अवांछित वाणिज्यिक संवाद – राष्ट्रीय ग्राहक अधिमान पंजिका (एनसीपीआर) - आरबीआई - Reserve Bank of India
अवांछित वाणिज्यिक संवाद – राष्ट्रीय ग्राहक अधिमान पंजिका (एनसीपीआर)
आरबीआई/2013-14/136 15 जुलाई 2013 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय/महोदया अवांछित वाणिज्यिक संवाद – राष्ट्रीय ग्राहक अधिमान पंजिका (एनसीपीआर) कृपया उपर्युक्त विषय पर हमारा दिनांक 21 नवंबर 2005 का परिपत्र सं. बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 49/24.01.011/2005-06, 3 जुलाई 2007 का परिपत्र सं. बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 19/24.01.011/2007-08, 19 अक्तूबर 2007 का परिपत्र सं. बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 35/24.01.011/2007-08, तथा दिनांक 17 सितंबर 2008 का परिपत्र सं. बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 45/24.01.011/2008-09 देखें जिनके अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे किसी वाणिज्यिक लेन-देन के आग्रह या प्रोत्साहन के प्रयोजन हेतु केवल ऐसे प्रत्यक्ष विपणन एजेंट (डीएमए)/प्रत्यक्ष बिक्री एजेंट (डीएसए) नियुक्त करें जो भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण नियमावली, 2007 के अनुसार टेलीमार्केटर के रूप में डीओटी, भारत सरकार के साथ पंजीकृत हैं। 2. ट्राई द्वारा जारी 'टेलीकाम वाणिज्यिक दूरसंचार ग्राहक अधिमान नियमावली, 2010’ के अनुसार वाणिज्यिक सूचनाएं प्रेषित करने से जुड़े किसी भी व्यक्ति को ट्राई के साथ टेलीमार्केटर के रूप में पंजीकृत होना होगा। तथापि, हमारे ध्यान में यह लाया गया है कि अनेक बैंक, वित्तीय संस्थान एवं उनके फ्रेंचाइजी भी अपनी सेवाओं के विपणन के लिए ऐसे टेलीमार्केटर्स की सेवाएं ले रहे हैं जो ट्राई के साथ पंजीकृत नहीं हैं और ये अपंजीकृत टेलीमार्केटर्स राष्ट्रीय ग्राहक अधिमान पंजिका में पंजीकृत ग्राहकों को फोन करने के लिए अपने सामान्य टेलीफोन कनेक्शनों का प्रयोग करते हैं। इसके कारण ढेर सारी शिकायतें आ रही हैं। 3. अतएव यह पुनः सूचित किया जाता है कि बैंक केवल उन्हीं टेलीमार्केटर्स की सेवाएं लें जो अपनी सभी प्रोत्साहनपरक/टेलीमार्केटिंग गतिविधियों के लिए समय-समय पर ट्राई द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार पंजीकृत हैं। इन दिशानिर्देशों का पालन कड़ाई से होना चाहिए। भवदीय (प्रकाश चंद्र साहू) |