्यक्तिगत विप्रेषणों के अंतरण का एक शीघ्र और आसान तरीका है। भारत में केवल आवक व्यक्तिगत विप्रेषण जैसे परिवार के भरण-पोषण के लिए विप्रेषण तथा भारत का दौरा करने वाले विदेशी पर्यटकों के पक्ष में विप्रेषण की अनुमति है। धन
आरबीआई/2015-16/88 मास्टर परिपत्र सं.1/2015-16 1 जुलाई 2015 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, मास्टर परिपत्र – धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) धन अंतरण सेवा योजना विदेश से भारत में लाभार्थियों को व्यक्तिगत विप्रेषणों के अंतरण का एक शीघ्र और आसान तरीका है। भारत में केवल आवक व्यक्तिगत विप्रेषण जैसे परिवार के भरण-पोषण के लिए विप्रेषण तथा भारत का दौरा करने वाले विदेशी पर्यटकों के पक्ष में विप्रेषण की अनुमति है। धन
जुलाई 01, 2015
मास्टर परिपत्र - प्रत्यक्ष करों का संग्रहण - ओएलटीएएस
आरबीआई/2015-16/90 डीजीबीए.जीएडी. संख्या 3/42.01.034/2015-16 1 जुलाई, 2015 सेवा में, सभी एजेंसी बैंक महोदया/ महोदय मास्टर परिपत्र - प्रत्यक्ष करों का संग्रहण - ओएलटीएएस कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई, 2014 के हमारे मास्टर परिपत्र आरबीआई/2014-15/108 का संदर्भ ग्रहण करें। अब हमने मास्टर परिपत्र को संशोधित और अद्यतन किया है जो 30 जून, 2015 तक भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी इस विषय पर महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित करता है। 2. संशोधित मास्टर परिपत्र की एक प्रति आपक
आरबीआई/2015-16/90 डीजीबीए.जीएडी. संख्या 3/42.01.034/2015-16 1 जुलाई, 2015 सेवा में, सभी एजेंसी बैंक महोदया/ महोदय मास्टर परिपत्र - प्रत्यक्ष करों का संग्रहण - ओएलटीएएस कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई, 2014 के हमारे मास्टर परिपत्र आरबीआई/2014-15/108 का संदर्भ ग्रहण करें। अब हमने मास्टर परिपत्र को संशोधित और अद्यतन किया है जो 30 जून, 2015 तक भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी इस विषय पर महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित करता है। 2. संशोधित मास्टर परिपत्र की एक प्रति आपक
जुलाई 01, 2015
Master Circular - Returns to be submitted by NBFCs
RBI/2015-16/87 DNBS.IT.CC.No.01/24.01.191/2015-16 July 01, 2015 To, All NBFCs (Excluding RNBCs) Dear Sirs, Master Circular - Returns to be submitted by NBFCs In order to have all current instructions in one place, the Reserve Bank of India issues updated circulars/notifications to NBFCs on various subjects. It is advised that instructions on various returns to be submitted by NBFCs as updated till June 30, 2015, have been compiled herein and enclosed for ready referen
RBI/2015-16/87 DNBS.IT.CC.No.01/24.01.191/2015-16 July 01, 2015 To, All NBFCs (Excluding RNBCs) Dear Sirs, Master Circular - Returns to be submitted by NBFCs In order to have all current instructions in one place, the Reserve Bank of India issues updated circulars/notifications to NBFCs on various subjects. It is advised that instructions on various returns to be submitted by NBFCs as updated till June 30, 2015, have been compiled herein and enclosed for ready referen
जुलाई 01, 2015
मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो (Vostro) खाते खोलने और उन्हें बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन
आरबीआई/2015-16/89 मास्टर परिपत्र सं.3/2015-16 1 जुलाई 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो (Vostro) खाते खोलने और उन्हें बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन यह मास्टर परिपत्र "अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों के ज्ञापन" विषय पर मौजू्दा अनुदेशों को समेकित करता है। इस मास्टर परिपत्र में निहित परिपत्रों /अधिसूचनाओं की स
आरबीआई/2015-16/89 मास्टर परिपत्र सं.3/2015-16 1 जुलाई 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो (Vostro) खाते खोलने और उन्हें बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन यह मास्टर परिपत्र "अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों के ज्ञापन" विषय पर मौजू्दा अनुदेशों को समेकित करता है। इस मास्टर परिपत्र में निहित परिपत्रों /अधिसूचनाओं की स
जुलाई 01, 2015
Master Circular on Miscellaneous Remittances from India - Facilities for Residents
RBI/2015-16/91 Master Circular No.6/2015-16 July 1, 2015 To, All Authorised Persons in Foreign Exchange Madam / Sir, Master Circular on Miscellaneous Remittances from India – Facilities for Residents Miscellaneous remittance facilities for residents are allowed in terms of section 5 of the Foreign Exchange Management Act, 1999, read with Government of India Notification No. G.S.R 381(E) dated May 3, 2000, as amended from time to time. 2. This Master Circular consolida
RBI/2015-16/91 Master Circular No.6/2015-16 July 1, 2015 To, All Authorised Persons in Foreign Exchange Madam / Sir, Master Circular on Miscellaneous Remittances from India – Facilities for Residents Miscellaneous remittance facilities for residents are allowed in terms of section 5 of the Foreign Exchange Management Act, 1999, read with Government of India Notification No. G.S.R 381(E) dated May 3, 2000, as amended from time to time. 2. This Master Circular consolida
जुलाई 01, 2015
मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा
आरबीआइ/2015-16/86 बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.3/21.01.002/2015-16 1 जुलाई 2015 सभी स्थानीय क्षेत्र बैंक महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा कृपया आप 1 जुलाई 2014 का मास्टर परिपत्र सं.बैंपविवि.बीपी.बीसी.4/21.01.002/2014-2015 देखें, जिसमें पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2014 तक जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2015 तक विषय प
आरबीआइ/2015-16/86 बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.3/21.01.002/2015-16 1 जुलाई 2015 सभी स्थानीय क्षेत्र बैंक महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा कृपया आप 1 जुलाई 2014 का मास्टर परिपत्र सं.बैंपविवि.बीपी.बीसी.4/21.01.002/2014-2015 देखें, जिसमें पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2014 तक जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2015 तक विषय प
जुलाई 01, 2015
Master Circular - Prudential Guidelines on Capital Adequacy and Market Discipline-New Capital Adequacy Framework (NCAF)
RBI/2015-16/85 DBR.No.BP.BC.4./21.06.001/2015-16 July 1, 2015 All Commercial Banks (Excluding Local Area Banks and Regional Rural Banks) Madam/Sir, Master Circular - Prudential Guidelines on Capital Adequacy and Market Discipline-New Capital Adequacy Framework (NCAF) Please refer to the Master Circular DBOD.BP.BC.5/21.06.001/2014-15 dated July 1, 2014, consolidating therein the guidelines issued to banks till that date on NCAF. 2. This Master Circular consolidates ins
RBI/2015-16/85 DBR.No.BP.BC.4./21.06.001/2015-16 July 1, 2015 All Commercial Banks (Excluding Local Area Banks and Regional Rural Banks) Madam/Sir, Master Circular - Prudential Guidelines on Capital Adequacy and Market Discipline-New Capital Adequacy Framework (NCAF) Please refer to the Master Circular DBOD.BP.BC.5/21.06.001/2014-15 dated July 1, 2014, consolidating therein the guidelines issued to banks till that date on NCAF. 2. This Master Circular consolidates ins
जुलाई 01, 2015
मास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) के लिए विप्रेषण सुविधाएं
आरबीआई/2015-16/80 मास्टर परिपत्र सं.8/2015-16 1 जुलाई 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) के लिए विप्रेषण सुविधाएं अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) के लिए विप्रेषण सुविधाएं, समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की फेमा. अधिसूचना सं.13/2000-आरबी और फेमा अधिसूचना सं.21/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध
आरबीआई/2015-16/80 मास्टर परिपत्र सं.8/2015-16 1 जुलाई 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) के लिए विप्रेषण सुविधाएं अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) के लिए विप्रेषण सुविधाएं, समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की फेमा. अधिसूचना सं.13/2000-आरबी और फेमा अधिसूचना सं.21/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध
जुलाई 01, 2015
जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेनदेन पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2015-16/84 मास्टर परिपत्र संख्या 5/2015-16 1 जुलाई 2015 (8 अक्तूबर 2015 तक अद्यतन) प्रति सभी अधिकृत डीलर - श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेनदेन पर मास्टर परिपत्र विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदाएं, विदेशी वस्तु एवं माल भाड़ा हेजिंग, अनिवासी बैंकों के रुपया खाते, अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा लेन-देन आदि अधिसूचना सं 2006 के प्रावधान फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं 2011 का विनियम 4(2) फेमा 3/आरबी-2000 और अधिसूचना सं 2000 फेमा 25/आरबी-2000 दिनांक 3
आरबीआई/2015-16/84 मास्टर परिपत्र संख्या 5/2015-16 1 जुलाई 2015 (8 अक्तूबर 2015 तक अद्यतन) प्रति सभी अधिकृत डीलर - श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेनदेन पर मास्टर परिपत्र विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदाएं, विदेशी वस्तु एवं माल भाड़ा हेजिंग, अनिवासी बैंकों के रुपया खाते, अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा लेन-देन आदि अधिसूचना सं 2006 के प्रावधान फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं 2011 का विनियम 4(2) फेमा 3/आरबी-2000 और अधिसूचना सं 2000 फेमा 25/आरबी-2000 दिनांक 3
जुलाई 01, 2015
माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र
भारिबैंक/2015-16/82 मास्टर परिपत्र सं.13/2015-16 1 जुलाई 2015 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया / महोदय, माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.जी.एस.आर. 381(ई) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में 'माल और सेवाओं के आयात' व
भारिबैंक/2015-16/82 मास्टर परिपत्र सं.13/2015-16 1 जुलाई 2015 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया / महोदय, माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.जी.एस.आर. 381(ई) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में 'माल और सेवाओं के आयात' व
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