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सितंबर 29, 2023
भारतीय रिज़र्व बैंक – बुलेटिन साप्ताहिक सांख्यिकी संपूरक – सारांश

भारतीय रिज़र्व बैंक – बुलेटिन साप्ताहिक सांख्यिकी संपूरक – सारांश  1. भारतीय रिज़र्व बैंक–देयताएं और आस्तियां* (₹ करोड़) मद   2022   2023   घट-बढ़ 16 सितंबर   8 सितंबर   15 सितंबर   सप्ताह   वर्ष 1   2   3   4   5 4. ऋण और अग्रिम    4.1 केंद्र सरकार   0   0   0   0   0 4.2 राज्य सरकारें   6178   24915   16939   -7976   10761 * आंकडे अनंतिम हैं। 2. विदेशी मुद्रा आरक्षित निधि* मद   15 सितंबर 2023 तक   निम्नलिखित अवधि में घट-बढ़ सप्ताह   मार्च 2023 की समाप्ति पर   वर्ष ₹ करोड़   मिलियन अ.$   ₹ करोड़   मिलियन अ.$   ₹ करोड़   मिलियन अ.$   ₹ करोड़   मिलियन अ.$

भारतीय रिज़र्व बैंक – बुलेटिन साप्ताहिक सांख्यिकी संपूरक – सारांश  1. भारतीय रिज़र्व बैंक–देयताएं और आस्तियां* (₹ करोड़) मद   2022   2023   घट-बढ़ 16 सितंबर   8 सितंबर   15 सितंबर   सप्ताह   वर्ष 1   2   3   4   5 4. ऋण और अग्रिम    4.1 केंद्र सरकार   0   0   0   0   0 4.2 राज्य सरकारें   6178   24915   16939   -7976   10761 * आंकडे अनंतिम हैं। 2. विदेशी मुद्रा आरक्षित निधि* मद   15 सितंबर 2023 तक   निम्नलिखित अवधि में घट-बढ़ सप्ताह   मार्च 2023 की समाप्ति पर   वर्ष ₹ करोड़   मिलियन अ.$   ₹ करोड़   मिलियन अ.$   ₹ करोड़   मिलियन अ.$   ₹ करोड़   मिलियन अ.$

सितंबर 28, 2023
भारत की अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति (आईआईपी), जून 2023

भारत की अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति (आईआईपी), जून 2023 आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून 2023 के अंत के भारत की अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति से संबंधित आंकड़े जारी किए [1]। जून 2023 के अंत में भारत के आईआईपी की मुख्य बातें: 2023-24 की पहली तिमाही के दौरान भारत पर अनिवासियों के निवल दावों में 12.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई तथा जून 2023 के अंत में यह 379.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। तिमाही के दौरान अनिवासियों के निवल दावों में वृद्धि भारतीय निवासियों की विदेशी वित्तीय आस्तियों (यूएस $ 24.1 बिलियन) की तुलना में भारत में विदेशी स्वामित्व वाली वित्तीय आस्तियों (यूएस $ 36.2 बिलियन) में उच्चतर वृद्धि के कारण हुई (तालिका 1)। अप्रैल-जून 2023 के दौरान भारतीय निवासियों की विदेशी आस्तियों की वृद्धि में आरक्षित आस्तियों में वृद्धि (16.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर) का सबसे अधिक योगदान था, इसके बाद प्रत्यक्ष निवेश, ऋण और व्यापार ऋण का स्थान था।

भारत की अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति (आईआईपी), जून 2023 आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून 2023 के अंत के भारत की अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति से संबंधित आंकड़े जारी किए [1]। जून 2023 के अंत में भारत के आईआईपी की मुख्य बातें: 2023-24 की पहली तिमाही के दौरान भारत पर अनिवासियों के निवल दावों में 12.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई तथा जून 2023 के अंत में यह 379.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। तिमाही के दौरान अनिवासियों के निवल दावों में वृद्धि भारतीय निवासियों की विदेशी वित्तीय आस्तियों (यूएस $ 24.1 बिलियन) की तुलना में भारत में विदेशी स्वामित्व वाली वित्तीय आस्तियों (यूएस $ 36.2 बिलियन) में उच्चतर वृद्धि के कारण हुई (तालिका 1)। अप्रैल-जून 2023 के दौरान भारतीय निवासियों की विदेशी आस्तियों की वृद्धि में आरक्षित आस्तियों में वृद्धि (16.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर) का सबसे अधिक योगदान था, इसके बाद प्रत्यक्ष निवेश, ऋण और व्यापार ऋण का स्थान था।

सितंबर 28, 2023
जून 2023 के अंत में भारत का बाह्य ऋण

जून 2023 के अंत में भारत का बाह्य ऋण जून 2023 के अंत में बाह्य ऋण संबंधी स्टॉक तथा पहले की तिमाहियों के संशोधित आंकड़े विवरण I (आईएमएफ फार्मेट1) और II (पुराना फार्मेट) में दिए गए हैं। जून 2023 के अंत में भारत के बाह्य ऋण से संबंधित प्रमुख गतिविधियां नीचे प्रस्तुत हैं। मुख्य बातें जून 2023 के अंत में, भारत का विदेशी ऋण 629.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जिसमें मार्च 2023 के अंत के स्तर से 4.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है (तालिका 1)। जून 2023 के अंत में, सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में बाह्य ऋण का अनुपात घटकर 18.6 प्रतिशत हो गया, जो मार्च 2023 के अंत में 18.8 प्रतिशत था। येन और एसडीआर2 जैसी प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की मूल्य वृद्धि के कारण मूल्यन प्रभाव 3.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। मूल्यन प्रभाव को छोड़कर, बाह्य ऋण मार्च 2023 की तुलना में जून 2023 के अंत में 4.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बजाय 7.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ा होता। जून 2023 के अंत में, दीर्घकालिक ऋण (एक वर्ष से अधिक की मूल परिपक्वता वाले) 505.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जिसमें मार्च 2023 के अंत के स्तर से 9.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है। कुल बाह्य ऋण में अल्पकालिक ऋण (एक वर्ष तक की मूल परिपक्वता वाले) का हिस्सा मार्च 2023 के अंत में 20.6 प्रतिशत से घटकर जून 2023 के अंत में 19.6 प्रतिशत हो गया। इसी प्रकार, विदेशी आरक्षित निधि की तुलना में अल्पकालिक ऋण का अनुपात (मूल परिपक्वता) जून 2023 के अंत में घटकर 20.8 प्रतिशत (मार्च 2023 के अंत में 22.2 प्रतिशत) हो गया।

जून 2023 के अंत में भारत का बाह्य ऋण जून 2023 के अंत में बाह्य ऋण संबंधी स्टॉक तथा पहले की तिमाहियों के संशोधित आंकड़े विवरण I (आईएमएफ फार्मेट1) और II (पुराना फार्मेट) में दिए गए हैं। जून 2023 के अंत में भारत के बाह्य ऋण से संबंधित प्रमुख गतिविधियां नीचे प्रस्तुत हैं। मुख्य बातें जून 2023 के अंत में, भारत का विदेशी ऋण 629.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जिसमें मार्च 2023 के अंत के स्तर से 4.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है (तालिका 1)। जून 2023 के अंत में, सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में बाह्य ऋण का अनुपात घटकर 18.6 प्रतिशत हो गया, जो मार्च 2023 के अंत में 18.8 प्रतिशत था। येन और एसडीआर2 जैसी प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की मूल्य वृद्धि के कारण मूल्यन प्रभाव 3.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। मूल्यन प्रभाव को छोड़कर, बाह्य ऋण मार्च 2023 की तुलना में जून 2023 के अंत में 4.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बजाय 7.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ा होता। जून 2023 के अंत में, दीर्घकालिक ऋण (एक वर्ष से अधिक की मूल परिपक्वता वाले) 505.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जिसमें मार्च 2023 के अंत के स्तर से 9.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है। कुल बाह्य ऋण में अल्पकालिक ऋण (एक वर्ष तक की मूल परिपक्वता वाले) का हिस्सा मार्च 2023 के अंत में 20.6 प्रतिशत से घटकर जून 2023 के अंत में 19.6 प्रतिशत हो गया। इसी प्रकार, विदेशी आरक्षित निधि की तुलना में अल्पकालिक ऋण का अनुपात (मूल परिपक्वता) जून 2023 के अंत में घटकर 20.8 प्रतिशत (मार्च 2023 के अंत में 22.2 प्रतिशत) हो गया।

सितंबर 28, 2023
अप्रैल-जून 2023 के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत

अप्रैल-जून 2023 के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत आज पहले, भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर अप्रैल-जून 2023 के भुगतान संतुलन (बीओपी) के आंकड़े जारी किए। इन आंकड़ों के आधार पर, अप्रैल-जून 2023 के दौरान विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत निम्नानुसार हैं: विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत: अप्रैल-जून 2023 अप्रैल-जून 2023 के दौरान, विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में वृद्धि हुई है और इस परिवर्तन के स्रोत नीचे सारणी 1 में दर्शाए गए हैं।

अप्रैल-जून 2023 के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत आज पहले, भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर अप्रैल-जून 2023 के भुगतान संतुलन (बीओपी) के आंकड़े जारी किए। इन आंकड़ों के आधार पर, अप्रैल-जून 2023 के दौरान विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत निम्नानुसार हैं: विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में परिवर्तन के स्रोत: अप्रैल-जून 2023 अप्रैल-जून 2023 के दौरान, विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में वृद्धि हुई है और इस परिवर्तन के स्रोत नीचे सारणी 1 में दर्शाए गए हैं।

सितंबर 28, 2023
2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की गतिविधियां

28 सितंबर 2023 2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की गतिविधियां पहली तिमाही अर्थात् अप्रैल-जून 2023-24 के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े, विवरण I (बीपीएम6 फॉर्मेट) और II (पुराना फॉर्मेट) में प्रस्‍तुत किए गए हैं। 2023-24 की पहली तिमाही के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य विशेषताएं भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) 2022-23 की पहली तिमाही में 17.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.1 प्रतिशत) से घटकर 2023-24 की पहली तिमाही में 9.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.1 प्रतिशत) हो गया, लेकिन यह पिछली तिमाही के 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.2 प्रतिशत) स अधिक था।1 तिमाही-दर-तिमाही आधार पर सीएडी का बढ़ना मुख्य रूप से उच्च व्यापार घाटे के साथ-साथ निवल सेवाओं में न्यूनतर अधिशेष और निजी अंतरण प्राप्तियों में कमी के कारण था।

28 सितंबर 2023 2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की गतिविधियां पहली तिमाही अर्थात् अप्रैल-जून 2023-24 के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े, विवरण I (बीपीएम6 फॉर्मेट) और II (पुराना फॉर्मेट) में प्रस्‍तुत किए गए हैं। 2023-24 की पहली तिमाही के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य विशेषताएं भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) 2022-23 की पहली तिमाही में 17.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.1 प्रतिशत) से घटकर 2023-24 की पहली तिमाही में 9.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.1 प्रतिशत) हो गया, लेकिन यह पिछली तिमाही के 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.2 प्रतिशत) स अधिक था।1 तिमाही-दर-तिमाही आधार पर सीएडी का बढ़ना मुख्य रूप से उच्च व्यापार घाटे के साथ-साथ निवल सेवाओं में न्यूनतर अधिशेष और निजी अंतरण प्राप्तियों में कमी के कारण था।

सितंबर 28, 2023
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – सितंबर 2023

अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – सितंबर 2023 सितंबर 2023 माह के लिए अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों से संबंधित आंकड़े। मुख्य बातें: उधार दर:अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के नए रुपया ऋणों पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) जुलाई 2023 में 9.44 प्रतिशत से 3 आधार अंक (बीपीएस) बढ़कर अगस्त 2023 में 9.47 प्रतिशत हो गई। अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के बकाया रुपया ऋणों पर डब्लूएएलआर पिछले माह की तुलना में अगस्त 2023 में 9.84 प्रतिशत पर यथावत् रहा।1 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की निधि की सीमांत लागत आधारित उधार दर (एमसीएलआर) की 1-वर्ष की माध्यिका अगस्त 2023 में 8.60 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2023 में 8.70 प्रतिशत हो गई। जून 2023 के अंत में एससीबी के कुल बकाया अस्थिर दर वाले रुपया ऋण में बाहरी बेंचमार्क आधारित ऋण दर (ईबीएलआर) से संबद्ध ऋण की हिस्सेदारी 50.2 प्रतिशत थी, जबकि एमसीएलआर से संबद्ध ऋण की हिस्सेदारी 44.8 प्रतिशत थी।

अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – सितंबर 2023 सितंबर 2023 माह के लिए अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों से संबंधित आंकड़े। मुख्य बातें: उधार दर:अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के नए रुपया ऋणों पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) जुलाई 2023 में 9.44 प्रतिशत से 3 आधार अंक (बीपीएस) बढ़कर अगस्त 2023 में 9.47 प्रतिशत हो गई। अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के बकाया रुपया ऋणों पर डब्लूएएलआर पिछले माह की तुलना में अगस्त 2023 में 9.84 प्रतिशत पर यथावत् रहा।1 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की निधि की सीमांत लागत आधारित उधार दर (एमसीएलआर) की 1-वर्ष की माध्यिका अगस्त 2023 में 8.60 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2023 में 8.70 प्रतिशत हो गई। जून 2023 के अंत में एससीबी के कुल बकाया अस्थिर दर वाले रुपया ऋण में बाहरी बेंचमार्क आधारित ऋण दर (ईबीएलआर) से संबद्ध ऋण की हिस्सेदारी 50.2 प्रतिशत थी, जबकि एमसीएलआर से संबद्ध ऋण की हिस्सेदारी 44.8 प्रतिशत थी।

सितंबर 27, 2023
22 सितंबर 2023 को समाप्‍त सप्‍ताह के लिए आरक्षित मुद्रा

22 सितंबर 2023 को समाप्‍त सप्‍ताह के लिए आरक्षित मुद्रा भारतीय रिज़र्व बैंक ने 22 सितंबर 2023 को समाप्‍त सप्‍ताह के लिए आरक्षित मुद्रा पर आंकड़े आज जारी किए। अजीत प्रसाद निदेशक (संचार) प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/1002

22 सितंबर 2023 को समाप्‍त सप्‍ताह के लिए आरक्षित मुद्रा भारतीय रिज़र्व बैंक ने 22 सितंबर 2023 को समाप्‍त सप्‍ताह के लिए आरक्षित मुद्रा पर आंकड़े आज जारी किए। अजीत प्रसाद निदेशक (संचार) प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/1002

सितंबर 25, 2023
उद्योग स्तर पर उत्पादकता को मापना – दि इंडिया केएलईएमएस डेटाबेस

25 सितंबर 2023उद्योग स्तर पर उत्पादकता को मापना – दि इंडिया केएलईएमएस डेटाबेसभारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "उद्योग स्तर पर उत्पादकता को मापना – दि इंडिया केएलईएमएस [पूंजी (के), श्रम (एल), ऊर्जा (ई), सामग्री (एम) और सेवा (एस)] डेटाबेस” पर एक अद्यतन जानकारी को रखा है जिसमें डेटा मैनुअल 2022 और 1980-81 से 2020-21 की अवधि को शामिल करते हुए 27 उद्योगों के लिए उत्पादकता संबंधी समय-शृंखला को शामिल किया गया है।अजीत प्रसादनिदेशक (संचार)प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/981

25 सितंबर 2023उद्योग स्तर पर उत्पादकता को मापना – दि इंडिया केएलईएमएस डेटाबेसभारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर "उद्योग स्तर पर उत्पादकता को मापना – दि इंडिया केएलईएमएस [पूंजी (के), श्रम (एल), ऊर्जा (ई), सामग्री (एम) और सेवा (एस)] डेटाबेस” पर एक अद्यतन जानकारी को रखा है जिसमें डेटा मैनुअल 2022 और 1980-81 से 2020-21 की अवधि को शामिल करते हुए 27 उद्योगों के लिए उत्पादकता संबंधी समय-शृंखला को शामिल किया गया है।अजीत प्रसादनिदेशक (संचार)प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/981

सितंबर 22, 2023
भारतीय रिज़र्व बैंक – बुलेटिन साप्ताहिक सांख्यिकी संपूरक – सारांश

भारतीय रिज़र्व बैंक – बुलेटिन साप्ताहिक सांख्यिकी संपूरक – सारांश 1. भारतीय रिज़र्व बैंक–देयताएं और आस्तियां* (₹ करोड़) मद   2022   2023   घट-बढ़ 16 सितंबर 8 सितंबर 15 सितंबर सप्ताह   वर्ष 1 2 3 4 5 4. ऋण और अग्रिम  4.1 केंद्र सरकार 0 0 0 0 0 4.2 राज्य सरकारें 6178

भारतीय रिज़र्व बैंक – बुलेटिन साप्ताहिक सांख्यिकी संपूरक – सारांश 1. भारतीय रिज़र्व बैंक–देयताएं और आस्तियां* (₹ करोड़) मद   2022   2023   घट-बढ़ 16 सितंबर 8 सितंबर 15 सितंबर सप्ताह   वर्ष 1 2 3 4 5 4. ऋण और अग्रिम  4.1 केंद्र सरकार 0 0 0 0 0 4.2 राज्य सरकारें 6178

सितंबर 21, 2023
दिनांक 8 सितंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण

दिनांक 8 सितंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण(राशि ₹ करोड़ में)अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक09-सितंबर-2225-अगस्त-2023*08-सितंबर-2023*09-सितंबर-2225-अगस्त-2023*08-सितंबर-2023*Iबैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क)क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां183335.64246284.1253485.01186364.23248463.22255863.66 **ख) बैंकों से लिये गये ऋण41752.75199018.31188137.5441824.75199142.43188207.97ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं44678.468276.3270299.5245184.8168988.2871006.97IIअन्य के प्रति देयताएं (क)क) जमाराशियां (बैंकों से ली गयी जमाराशियों से इतर)17056327.1519235804.92 (19089008.78)19382898.84 (19239081.12)17480633.819675179.8 (19528383.66)19822648.8 (19678831.08)

दिनांक 8 सितंबर 2023, शुक्रवार को भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण(राशि ₹ करोड़ में)अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और पेमेंट बैंकों सहित) सभी अनुसूचित बैंक09-सितंबर-2225-अगस्त-2023*08-सितंबर-2023*09-सितंबर-2225-अगस्त-2023*08-सितंबर-2023*Iबैंकिंग प्रणाली के प्रति देयताएं (क)क) बैंकों से मांग और मीयादी जमाराशियां183335.64246284.1253485.01186364.23248463.22255863.66 **ख) बैंकों से लिये गये ऋण41752.75199018.31188137.5441824.75199142.43188207.97ग) अन्य मांग और मीयादी देयताएं44678.468276.3270299.5245184.8168988.2871006.97IIअन्य के प्रति देयताएं (क)क) जमाराशियां (बैंकों से ली गयी जमाराशियों से इतर)17056327.1519235804.92 (19089008.78)19382898.84 (19239081.12)17480633.819675179.8 (19528383.66)19822648.8 (19678831.08)

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